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    विदेशी निवेशकों की बिकवाली, HMPV वायरस का खौफ; सेंसेक्स और निफ्टी हुए क्रैश

    By Agency Edited By: Suneel Kumar
    Updated: Mon, 06 Jan 2025 05:48 PM (IST)

    30 शेयरों वाले ब्लू-चिप पैक में टाटा स्टील एनटीपीसी कोटक महिंद्रा बैंक इंडसइंड बैंक पावर ग्रिड जोमैटो अदाणी पोर्ट्स एशियन पेंट्स महिंद्रा एंड महिंद्रा और रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे ज्यादा गिरावट आई। सिर्फ टाइटन और सन फार्मा ही लाभ में रहे। एशियाई बाजारों में सियोल में तेजी रही जबकि टोक्यो शंघाई और हांगकांग में गिरावट रही। यूरोपीय बाजारों में मिलाजुला रुख रहा।

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    रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 4 पैसे गिरकर 85.83 (अनंतिम) के नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ।

    पीटीआई, मुंबई। बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी में सोमवार को 1.6 प्रतिशत की गिरावट आई। तीसरी तिमाही की आय वृद्धि को लेकर चिंताओं और विदेशी पूंजी के लगातार पलायन ने जोखिम उठाने की क्षमता को कम कर दिया। इसके अलावा, व्यापारियों ने कहा कि नए एचएमपी वायरस के डर, रुपये में गिरावट और एशियाई बाजारों में कमजोर रुख ने धारणा को और कमजोर कर दिया।

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    30 शेयरों वाला बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स 1,258.12 अंक या 1.59 प्रतिशत गिरकर 78,000 के स्तर से नीचे 77,964.99 पर बंद हुआ। दिन के दौरान, यह 1,441.49 अंक या 1.81 प्रतिशत गिरकर 77,781.62 पर आ गया। एनएसई निफ्टी 388.70 अंक या 1.62 प्रतिशत गिरकर 23,616.05 पर आ गया।

    30 शेयरों वाले ब्लू-चिप पैक में टाटा स्टील, एनटीपीसी, कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, पावर ग्रिड, जोमैटो, अदाणी पोर्ट्स, एशियन पेंट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा और रिलायंस इंडस्ट्रीज सबसे ज्यादा गिरावट में रहे। सिर्फ टाइटन और सन फार्मा ही लाभ में रहे।

    क्या है एक्सपर्ट की राय

    स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीना ने कहा, "आज भारतीय शेयर बाजारों में तेज गिरावट देखी जा रही है। निफ्टी और बैंक निफ्टी दोनों अपने 200-दिवसीय मूविंग एवरेज (डीएमए) से नीचे फिसल गए हैं। विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) की बिक्री में वृद्धि और आगामी तीसरी तिमाही के आय सत्र को लेकर चिंताओं के कारण बिकवाली हो रही है।"

    उन्होंने कहा इसके अलावा, नए एचएमपीवी से संबंधित आशंकाओं ने मंदी की भावना को और बढ़ा दिया है, जिससे हाल ही में काउंटर-ट्रेंड पुलबैक रैली के बाद बिक्री के नए दौर शुरू हो गए हैं। एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को एक दिन की राहत के बाद 4,227.25 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे।

    वैश्विक बाजारों मे ंभी गिरावट का रुख

    एशियाई बाजारों में, सियोल में तेजी रही, जबकि टोक्यो, शंघाई और हांगकांग में गिरावट रही। यूरोपीय बाजारों में मिलाजुला रुख रहा। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार सकारात्मक दायरे में बंद हुए। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.25 प्रतिशत गिरकर 76.32 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। बीएसई शुक्रवार को सेंसेक्स 720.60 अंक या 0.90 प्रतिशत गिरकर 79,223.11 पर बंद हुआ। निफ्टी 183.90 अंक या 0.76 प्रतिशत गिरकर 24,004.75 पर बंद हुआ।

    घरेलू शेयर बाजारों में भारी गिरावट और विदेशी पूंजी के निरंतर प्रवाह के बीच सोमवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 4 पैसे गिरकर 85.83 (अनंतिम) के नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में उछाल और एचएमपीवी वायरस के प्रकोप को लेकर चिंता ने अमेरिकी डॉलर की सुरक्षित निवेश अपील के कारण डॉलर की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित किया।

     

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