फेडरल रिजर्व ने कर्ज सस्ता करने की राष्ट्रपति ट्रंप की मांग ठुकराई, जानिए फेड चेयरमैन पॉवेल ने क्या कहा
Federal Reserve news अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ब्याज दरें कम करने के लिए फेडरल रिजर्व पर लगातार दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन उनके इस दबाव को दरकिनार करते हुए फेड ने लगातार तीसरी बैठक में ब्याज दर नहीं घटाने का फैसला किया। इससे पहले ट्रंप फेड प्रमुख पॉवेल के खिलाफ नाराजगी भी जाहिर कर चुके हैं।

नई दिल्ली। अमेरिका के सेंट्रल बैंक, फेडरल रिजर्व ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कर्ज सस्ता करने की मांग को फिलहाल ठुकरा दिया है। मौद्रिक नीति की समीक्षा में फेड रिजर्व (Fed Reserve) ने ब्याज दरें नहीं घटाने का फैसला किया। यही नहीं, फेड ने यह भी कहा कि ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी के कारण बेरोजगारी और महंगाई के जोखिम बढ़ गए हैं और इससे फेड रिजर्व की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
फेड ने पिछले साल के अंत में लगातार तीन समीक्षा में ब्याज दरों में कटौती की थी। लेकिन उसके बाद लगातार तीन बैठकों में ब्याज दर को 4.25%-4.50% पर स्थिर रखा है। फेड का कहना है (Federal Reserve interest rate update) कि 18-19 मार्च की पिछली बैठक के बाद आर्थिक अनिश्चितता और बढ़ गई है। हालांकि विशेषज्ञों को उम्मीद है कि फेड इस साल दरों में कमी करेगा।
क्या कहा फेड रिजर्व के चेयरमैन ने
फेडरल रिजर्व की बैठक के बाद इसके चेयरमैन जेरोम पॉवेल (Fed Powell statement) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि टैरिफ से अभी तक अर्थव्यवस्था को कोई खास नुकसान नहीं पहुंचा है, लेकिन इसने उपभोक्ताओं के साथ-साथ बिजनेस के सेंटीमेंट को भी प्रभावित किया है। पॉवेल ने कहा, फिलहाल यह कहना बहुत अनिश्चित है कि फेड को टैरिफ पर कैसी प्रतिक्रिया देनी चाहिए।
पॉवेल के अनुसार, “यह स्पष्ट नहीं है कि अर्थव्यवस्था विकास की अपनी स्थिर गति को जारी रखेगी या अनिश्चितता और महंगाई के कारण कमजोर पड़ जाएगी। इसलिए यह बिल्कुल स्पष्ट नहीं है कि इस समय मौद्रिक नीति के तहत क्या कदम उठाना चाहिए। यह वास्तव में स्पष्ट नहीं है कि हमें क्या करना चाहिए। हम यह नहीं कह सकते कि आगे हालात क्या मोड़ लेंगे।”
इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में अमेरिका की जीडीपी (GDP) ग्रोथ रेट में 0.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। पॉवेल ने कहा कि पहली तिमाही में यह गिरावट आयात में रिकॉर्ड उछाल के कारण हुई, क्योंकि बिजनेस और हाउसहोल्ड इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने की आशंका में अधिक आयात कर रहे थे।
बैंक ऑफ इंग्लैंड ने घटाई ब्याज दर
अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने तो ब्याज दर में कटौती नहीं की, लेकिन बैंक ऑफ इंग्लैंड (BoE) ने गुरुवार को ब्याज दर 0.25% घटाकर 4.25% कर दी। ट्रंप प्रशासन की तरफ से 2 अप्रैल को टैरिफ की घोषणा के बाद इंग्लैंड के सेंट्रल बैंक की यह पहली बैठक थी। इससे पहले बैंक ऑफ इंग्लैंड (BoE) ने पिछले अगस्त से तीन बार दरों में कटौती की थी।
गुरुवार को ही अमेरिका और इंग्लैंड के बीच ट्रेड डील होने की संभावना है। ट्रंप टैरिफ लागू होने के बाद इंग्लैंड पहला देश होगा जो अमेरिका के साथ डील करेगा।
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