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    फेसबुक ने ऑक्यूलस को खरीदा

    By Edited By:
    Updated: Wed, 26 Mar 2014 07:46 PM (IST)

    वाशिंगटन। मोबाइल मैसेजिंग एप व्हाट्सएप को 19 अरब डॉलर में खरीदने के करीब एक माह बाद ही फेसबुक ने अगले अधिग्रहण का एलान कर दिया है। इस बार फेसबुक ने गेमिंग के लिए वर्चुअल रियलिटी डिवाइस बनाने वाली फर्म ऑक्यूलस को खरीदने का समझौता किया है। यह सौदा दो अरब डॉलर में हुआ है। हार्डवेयर क्षेत्र में फेसबुक का यह पहला अधिग्रहण है। द

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    वाशिंगटन। मोबाइल मैसेजिंग एप व्हाट्सएप को 19 अरब डॉलर में खरीदने के करीब एक माह बाद ही फेसबुक ने अगले अधिग्रहण का एलान कर दिया है। इस बार फेसबुक ने गेमिंग के लिए वर्चुअल रियलिटी डिवाइस बनाने वाली फर्म ऑक्यूलस को खरीदने का समझौता किया है। यह सौदा दो अरब डॉलर में हुआ है। हार्डवेयर क्षेत्र में फेसबुक का यह पहला अधिग्रहण है।

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    दो साल पुरानी ऑक्यूलस वर्चुअल रियलिटी गेमिंग बाजार की प्रमुख कंपनी है। यह हेडसेट किट 'ऑक्यूलर रिफ्ट' और वर्चुअल रियलिटी गॉगल्स बनाती है। सौदे के तहत फेसबुक 40 करोड़ डॉलर का भुगतान नकद में करेगी और बाकी 1.6 अरब डॉलर के शेयर देगी। फेसबुक के मुताबिक सोशल और कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म पर वर्चुअल रियलिटी बाजार अगला बड़ा बाजार बनने जा रहा है।

    फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि मोबाइल आज का प्लेटफॉर्म है। हमें भविष्य के प्लेटफॉर्म के लिए भी तैयार रहना चाहिए। ऑक्यूलस के पास सोशल प्लेटफॉर्म पर सबसे अच्छा प्रदर्शन करने का मौका है। यह कंपनी हमारे काम करने, गेम खेलने और कम्युनिकेशन के तरीकों में बदलाव लाने वाली है। फेसबुक द्वारा अधिग्रहण के बाद ऑक्यूलस का मुख्यालय कैलिफोíनया में ही बना रहेगा। कंपनी ऑक्यूलस रिफ्ट भी बनाती रहेगी। शुरुआत में इसका मुख्य काम गेमिंग पर ही केंद्रित रहेगा, लेकिन बाद में फेसबुक इसमें कई नए काम जोड़ेगी। फेसबुक का मकसद वर्चुअल रियलिटी को एजुकेशन, स्पो‌र्ट्स और मेडिकल जैसे नए क्षेत्रों में लाने का है।

    इस मामले में गूगल फेसबुक से आगे निकल रही है। गूगल अपने टिकट साइज इलेक्ट्रॉनिक स्क्रीन वाले गूगल ग्लास का परीक्षण कर रही है। पिछले सप्ताह गूगल ने कंप्यूटराइज्ड घड़ियां विकसित करने की भी योजना पेश की है। फेसबुक ने अपने बयान में कहा कि हमारे उद्योग का इतिहास रहा है कि हर 10 से 15 साल में एक नया कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म अपनी जगह बनाता है। फिर चाहे वह पर्सनल कंप्यूटर हो, वेब या मोबाइल। वर्चुअल रियलिटी अगले कुछ समय में लोगों के दैनिक जीवन का हिस्सा बन जाएगी।

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