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    FICCI Report: रोजगारपरक क्षेत्र ले रहे हैं अधिक लोन, मैन्यूफैक्चरिंग में विस्तार की योजना

    By Jagran NewsEdited By: Devshanker Chovdhary
    Updated: Mon, 07 Nov 2022 09:45 PM (IST)

    घरेलू मांग से उत्साहित होकर रोजगारपरक क्षेत्र इन दिनों बैंकों से भारी मात्रा में लोन ले रहे हैं। इसका मकसद मैन्यूफैक्चरिंग को विस्तार देना है। RBI और ...और पढ़ें

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    रोजगारपरक क्षेत्र ले रहे हैं अधिक लोन, मैन्यूफैक्चरिंग में विस्तार की योजना।

    जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। घरेलू मांग से उत्साहित होकर रोजगारपरक क्षेत्र इन दिनों बैंकों से भारी मात्रा में लोन ले रहे हैं। इसका मकसद मैन्यूफैक्चरिंग को विस्तार देना है। RBI और SBI रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल सितंबर माह में औद्योगिक लोन में पिछले साल सितंबर के मुकाबले 12.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही, जबकि पिछले साल सितंबर में वर्ष 2020 सितंबर के मुकाबले औद्योगिक लोन में सिर्फ 1.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी।

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    फूड प्रोसेसिंग सहित अन्य में लोन की मांग अधिक

    इस साल सितंबर में फूड प्रोसेसिंग, पेय पदार्थ, टेक्सटाइल, लेदर और लेदर उत्पाद, लकड़ी और लकड़ी उत्पाद, टेलीकम्युनिकेशंस जैसे क्षेत्र में लोन की अधिक मांग रही। इस अवधि में सर्विस सेक्टर के लोन में पिछले साल के मुकाबले 20 प्रतिशत का इजाफा रहा। सर्विस सेक्टर में तेजी आने से पर्यटन और होटल, रेस्तरां जैसे क्षेत्रों में तेजी आएगी और रोजगार में बढ़ोतरी होगी।

    फिक्की की रोपोर्ट में कई यूनिट उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी

    औद्योगिक संगठन फिक्की की रिपोर्ट के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 61 प्रतिशत मैन्यूफैक्चरर्स ने बताया कि दूसरी तिमाही के मुकाबले वे अधिक उत्पादन क्षमता का इस्तेमाल कर रहे हैं और आगे भी उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी की उम्मीद है। फिक्की की रिपोर्ट के मुताबिक आटोमोटिव और आटोमोटिव पा‌र्ट्स की यूनिट फिलहाल 90 प्रतिशत उत्पादन क्षमता पर काम कर रही है तो कैपिटल गुड्स, सीमेंट और केमिकल्स की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट भी अपनी 70 प्रतिशत से अधिक उत्पादन क्षमता का इस्तेमाल कर रही है।

    नौ साल के उच्चतम स्तर पर पहुंची लोन में बढ़ोतरी की दर

    SBI इकोरैप की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक लोन की बढ़ोतरी दर पिछले साल नौ साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। रिपोर्ट के मुताबिक इस साल सितंबर में पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले सभी प्रकार की लोन दर में 17.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही। हालांकि इस अवधि में बैंकों की जमा दर में सिर्फ 9.5 प्रतिशत का इजाफा रहा। रिपोर्ट के मुताबिक सर्विस सेक्टर के बाद पर्सनल लोन में 19.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही, जबकि कृषि और संबंधित क्षेत्र के लोन में पिछले साल के मुकाबले 13.4 प्रतिशत का इजाफा रहा। SBI इकोरैप की रिपोर्ट के मुताबिक बैंक अपनी जमा दर को बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार की स्कीम ला रही हैं और कई स्कीम के तहत सात प्रतिशत से अधिक का ब्याज दिया जा रहा है।

    पिछले साल सितंबर के मुकाबले इस साल सितंबर में किन क्षेत्रों के लोन में हुई कितनी बढ़ोतरी

    फूड प्रोसेसिंग ---------------------8 प्रतिशत

    लेदर व लेदर उत्पाद----------------7.3 प्रतिशत

    टेक्सटाइल ------------------------4.9 प्रतिशत

    लकड़ी व लकड़ी उत्पाद ------ -----14.1 प्रतिशत

    रबर प्लास्टिक व संबंधित उत्पाद ---- 21.3 प्रतिशत

    इंजीनियरिंग उत्पाद----------------13.8 प्रतिशत

    केमीकल्स व केमीकल्स उत्पाद ----- 22.5 प्रतिशत

    टेलीकम्युनिकेशंस-----------------16.3 प्रतिशत

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