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Elon Musk Twitter Deal: 'हृदय परिवर्तन' या एक और पैंतरा, क्या है ट्विटर डील पर एलन मस्क के यू-टर्न लेने की वजह

Elon Musk Twitter Deal ट्विटर डील को लेकर विवादों में घिरे एलन मस्क ने इस सौदे पर आगे बढ़ने का ऐलान करके एक बार फिर सबको हैरत में डाल दिया है। सवाल यह है कि आखिर वह कौन सी वजह थी जिसकी वजह से एलन मस्क को यू-टर्न लेना पड़ा।

By Siddharth PriyadarshiEdited By: Published: Wed, 05 Oct 2022 03:47 PM (IST)Updated: Wed, 05 Oct 2022 03:47 PM (IST)
Elon Musk Twitter Deal: 'हृदय परिवर्तन' या एक और पैंतरा, क्या है ट्विटर डील पर एलन मस्क के यू-टर्न लेने की वजह
Elon Musk Twitter Deal: Why did Elon Musk change his mind on Twitter deal

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Elon Musk Twitter Deal: एलन मस्क (Ekon Musk) को रोमांच पंसद है और इसे उन्होंने बार-बार साबित भी किया है। उनका कोई भी फैसला, कोई भी बात कभी सीधी लकीर की तरह नहीं होती। वो कभी भी, कुछ भी कर सकते हैं। पूरी दुनिया में उनकी छवि ही कुछ ऐसी बन गई है। अचंभित करने वाले फैसलों से पूरी दुनिया को हैरत में डालने वाले एलन मस्क ने एक बार फिर अपना पैंतरा बदला है। ट्विटर डील (Twitter Deal) से मुकरने के बाद उन्होंने अब डील पर आगे बढ़ने का मन बना लिया है।

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दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति और अरबपति एलन मस्क ने एक हैरान करने वाले फैसले के रूप में ट्विटर को खरीदने के लिए अपने 44 बिलियन डॉलर के सौदे के साथ आगे बढ़ने के लिए सहमति व्यक्त की है। ट्विटर ने मंगलवार को पुष्टि की कि मस्क ने एक पत्र भेजा है जिसमें कहा गया है कि वह इस साल की शुरुआत में हुए 44 अरब डॉलर में ट्विटर प्लेटफॉर्म खरीदने के लिए हुए समझौते पर आगे बढ़ेंगे।

यह खुलासा होने के कुछ घंटे बाद कि मस्क ने ट्विटर बायआउट ऑफर के साथ आगे बढ़ने का प्रस्ताव दिया है, उन्होंने अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी में कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म खरीदना 'द एवरीथिंग ऐप' बनाने के लिए सहायक होगा। जब से इस डील की घोषणा की गई है, तकनीक की दुनिया ने सौदे में कई अड़चनें देखी हैं, जिसमें मस्क का पहले इनकार करना भी शामिल है जिसके कारण बात कानूनी लड़ाई तक पहुंच गई है।

क्यों पलटे एलन मस्क

अप्रैल में ट्विटर को खरीदने के लिए एलन मस्क की शुरुआती पेशकश के बाद के महीनों में टेस्ला बॉस को एक पेंचीदा कानूनी चुनौती का सामना करना पड़ा है। इसके चलते वह भी परेशानी में थे। सच तो यह है कि मस्क के गलत फैसलों ने उन्हें ट्विटर के खिलाफ मुकदमे में बैकफुट पर डाल दिया। जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने खरीद को पूरा करने के लिए अदालती परीक्षण को रोक देने के लिए कहा था।

क्यों रद्द किया था मस्क ने समझौता

एलन मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर के खिलाफ जब डील कैंसिल की थी तो उन्होंने कहा था ट्विटर पर स्पैम बॉट खातों की भरमार है और उसने इसकी गलत जानकारी दी है। उन्होंने अपने फैसलों की पुष्टि करने के लिए ट्विटर के पूर्व सुरक्षा प्रमुख और व्हिसलब्लोअर पीटर जटको के आरोपों का भी सहारा लिया। बता दें कि पीटर जटको ने जुलाई में शिकायत दर्ज की कि ट्विटर ने लाखों स्पैम खातों को नियंत्रित करने के अपने प्रयासों के बारे में गलत जानकारी दी है।

मस्क के लिए क्या गलत हुआ?

अदालती परीक्षण में जब मस्क मस्क ने बॉट्स अकाउंट के तर्क को आगे बढ़ाया, तो यह पता चला कि अरबपति एलन मस्क ने अप्रैल के अंत ट्विटर को खरीदने की जो घोषणा की थी, उसके लिए उन्होंने कोई होमवर्क नहीं किया था। उनका यह रवैया किसी बड़ी कंपनी को खरीदने के लिए अपनाए जाने वाले जरूरी पेशेवर रवैये के खिलाफ था।

क्या मस्क ने अपना विचार क्या बदल दिया है

मुकदमे के बीच एलन मस्क को इस बात का डर सताने लगा था कि अगर वह मुकदमा हार जाते हैं तो उन्हें न केवल ट्विटर को खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ेगा, बल्कि उनको उस ऑफर पर ऊंचा ब्याज भी देना पड़ेगा। इससे खरीद की लागत बढ़ जाती और उनको अधिक पैसे देने पड़ते।

ये हैं अब तक के अपडेट

  • ट्विटर ने मंगलवार को पुष्टि की कि मस्क ने एक पत्र भेजा है जिसमें कहा गया है कि वह इस साल की शुरुआत में 44 अरब डॉलर में ट्विटर खरीदने के लिए हुए समझौते पर आगे बढ़ेंगे।
  • मस्क ने ट्विटर को प्रति शेयर 54.20 डॉलर का ऑफर दिया है।
  • मस्क ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म खरीदना उनके लिए 'एक्स, द एवरीथिंग ऐप' बनाने का एक जरिया है।
  • मस्क ने अपनी योजनाओं का पूरी तरह से खुलासा नहीं किया है, हालांकि उन्होंने कहा है कि वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को "मौलिक रूप से बेहतर" बनाना चाहते हैं।
  • मस्क ने जुलाई में बायआउट डील से पीछे हटने के बाद ट्विटर के साथ एक कड़वी कानूनी लड़ाई लड़ी है।
  • उन्होंने यह दावा किया कि ट्विटर ने उन्हें अपने प्लेटफॉर्म पर बॉट स्पैम खातों की संख्या के बारे में गुमराह किया गया था।
  • 17 अक्टूबर को, मस्क और ट्विटर के डेलावेयर कोर्ट ऑफ चांसरी में आमने-सामने होने की उम्मीद थी

    जिसमें सोशल मीडिया कंपनी मस्क को 44 बिलियन डॉलर में सौदा फाइनल करने का आदेश देने की मांग करने वाली थी।

  • 13 सितंबर को ट्विटर शेयरधारकों ने बायआउट प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए मतदान किया था, क्योंकि मस्क ने इसे प्रस्तुत किया था।
  • कंपनी ने उस समय कहा था कि 98.6% शेयरधारक सौदे के पक्ष में थे। हालांकि, मस्क जो कंपनी के सबसे बड़े शेयरधारक हैं, उन्होंने कथित तौर पर वोट नहीं दिया।

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