दिल्ली से लेकर गुरुग्राम तक ED ने धड़ाधड़ 10 ठिकानों पर की छापेमारी, 100 करोड़ से अधिक रुपये किए जब्त
गुरुग्राम में ईडी ने अवैध कॉल सेंटर घोटाले के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सात ठिकानों पर छापे मारे और 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की। यह कार्रवाई धन शोधन रोकथाम अधिनियम के तहत की गई। आरोपितों पर अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाकर 125 करोड़ रुपये की ठगी करने का आरोप है।
नई दिल्ली। ईडी की गुरुग्राम जोनल टीम ने 20 अगस्त को गुरुग्राम और नई दिल्ली में सात ठिकानों पर छापे मारकर 100 करोड़ से अधिक संपत्ति को जब्त कर लिया। यह कार्रवाई धन शोधन रोकथाम अधिनियम 2002 के तहत की गई। ED ने दिल्ली से लेकर गुरुग्राम तक छापेमारी करके कुल 100 करोड़ से अधिक रुपये जब्त किए।
यह मामला एक अवैध काल सेंटर घोटाले से जुड़ा है। ईडी (Enforcement Directorate) की शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपितों ने अमेरिकी नागरिकों से करीब 15 मिलियन डालर (लगभग 125 करोड़ रुपये) की ठगी को अंजाम दिया।ईडी की जांच सीबीआइ द्वारा दर्ज एफआइआर के आधार पर शुरू हुई थी।
अमेरिकी नागरिकों को बना रहे थे निशाना
एफआइआर (FIR) में आरोप था कि कुछ लोग दिल्ली-एनसीआर से फर्जी काल सेंटर (Call Centre) के माध्यम से खासकर अमेरिकी नागरिकों को निशाना बना रहे थे। ये लोग नवंबर 2022 से अप्रैल 2024 तकनीकी सहायता देने के नाम पर ठगी कर रहे थे। जांच में सामने आया कि आरोपित अर्जुन गुलाटी, दिव्यांश गोयल और अभिनव कालरा ने नोएडा और गुरुग्राम से अवैध काल सेंटर चलाया।
बैंक खातों में अवैध पहुंच बनाकर कई विदेशी खातों में धन भेजा
आरोपितों ने पीडि़तों के बैंक खातों में अवैध पहुंच बनाकर कई विदेशी खातों में धन भेजा और बाद में भारतीय खातों में ट्रांसफर कर लिया।200 से अधिक बैंकों के जरिये किया लेन-देनइस दौरान 200 से अधिक बैंकों के जरिये लेन-देन किया गया।
ED ने 30 बैंक खाते फ्रीज किए
छापेमारी में ईडी को कई अहम दस्तावेज और डिजिटल रिकार्ड मिले। 30 बैंक खाते फ्रीज किए गए। साथ ही आठ लग्जरी कारें, महंगी घडि़यां और 100 करोड़ रुपये से अधिक की कीमती संपत्तियां जब्त की गईं। आरोपितों ने धोखाधड़ी के पैसों से आलीशान घर और लग्जरी सामान खरीदे थे। ईडी ने बताया कि आगे की जांच जारी है।
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