क्या Donald Trump भारत से टैरिफ पर करना चाह रहे बातचीत? घर के लोगों ने सुनाई खरी-खोटी कहा 'पाकिस्तानी साथी'
दुनिया भर में ट्रंप टैरिफ (Trump Tariffs) को लेकर विवाद जारी है। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पोस्ट जारी कर अपने समर्थकों को दिखाना चाहते हैं कि भारत उनके सामने झुक गया है लेकिन वे खुद बातचीत के लिए तड़प रहे हैं। ऐसा हम क्यों कह रहे हैं इस लेख के माध्यम से समझते हैं।

नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने टैरिफ फैसले को लेकर कई महीनों से सुर्खियों में बने हुए हैं। हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति द्वारा सोशल मीडिया में एक पोस्ट साझा की जाती है। जहां वे भारत को ताने कस रहे हैं।
हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि इस पोस्ट के जरिए वे अपने समर्थकों को ये दिखाना चाहते है कि भारत उनके सामने झुक गया है। भारत ने उनके टैरिफ डर से जीरो टैरिफ की पेशकश की। जबकि भारत कई समय पहले से ही जीरो टैरिफ की पेशकश कर रहा था। अपने आप को विजयी दिखा कर वे भारत से टैरिफ पर बातचीत फिर से शुरू करना चाहते हैं।
ट्रंप के इस पोस्ट के कुछ घंटे बाद ही अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने स्पष्ट रूप से नर्म लहजे में कहा कि उन्हें विश्वास है कि वाशिंगटन और नई दिल्ली "इस समस्या का समाधान निकाल लेंगे। इससे पहले अमेरिका की ओर से 25 अगस्त को टैरिफ को लेकर बातचीत न करने का फैसला लिया गया था। उनकी तरफ से न ही इस पर कोई नया अपडेट आया है।
अब जानते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी पोस्ट पर ऐसा क्या कहा, जिसकी वजह से ये चर्चा में बना हुआ है।
पोस्ट के जरिए ट्रंप क्या बोले?
इस पोस्ट के जरिए डोनाल्ड ट्रंप कहते हैं कि, " लोगों को लगता है कि हम भारत के साथ बहुत कम व्यापार करते हैं, लेकिन वे हमारे साथ बहुत ज्यादा व्यापार करते हैं... वे हमें भारी मात्रा में सामान बेचते हैं... लेकिन हम उन्हें बहुत कम बेचते हैं। ये पूरी तरह से एकतरफा ट्रेड रहा है और यह कई दशकों से ऐसा ही रहा है।"
वे आगे लिखते हैं कि भारत अब टैरिफ को शून्य तक कम करने की पेशकश कर रहा है। अब देर हो चुकी है, ये उन्हें सालों पहले कर देना चाहिए था।
भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने को लेकर वे अपने ही लोगों द्वारा घेरे जा रहे हैं।
पाकिस्तानी साथी, कोर्ट ने सुनाई खरी-खोटी
भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ वॉर छेड़कर डोनाल्ड ट्रंप अपने ही लोगों द्वारा घेरे जा रहे हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन कहते हैं कि पाकिस्तान के साथ बिजनेस करने के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से अब तक के सभी संबंधों को कुर्बान कर दिया है।
उन्होंने कहा जो डोनाल्ड ट्रंप भारत के साथ कर रहे हैं, उसे जर्मनी, कनाडा, जापान जैसे दुनिया के दिग्गज देश देख रहे हैं। वे यहीं सोचेंगे कि आज भारत के साथ ऐसा हो रहा है, कल हमारे साथ भी हो सकता है। अगर सभी को ये लगने लगा कि वे अमेरिका पर निर्भर नहीं हो सकते, तो ये पूरे अमेरिका के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
अमेरिका अदालत ने किया विरोध
शुक्रवार को अमेरिकी न्यायालय में डोनाल्ड ट्रंप टैरिफ को लेकर अहम फैसले लिए गए। कोर्ट ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए जा रहे ज्यादातर टैरिफ अवैध है। उनके पास सभी पर टैरिफ लगाने का अधिकार नहीं है। डोनाल्ड ट्रंप सभी पर ऐसे टैरिफ नहीं लगा सकते।
यूएस कोर्ट ऑफ अपील्स फॉर द फेडरल सर्किट ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी इमरजेंसी पावर का गलत इस्तेमाल किया है। उनके टैरिफ फैसले को लेकर खुद के लोग ही उनके खिलाफ खड़े हो गए हैं।
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