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    Diwali से पहले घर खरीदो, पाओ गोल्ड-कार और 5 लाख तक की छूट; दिल्ली-NCR में कैसे-कैसे ऑफर दे रहीं कंपनियां?

    By National bureauEdited By: Ankit Kumar Katiyar
    Updated: Wed, 15 Oct 2025 10:07 PM (IST)

    त्योहारी सीजन में सोना-गाड़ी की बिक्री तेज है, पर मकानों की नहीं। प्रोपटाइगर के अनुसार, कुछ शहरों में बिक्री घटी है, कुछ में बढ़ी। मध्यम आकार के मकानों की बिक्री बढ़ाने के लिए बिल्डर छूट दे रहे हैं, क्योंकि कीमतें बहुत बढ़ गई हैं। आठ शहरों में 1.52 लाख करोड़ के मकान बिके। खुदरा बिक्री बढ़ने से मॉल की जगहों की मांग बढ़ रही है। 2025 की चौथी तिमाही में मकानों की बिक्री में तेजी की उम्मीद है।

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    मकान खरीदों को लुभाने के लिए रियल एस्टेट कंपनियां तरह-तरह के ऑफ दे रही हैं।

    नई दिल्ली| सोना और गाड़ी की खरीदारी भले ही त्योहारी सीजन में जबरदस्त तरीके से हो रही है, लेकिन सितंबर और अक्टूबर में मकान खरीदाने वालों में पिछले साल की तरह जोश नहीं दिख रहा है। प्रोपटाइगर की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के दौरान अहमदाबाद, दिल्ली-एनसीआर, पुणे, मुंबई जैसे बड़े शहरों में मकान की बिक्री में गिरावट दर्ज की गई।

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    हालांकि बंगलुरू, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता जैसे शहरों में इस अवधि में मकानों की बिक्री में बढ़ोतरी रही। कामर्शियल जगहों की बिक्री में जरूर तेजी चल रही है। वहीं, दो करोड़ से अधिक कीमत वाले मकानों की बिक्री बढ़ रही है।

    त्योहारी सीजन में मध्यम आकार वाले मकानों की बिक्री में तेजी के लिए गुड़गांव, नोएडा, ग्रेटर नोएडा व मुंबई के बिल्डर्स-डेवलपर्स गोल्ड वाउचर से लेकर सोने के सिक्के व मकान की कीमत पर पांच लाख रुपए तक की छूट की पेशकश कर रहे हैं।

    असल में पिछले दो सालों में दिल्ली-एनसीआर, मुंबई व अन्य कई बड़े शहरों में मध्यम आकार के मकानों की कीमतों में 75 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। दो साल पहले तक 60-70 लाख की कीमत वाले मकान के दाम एक करोड़ पार चुके हैं। ऐसे में लाख-डेढ़ लाख रुपए प्रतिमाह कमाने वालों को मकान खरीदना मुश्किल दिख रहा है।

    8 शहरों में 1.52 लाख करोड़ के घर बिके

    प्रोपटाइगर की रिपोर्ट के मुताबिक देश के आठ बड़े शहरों में जुलाई-सितंबर में 1.52 लाख करोड़ कीमत के मकान की बिक्री रही, जबकि मकानों की संख्या के हिसाब से बिक्री में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में एक प्रतिशत की गिरावट रही। प्रोपटेक के कार्यकारी निदेशक अरुण शेतिये के मुताबिक प्रीमियम मकानों की ओर रुझान में मजबूती दिख रही है।

    'मार्केट ठंडा, लेकिन कुल बिक्री सही रही'

    रियल एस्टेट सेल्स कंपनी आरईए ग्रुप (हाउसिंग डॉट काम) के सीईओ प्रवीण शर्मा के मुताबिक वर्ष 2025 की पहली छमाही में मकानों की बिक्री का बाजार ठंडा रहा, लेकिन अक्टूबर-दिसंबर में मकानों की बिक्री में तेजी की उम्मीद की जा रही है जिससे इस साल की कुल बिक्री सकारात्मक रह सकती है। उन्होंने बताया कि वैसे भी हर साल मकानों की सबसे अधिक बिक्री चौथी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में होती है। वर्ष 2020-24 के बीच चौथी तिमाही की हिस्सेदारी कुल बिक्री में 25-35 प्रतिशत की होती है।

    दूसरी तरफ जीएसटी में कटौती की वजह से खुदरा वस्तुओं की बिक्री में बढ़ोतरी से बड़े शहरों के माल की जगहों की मांग बढ़ रही है। डीएलएफ रिटेल की वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक व बिजनेस हेड पुष्पा बेक्टर ने बताया कि आने वाले सप्ताह में माल की जगहों की मांग और बढ़ सकती है।

    जुलाई-सितंबर में मकानों की बिक्री संख्या में

    शहर 2024 तीसरी तिमाही 2025 तीसरी तिमाही
    अमहदाबाद 9352 8889
    बंगलुरू 11160 13124
    चेन्नई 3560 7862
    दिल्ली-एनसीआर 10098 7961
    हैदराबाद 1564 17658
    कोलकाता 2796 3729
    एमएमआर 30010 23334
    पुणे 18004 12,990

    SOURCE- प्रोपटाइगर