Move to Jagran APP
In-depth

कभी था 26 अरब डॉलर का मालिक, एक झटके में हुआ कंगाल; अब सलाखों के पीछे गुजारेगा 25 साल

अमेरिका के युवा उद्यमी और एक वक्त क्रिप्टो किंग कहे जाने वाले सैम बैंकमैन-फ्राइड को 25 साल की सुनाई गई है। सैम ने 2019 में क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेफॉर्म FTX की नींव रखी। यह जल्द ही दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म बन गया। लेकिन दो साल के भीतर ही कंपनी का दिवाला भी निकल गया। आइए जानते हैं सैम के अर्श से फर्श तक पहुंचने की पूरी कहानी।

By Suneel Kumar Edited By: Suneel Kumar Published: Fri, 29 Mar 2024 02:25 PM (IST)Updated: Fri, 29 Mar 2024 02:25 PM (IST)
कभी था 26 अरब डॉलर का मालिक, एक झटके में हुआ कंगाल; अब सलाखों के पीछे गुजारेगा 25 साल
'किंग ऑफ क्रिप्टो' के नाम से मशहूर सैम को 25 साल की सजा हुई है।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। कभी क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में उस शख्स की तूती बोलती थी। उसने 2019 में एक क्रिप्टो एक्सचेंज स्टार्टअप खड़ा किया, जो जल्द ही दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म बन गया। लेकिन, वह जितनी तेजी से कामयाबी की बुलंदियों पर पहुंचा, उससे कहीं अधिक तेजी से नीच आया। उसने अपनी सारी दौलत तो गंवाई ही, अब 25 साल जेल की सजा भी काटनी होगी।

loksabha election banner

महज पांच साल के भीतर तमाम उतार चढ़ाव देखने वाले शख्स का नाम है, सैम बैंकमैन-फ्राइड (SamBankman-Fried)। सैम ने साल 2019 में क्रिप्टो एक्सचेंज स्टार्टअप FTX की नींव रखी। यह बेहद सफल रहा, लेकिन दो साल के भीतर ही सैम अमेरिकी इतिहास के सबसे बड़े जालसाजों की लिस्ट में शुमार हो गए।

आइए जानते हैं कि कभी 'किंग ऑफ क्रिप्टो' के नाम से मशहूर सैम 25 साल की सजा पाने वाले मुजरिम कैसे बन गए।

क्रिप्टो की दुनिया में कैसे आए सैम बैंकमैन-फ्राइड?

सैम (32) ने अमेरिका के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक- मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से पढ़ाई की है। उन्हें शुरू से ही डिजिटल वर्ल्ड में दिलचस्पी थी। सैम ने साल 2013 में इंटरनेशनल ETF बिजनेस करने वाली एक कंपनी में काम किया।

लेकिन, उनकी तकदीर बदली साल 2017 में, जब उन्होंने quantitative ट्रेडिंग फर्म अल्मेडा रिसर्च (Alameda Research) की नींव रखी। इसमें अमेरिकी अरबपति कंप्यूटर प्रोग्राम जॉन टालिन ने भी पैसे लगाए। फिर जब अमेरिका के मुकाबले जापान में क्रिप्टो का दाम बढ़ गया, तो सैम ने मुनाफा कमाने की नई तरकीब निकाली। वह अमेरिका से क्रिप्टो खरीदकर जापान में बेचने लगे।

हालांकि, सैम के सितारों को बुलंदियों पर पहुंचाया FTX ने ही। उन्होंने इस cryptocurrency derivatives exchange प्लेटफॉर्म की नींव रखी साल 2019 में। सैम ने अपना पूरा कारोबार बहामास शिफ्ट कर लिया। उनकी कंपनी ने भारत के ई-स्पोर्ट सेगमेंट में भी निवेश किया। उसकी बैटल रॉयल गेम बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया (BGMI) टीम TSM के साथ पार्टनरशिप भी थी।

'हॉल ऑफ फेम' से 'हॉल ऑफ शेम' तक का सफर

FTX के साथ सैम कामयाबी की बुलंदियों पर पहुंच गए। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर बन गया। अमेरिका प्रतिष्ठित बिजनेस मैगजीन फोर्ब्स ने 2021 में सैम को 30 साल कम उम्र के 30 सबसे सफल कारोबारियों की लिस्ट में भी शामिल किया।

लेकिन, दिलचस्प बात यह है कि FTX घोटाला आने के बाद इसी फोर्ब्स ने 2023 में सैम को हॉल ऑफ शेम यानी कुख्यात लोगों की सूची में भी जगह दी। इस लिस्ट में शामिल 10 लोगों ने कामयाबी मिलने के बाद गलत रास्ता अपनाया और बर्बाद हो गए। इनमें अव्वल नंबर पर थे सैम बैंकमैन-फ्राइड। 

कैसे बर्बाद हुए सैम बैंकमैन-फ्राइड?

सैम का बुरा दौर शुरू हुआ 2022 के करीब। सैम बैंकमैन-फ्राइड ने सबसे छिपाकर FTX से अपनी ट्रेडिंग आर्म अल्मेडा रिसर्च में 10 अरब डॉलर के कस्टमर फंड ट्रांसफर कर दिए। अल्मेडा ने इस फंड से ट्रेडिंग करती थी, जिसमें उसको भारी नुकसान हुआ, जब यह खबर बाहर आई, तो क्रिप्टो सुपरस्टार कहे जाने वाले सैम और उनकी FTX की साख धूल में मिल गई।

निवेशकों में FTX से पैसा निकालने की होड़ मच गई। कंपनी के पास महज 3 दिन में 6 अरब डॉलर से अधिक विड्रॉल रिक्वेस्ट आ गई। FTX के पास एकमुश्त इतना पैसा था और यहां लिक्विडिटी क्रंच हो गया। मतलब कि कंपनी लोगों का पैसा वापस लौटा पाने की हालत में नहीं थी। उसके पास बस एक ही विकल्प था और उसने उसी पर अमल किया। वो था, दिवालिया होने की अर्जी डालना।

ऐसे हुआ क्रिप्टो किंग सैम बैंकमैन-फ्राइड का पतन

जब मामले की जांच हुई, तो पता चला कि सारी गड़बड़ी के जिम्मेदार सैम हैं। उन्हें दिसंबर 2022 में बहामास से गिरफ्तार करके अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया। उन पर क्रिप्टो फ्रॉड के लिए ग्राहकों का पैसा चुराने और निवेशकों को गुमराह करने का आरोप था।

पिछले साल नवंबर में अदालत ने बैंकमैन को निवेशकों और ग्राहकों के साथ 8 अरब डॉलर यानी करीब 832 अरब रुपये की धोखाधड़ी का दोषी पाया। FTX घोटाला खुलने के बाद फ्राइड की 16 अरब डॉलर की दौलत कुछ दिनों के भीतर ही जीरो हो गई। एक वक्त तो उनकी संपति 26 अरब डॉलर तक पहुंच गई थी।

अब FTX के को-फाउंडर सैम को 25 साल जेल की सजा सुनाई गई है। जज ने बैंकमैन-फ्राइड की 11 अरब डॉलर से अधिक की दौलत भी जब्त करने का आदेश दिया है। अदालत ने कहा कि उस फिक्र है कि सैम को अगर रियायत मिली, तो वह बाहर जाकर फिर जनता के साथ ऐसा फ्रॉड कर सकते हैं। इसलिए उन्हें यह सख्त सजा सुनाई जा रही है।

सजा के बाद क्या कहा बैंकमैन-फ्राइड ने?

बैंकमैन-फ्राइड ने अपने किए पर पछतावा जाहिर किया। उन्होंने कहा, 'मैंने कई खुदगर्जी वाले फैसले लिए, जो मुझे हर रोज परेशान करते हैं।' बैंकमैन-फ्राइड का इशारा FTX के पैसों का इस्तेमाल अपनी ट्रेडिंग फर्म अल्मेडा रिसर्च के लिए करने की ओर था। उन्होंने कहा, 'मेरी वजह से बहुत से लोग परेशान हुए, उन्हें निराशा हुई, मुझे उसका खेद है। कई ऐसी चीजें हैं, जो मैं FTX की बेहतरी के लिए कर सकता है और कई चीजों से दूरी बनाकर रख सकता था।'

यह भी पढ़ें : Bitcoin Price: बिटकॉइन में फिर आया बंपर उछाल, साल भर में 200 प्रतिशत बढ़ा भाव, जानिए और कितना बढ़ेंगी कीमतें

 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.