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    RBI के 'सरप्राइज' से शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी, गवर्नर के CRR वाले फैसले से भागे बैंक और NBFC शेयर

    RBI CRR Cut रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आज रेपो रेट के साथ-साथ CRR में कटौती कर शेयर बाजार और बैंक शेयरों को दो बड़े सरप्राइज दे दिए हैं। कैश रिजर्व रेशियो में 100 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई है। इस फैसले के बाद बैंक और एनबीएफसी शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है।

    By Chandrashekhar Gupta Edited By: Chandrashekhar Gupta Updated: Fri, 06 Jun 2025 11:14 AM (IST)
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    रेपो रेट और सीआरआर दोनों में बड़ी कटौती हुई।

    नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की बड़ी कटौती के साथ एक और बड़ी राहत दी है, जिसका सीधा असर बैंक और फाइनेंशियल शेयरों पर बड़ा असर होगा। दरअसल, आरबीआई ने CRR (कैश रिजर्व रेशियो) में 100 बेसिस प्वाइंट की कटौती कर दी है। यह बैंकिंग सेक्टर के लिए बड़ी राहत की खबर है, और इसका असर बैंक शेयरों में तेजी के साथ देखने को मिल रहा है।

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    रिजर्व बैंक ने CRR को 4 फीसदी से घटाकर 3% कर दिया है। इस फैसले के बाद बैंक निफ्टी 56000 के अहम स्तर को पार कर गया है। बैंक और एनबीएफसी शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिल रही है।

    इन शेयरों में बड़ी तेजी

    CRR में कटौती के बाद बैंक, फाइनेंशियल और एनबीएफसी शेयरों में तेजी दिख रही है। सबसे ज्यादा 2 फीसदी तक की तेजी आईडीएफसी फर्स्ट बैंक, एक्सिस बैंक और पीएनबी में देखने को मिल रही है। इसके अलावा, एनबीएफसी शेयरों में श्रीराम फाइनेंस, बजाज फाइनेंस, आरईसी समेत अन्य शेयर भी 3 फीसदी तक की तेजी दिखा रहे हैं।

    CRR में कटौती से बैंकों को क्या फायदा?

    CRR का मतलब कैश रिजर्व रेशियो होता है। नकद आरक्षित अनुपात (CRR) के तहत, कमर्शियल बैंकों को आरबीआई के पास रिजर्व के रूप में एक निश्चित न्यूनतम राशि जमा करनी होती है। बैंक की कुल जमाराशि के मुकाबले रिजर्व में रखी जाने वाली नकदी का प्रतिशत, कैश रिजर्व रेशियो कहलाता है।

    यह वह दर होती है जिसमें कटौती से बैंकों को कई फायदे होते हैं। इससे बैंकों के पास अधिक तरलता उपलब्ध हो जाती है, जिससे वे ज्यादा लोन दे सकते हैं। इसके अतिरिक्त, बैंकों के लाभ में भी बढ़ोतरी होती है क्योंकि उन्हें ज्यादा रकम पर ब्याज मिलता है।

    रेपो रेट कटौती का बाजार पर असर

    जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर, डॉ. वी.के. विजयकुमार, ने कहा, "आरबीआई द्वारा अपेक्षित 50 बीपी की दर में कटौती का निर्णय, ग्रोथ के लिए पॉजिटिव है। उम्मीद है कि इस दर कटौती से क्रेडिट वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा जो मार्जिन में गिरावट की भरपाई करेगी।"

    वहीं, अन्य मार्केट एक्सपर्ट ने आरबीआई द्वारा रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती को हैरान करने वाला कदम बताया, क्योंकि मार्केट 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की उम्मीद कर रहा था। ऐसे में आरबीआई का यह फैसला ग्रोथ को सपोर्ट देने की दिशा में अहम कदम है और इससे बाजार को मजबूती मिलेगी।