Credit Card Default: इन वजहों से आप बन सकते हैं क्रेडिट कार्ड डिफॉल्टर, भुगतने पड़ सकते हैं ये परिणाम
आजकल डिजिटल इंडिया में हर कोई कैशलेस पेमेंट पसंद करता है। क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं को कई लाभ प्रदान करता है यही कारण है कि अब हर कोई इसका उपयोग करना चाहता है। लेकिन जितना क्रेडिट कार्ड का फायदा भी है उतना नुकसान भी है। आज हम आपको उन कारणों के बारे में बताते हैं जो आपको एक क्रेडिट कार्ड का डिफॉल्टर बना सकते हैं।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: डिजिटल इंडिया में आजकल हर कोई कैशलेस पेमेंट करना पसंद करता है। जब बात कैशलेस की आती है तो यूपीआई और डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड का नाम सबसे उपर आता है। क्रेडिट कार्ड यूजर्स को अनेकों बेनिफिट प्रदान करता है जिसके कारण अब हर कोई इसका उपयोग करना चाहता है।
हालांकि क्रेडिट कार्ड अपने फायदे और नुकसान दोनों के साथ आता है। आज हम आपको बातएंगे की वो कौन-कौन से कारण हैं जो आपको एक क्रेडिट कार्ड डिफॉल्टर बना सकते हैं, साथ ही हम आपको उससे बचने का तरीका भी बताएंगें।
क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट का क्या है मतलब?
अगर आप यह सोच रहे हैं कि क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट का मतलब क्रेडिट कार्ड का बिल पेमेंट करने से चूक जाना है तो आपको बता दें कि यह आधा सच है। वास्तव में, आपके क्रेडिट कार्ड से एक या दो बार भुगतान चूक जाना डिफॉल्ट नहीं माना जाता है, लेकिन इसे डिफॉल्ट तब माना जाता है जब आप लगातार कई महीनों तक न्यूनतम देय राशि (एमएडी) का भुगतान करने से चूक जाते हैं।
हालांकि क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता लगातार 6 भुगतान चूक जाने के बाद यूजर्स को भुगतान करने के लिए सूचित करता है। आसान भाषा में कहें तो यदि आप समय पर क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करने से चूक जाते हैं, तो आपसे भारी ब्याज शुल्क लिया जा सकता है और आप डिफॉल्टर बन सकते हैं।
इन कारणों से आप बन सकते हैं क्रेडिट कार्ड डिफॉल्टर
क्रेडिट कार्ड का बिल भुगतान की देय तिथि चूक जाना: क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता मासिक रूप से क्रेडिट कार्ड विवरण भेजता है। हो सकता है कि आप सही देय तिथि पढ़ने से चूक गए हों या गलत तिथि के बारे में सोच रहे हों। यदि ऐसा कोई मामला होता है, तो आपकी उलझन की कीमत आपको डिफॉल्टर बनना पड़ सकता है।
स्वीकृत सीमा से अधिक खर्च करना: सबसे पहले तो आपको कभी भी अपने क्रेडिट लिमिट से ज्यादा खर्च नहीं करना चाहिए लेकिन आप अगर ऐसा करते हैं और फिर इसका पेमेंट नहीं कर पाते हैं तो आप कुछ ही समय में डिफॉल्टर बन सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान में टाल-मटोल: क्रेडिट कार्ड के भुगतान में देरी करना वास्तव में बुरा है। पेमेंट न करने पर आपको कुछ ही सेकंड में बड़ी रकम चुकानी पड़ सकती है। अगर आप उन लोगों में से हैं जो अपने क्रेडिट कार्ड से भुगतान करने के लिए अंतिम क्षण तक प्रतीक्षा करते हैं, तो अंततः आप अपने बटुए को भारी शुल्क के जोखिम में डाल रहे हैं।
क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट के प्रमुख परिणाम
होगी कानूनी कार्रवाई
यदि आप लंबे समय तक अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान नहीं करते हैं तो क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता आपको डिफॉल्टर करार दे सकता है। संभवतः आपके नाम के तहत दायर कानूनी कार्रवाई की जाएगी और इसे धोखाधड़ी करार दिया जाएगा।
इसलिए, अगर आप किसी भी कानूनी कार्रवाई में नहीं पड़ना चाहतें तो अपने क्रेडिट कार्ड बिलों का समय पर भुगतान करना सुनिश्चित करें।
क्रेडिट स्कोर पर पड़ेगा सीधा असर
डिफॉल्ट होने का सीधा प्रभाव आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ेगा। छूटे हुए या देर से भुगतान करने से आपका क्रेडिट स्कोर कम होता है।
इसलिए, अपने क्रेडिट स्कोर और विश्वसनीयता को बनाए रखने के लिए, समय के भीतर अपने क्रेडिट बिलों का पेमेंट कर दें।
लगेगी बढ़ी हुई ब्याज दरें
यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड बिलों का समय पर भुगतान नहीं करते हैं तो आप पर उच्च ब्याज दरें लगाई जा सकती हैं। ब्याज दरें 30-35 प्रतिशत तक हो सकती हैं। इस प्रकार, उच्च-ब्याज दरों के जाल में फंसने से बचने के लिए, अपने बिलों का समय पर भुगतान करना सुनिश्चित करें।
क्रेडिट कार्ड अकाउंट हो जाएगा ब्लॉक
क्रेडिट कार्ड का बिल पेमेंट ना कर पाने से प्राथमिक परिणाम यह होगा की आपका क्रेडिट कार्ड अकाउंट ब्लॉक हो जाएगा। यदि आप लगातार अपने क्रेडिट कार्ड बिलों का भुगतान करने में विफल रहते हैं, तो आपको धोखाधड़ी वाला माना जाएगा, जिसके परिणामस्वरूप क्रेडिट कार्ड खाता ब्लॉक हो जाएगा। इससे बचने के लिए, आप अपने क्रेडिट कार्ड बिलों का भुगतान समय से पहले कर दें।
आपकी संपत्ति का हो सकता है अधिग्रहण
क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट के मामले में बैंक द्वारा आपकी संपत्ति का अधिग्रहण किया जा सकता है। यदि आप दिए गए समय के भीतर अपने क्रेडिट कार्ड डिफॉल्ट का निपटान करने में विफल रहते हैं तो बैंक आपके बकाया शेष को चुकाने के लिए आपके बचत खाते को जब्त कर सकते हैं।
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