कॉरपोरेट इंडिया बड़े पैमाने पर करेगा नई भर्तियां, जानिए किस सेक्टर में सबसे अधिक होगी हायरिंग
Job opening in service sector मैनपॉवरग्रुप एंप्लॉयमेंट आउटलुक ने इस साल अप्रैल में एक सर्वे किया। यह सर्वे जुलाई से सितंबर तिमाही में नौकरियों को लेकर है। यह सर्वे ग्लोबल स्तर पर हुआ है। नेट एंप्लॉयमेंट आउटलुक में यूएई के बाद भारत दूसरे स्थान पर है। कुछ खास सेक्टर ऐसे हैं जहां अगली तिमाही में नई भर्तियां अधिक होने की संभावना है।

अगली तिमाही यानी जुलाई से सितंबर के दौरान कॉरपोरेट इंडिया में हायरिंग (Corporate Job Opening) आउटलुक काफी अच्छा है। मैनपॉवरग्रुप एंप्लॉयमेंट आउटलुक सर्वे के मुताबिक भारत का नेट एंप्लॉयमेंट आउटलुक 42% है। इस मामले में संयुक्त अरब अमीरात के बाद भारत दूसरे नंबर पर है। जो नियोक्ता कर्मचारियों की संख्या घटाना चाहते हैं और जो बढ़ाना चाहते हैं, दोनों के अंतर को नेट एंप्लॉयमेंट आउटलुक माना गया है।
54% एम्प्लॉयर नई हायरिंग करेंगे
मैनपॉवरग्रुप इंडिया और मिडल ईस्ट के मैनेजिंग डायरेक्टर संदीप गुलाटी ने कहा, ऐसे समय जब हम 2025 की तीसरी तिमाही में प्रवेश कर रहे हैं, भारत का एंप्लॉयमेंट आउटलुक काफी मजबूत है। यहां का नेट एंप्लॉयमेंट आउटलुक 42% है, जो दुनिया में सबसे अधिक अंक वाले देशों में है। हालांकि पिछली तिमाही से इसमें थोड़ी गिरावट है लेकिन सालाना आधार पर देखें तो आउटलुक में 12 अंकों का सुधार हुआ है।
सर्वे में 54% एम्प्लॉयर ने कहा कि वे नई हायरिंग करेंगे, 32% ने कहा कि वे न कोई नई भर्ती करेंगे, न ही किसी की छंटनी करेंगे। 12% ने छंटनी करने की बात कही तो दो प्रतिशत ने कहा कि इसे लेकर अभी वे कुछ नहीं कह सकते। अप्रैल 2025 में यह सर्वेक्षण किया गया। इसके लिए 3146 एम्प्लॉयर से बात की गई।
नेट एंप्लॉयमेंट आउटलुक में दूसरे स्थान पर भारत
वैश्विक स्तर पर यूएई का नेट एंप्लॉयमेंट आउटलुक सबसे अधिक 48% है। उसके बाद भारत (42%) और कोस्टारिका (41%) का स्थान है। शीर्ष पांच में शामिल अन्य देशों में ब्राजील 33% के साथ चौथे और नीदरलैंड्स 30% के साथ पांचवें स्थान पर है।
डिजिटल स्किल वालों को रखना चाहती हैं कंपनियां
गुलाटी के अनुसार भू-राजनीतिक अनिश्चितता और ट्रेड बाधाओं के बावजूद भारतीय नियोक्ता नई भर्तियों को लेकर सक्रिय हैं। यहां 82% ने ऑटोमेशन में निवेश बढ़ाने की बात कही, 67% ने कहा कि वे अपनी वर्कफोर्स स्ट्रैटजी में बदलती स्किल डिमांड के मुताबिक बदलाव कर रहे हैं। गुलाटी के अनुसार कंपनियां डिजिटल स्किल वाले लोगों की भर्ती करना चाहती हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता 90% कंपनियां में नई भर्ती के फैसले लेने में मायने रखती है। इसका सबसे अधिक असर ऊर्जा और यूटिलिटी (94%), इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी तथा कम्युनिकेशन सर्विसेज (93%) और फाइनेंशियल तथा रियल स्टेट (91%) सेक्टर पर दिखता है।
इन सेक्टर में सबसे ज्यादा हायरिंग होगी
सेक्टर के हिसाब से देखा जाए तो ऊर्जा और यूटिलिटी क्षेत्र में हायरिंग आउटलुक सबसे अधिक 50% है। इसके बाद आईटी सेक्टर (46%), इंडस्ट्रियल एंड मटेरियल (45%), फाइनेंशियल एंड रियल स्टेट (43%) और हेल्थकेयर एंड लाइफ साइंस (30%) हैं।
भौगोलिक क्षेत्र के हिसाब से देखा जाए तो उत्तर क्षेत्र में नेट एंप्लॉयमेंट आउटलुक सबसे अधिक 46% है। उसके बाद पूर्वी क्षेत्र का आउटलुक 44%, पश्चिम का 41% और दक्षिण का 36% है।
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