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दिसंबर के आखिर तक यूएई के साथ व्यापक व्यापार समझौता, निर्यात को मिलेगा बढ़ावा

निर्यात प्रोत्साहन के लिए पिछले कुछ महीनों से भारत कई देशों के साथ व्यापार समझौते को अंजाम देने की कोशिश में जुटा है। इसी क्रम में 23 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के साथ भारत सीपा को लेकर औपचारिक वार्ता शुरू करने जा रहा है।

By Ankit KumarEdited By: Published: Thu, 23 Sep 2021 08:56 AM (IST)Updated: Thu, 23 Sep 2021 08:56 AM (IST)
दिसंबर के आखिर तक यूएई के साथ व्यापक व्यापार समझौता, निर्यात को मिलेगा बढ़ावा
वित्त वर्ष 2019-20 में दोनों देशों के बीच 59 अरब डालर का कारोबार किया गया था।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। निर्यात प्रोत्साहन के लिए पिछले कुछ महीनों से भारत कई देशों के साथ व्यापार समझौते को अंजाम देने की कोशिश में जुटा है। इसी क्रम में 23 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के साथ भारत कंप्रेहेंसिव इकोनामिक पार्टनरशिप एग्रीमेंट (सीपा) को लेकर औपचारिक वार्ता शुरू करने जा रहा है। दोनों देश सीपा से जुड़ी वार्ता को इस साल दिसंबर तक समाप्त कर लेंगे और अगले साल मार्च में दोनों देश सीपा समझौते पर हस्ताक्षर कर लेंगे। बुधवार को यह घोषणा भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और यूएई के विदेश व्यापार मंत्री थानी बिन अहमद अल जऊदी ने संयुक्त रूप से की।

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वित्त वर्ष 2019-20 में दोनों देशों के बीच 59 अरब डालर का कारोबार किया गया था। सीपा के तहत दोनों देशों ने अगले पांच साल में वस्तुओं के कारोबार को 100 अरब डालर तो सेवा क्षेत्र के कारोबार को 15 अरब डालर तक ले जाने का लक्ष्य रखा है। आगामी एक नवंबर से भारत ब्रिटेन के साथ भी मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) को लेकर वार्ता शुरू करने जा रहा है जिसकी घोषणा हाल ही में की गई और वर्ष 2022 के मार्च तक भारत और ब्रिटेन के बीच मिनी ट्रेड डील होने की संभावना है।

दोनों देशों को होगा फायदा: गोयल

सीपा वार्ता की घोषणा के दौरान गोयल ने बताया कि यूएई एक अहम स्थान पर है, जहां से पूरे अफ्रीका में बड़े पैमाने पर व्यापार होता है। कई देशों के साथ यूएई के मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) हैं और विश्वस्तरीय व्यापार में उसकी बड़ी भूमिका है। इस सप्लाई चेन में यदि भारतीय व्यापार को प्रवेश मिलता है तो हमारे निर्यात के लिए असीम संभावनाएं निकलेंगी। उन्होंने बताया कि भारत और यूएई दोनों को सीपा से बराबर का फायदा होगा।

इन वस्तुओं का बढ़ेगा निर्यात

भारत के टेक्सटाइल, इंजीनियरिंग, चाय, समुद्री उत्पाद, फल और सब्जी, हैंडीक्राफ्ट, फुटवियर जैसी वस्तुओं के निर्यात में बढ़ोतरी होगी।

भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करेगा यूएई: जऊदी

इस मौके पर जऊदी ने कहा कि यूएई भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में नए निवेश भी करने जा रहा है और इस दिशा में अलग से भारत के साथ बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा कि यूएई भारत को मुख्य रूप से पेट्रोलियम उत्पाद का निर्यात करता है और वे अपने गैर पेट्रोलियम उत्पाद के निर्यात को बढ़ाना चाहते हैं। वित्त वर्ष 2019-20 के आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका के बाद भारत सबसे अधिक यूएई में अपना निर्यात करता है। इस अवधि में भारत ने यूएई में 29 अरब डालर का निर्यात किया था।


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