COVID की दूसरी लहर से निपटने के लिए कंपनियों ने खर्च किए 1,600 करोड़ रुपये: रिपोर्ट
इंडियन कार्पोरेट फर्म ने 2020-21 में कोविड -19 की दूसरी लहर का मुकाबला करने के लिए CSR के तहत 1600 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं। सोमवार को सीएसआर ...और पढ़ें

नई दिल्ली, पीटीआइ। सोमवार को जारी एक अध्ययन के मुताबिक, इंडियन कार्पोरेट फर्म ने वित्त वर्ष 2020-21 में कोविड -19 की दूसरी लहर का मुकाबला करने के लिए CSR के तहत 1,600 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं। सीएसआर नॉलेज एंड इम्पैक्ट इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म, 'सीएसआरबीओएक्स' द्वारा आयोजित 350 से अधिक सार्वजनिक सूचीबद्ध कंपनियों के अध्ययन में कहा गया है कि भारतीय कंपनियों ने दूसरी लहर से निपटने के लिए 750 से अधिक कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी की पहल को शुरू किया था।
'सीएसआर रिस्पांस टू सीओवीआईडी 2.0' शीर्षक वाली रिपोर्ट में यह कहा गया है, कोविड -19 की दूसरी लहर का मुकाबला करने के लिए CSR की लगभग 57 फीसद पहलों को प्रत्यक्ष लाभार्थियों कोविड-संक्रमित लोगों पर लक्षित किया गया था। संक्रमण की दूसरी लहर से निपटने के लिए कॉरपोरेट CSR की 400 से अधिक पहलों का उद्देश्य पीपीई किट जैसे चिकित्सा आपूर्ति, वेंटिलेटर और सुरक्षा उपकरणों की खरीद करना था।
CSR की अनुसूची VII के तहत COVID-19 इंपैक्ट और राहत कार्य को शामिल करने के लिए कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय की हालिया अधिसूचना ने COVID-19 के प्रभाव को कम करने के लिए कंपनियों को CSR के लिए प्रेरित किया था। CSRBOX के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी भौमिक शाह ने कहा, "कॉर्पोरेटों ने बड़ी तत्परता और उल्लेखनीय लचीलेपन के साथ COVID का जवाब दिया है, आवश्यक चिकित्सा आपूर्ति की समय पर खरीद के लिए CSR परियोजना की मंजूरी, केंद्र, राज्य सरकारों और स्थानीय एजेंसियों के साथ मिलकर काम किया है।"
जारी रिपोर्ट में यह बताया गया है कि, 35 फीसद इंटरवेंशन महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में लागू किए गए थे। CSR सपोर्ट के तहत 200 से अधिक ऑक्सीजन संयंत्र, 75 से अधिक अस्थायी अस्पताल और 10,000 से अधिक बेड, 3,500 वेंटिलेटर और 140,000 ऑक्सीजन सांद्रता वाले कोविड वार्ड शामिल थे। महत्वपूर्ण रूप से, 33 कंपनियों ने 17 राज्यों में सामुदायिक जागरूकता गतिविधियों के संचालन के लिए 150 करोड़ रुपये से अधिक का योगदान दिया है।

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