भारत के आम उगाकर भारत का ही बाजार कब्जा रहा चीन, नेहरू के दोस्ताना तोहफे से दुनियाभर में फैलाया जाल
साल 1950 में भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने चीन को आम के 8 पौधे उपहार में दिए थे। आज चीन भारतीय आमों की किस्मों जैसे दशहरी चौसा अल्फांसो और लंगड़ा की खेती करके दुनिया भर में निर्यात कर रहा है जिससे भारत पीछे रह गया है। 2023 में चीन का आम निर्यात 59.43 मिलियन डॉलर था जबकि भारत का 55.94 मिलियन डॉलर।

नई दिल्ली। जब भारत के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू ने 1950 के दशक में चीन को आम के 8 पौधे तोहफे में दिए थे, तब शायद किसी ने नहीं सोचा होगा कि एक दिन वही चीन भारतीय आमों से भारत को ही मंडी में पीछे छोड़ देगा।
आज चीन न सिर्फ दशहरी, चौसा, अल्फांसो और लंगड़ा जैसी भारतीय किस्मों की खेती कर रहा है, बल्कि उन्हें दुनियाभर में एक्सपोर्ट भी कर रहा है। इतना ही नहीं कुछ आम तो चीन से आयात होकर भारत भी लौट रहे हैं।
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भारत सबसे बड़ा उत्पादक, लेकिन चीन से पीछे
भारत दुनिया में सबसे ज्यादा आम पैदा करता है। दुनिया के कुल उत्पादन का 40%, फिर भी आम एक्सपोर्ट में चीन पिछले दो सालों से आगे है। बात 2023 करें तो चीन ने 59.43 मिलियन डॉलर के आम एक्सपोर्ट किए, जबकि भारत ने 55.94 मिलियन डॉलर के आम ही एक्सपोर्ट कर पाए।
वहीं 2022 में, चीन का एक्सपोर्ट 61.91 मिलियन डॉलर था जबकि भारत का सिर्फ 45.76 मिलियन डॉलर ही हो पाया था। हालांकि 2024 के पहले पांच महीनों में, भारत ने 49.55 मिलियन डॉलर के आम एक्सपोर्ट किए हैं, जो पूरे 2022 से ज्यादा है। यानी उम्मीद की किरण अभी बाकी है।
एक्सपोर्ट को लेकर क्या हैं भारत की चुनौतियाँ
उत्तर प्रदेश के आम उत्पादकों के मुताबिक, भारत के आमों में गुणवत्ता की कमी, बैन कीटनाशकों का इस्तेमाल और लॉजिस्टिक सपोर्ट की कमी बड़ी बाधाएं हैं।
दूसरी ओर, चीन ने हैनान और गुआंगडोंग जैसे दक्षिणी राज्यों में भारतीय किस्मों को सफलतापूर्वक उगाया है और उन्हें पैकेजिंग, गुणवत्ता और समय पर डिलीवरी में महारत हासिल है।
भारत चीन को टक्कर देने की कर रहा कोशिश
FY24 में भारत का आम एक्सपोर्ट 60.16 मिलियन डॉलर तक पहुंचा, जो पिछले 5 सालों में सबसे ज्यादा है। लेकिन एक्सपोर्ट को और आगे ले जाने के लिए कड़ाई से गुणवत्ता नियंत्रण, सीधी किसान सहायता, लॉजिस्टिक्स और टेस्टिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार और APEDA जैसे संगठनों की सक्रिय निगरानी जरूरी है।
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