पैदा होने से लेकर बच्चे के बड़े होने तक कितना लग सकता है खर्च, पहले ही जुटा लें इतना फंड
इस महंगाई के जमाने में बेबी प्लानिंग काफी जरूरी हो गई है। ताकि पालन-पोषण में किसी भी तरह की परेशानी ना हो। सिर्फ शिशु होने तक ही प्री-प्रेग्नेंसी और पोस्ट प्रेगनेंसी में लाखों रुपये तक खर्च (child expenses Pre and post planning) हो जाते हैं। इसलिए अगर आप बेबी प्लानिंग कर रहे हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए काम का होने वाला है।

नई दिल्ली। बेबी प्लानिंग आज के समय काफी जरूरी हो गया है। आज हम खास तौर पर बेबी प्लानिंग से जुड़े वित्तीय संबंधित खर्चों के बारे में बात करेंगे। ये एक अनुमानित खर्च होगा क्योंकि ये आपकी जरूरत और इच्छा पर भी निर्भर करता है। हम पहले प्री प्रेगनेंसी से जुड़े खर्चों पर बात करते हैं।
प्री- प्रेग्नेंसी से जुड़ा खर्च
डिलीवरी से पहले प्रेग्नेंसी से जुड़े टेस्ट और अगर कोई समस्या हुई तो उसके इलाज के लिए 50 हजार रुपये से लेकर 1 लाख तक खर्च लग सकता है।
वहींं, नॉर्मल डिलीवरी में 75000 हजार से 1 लाख तक खर्च हो सकता है। इसके अलावा सी-सेक्शन में 1 लाख रुपये या इससे ज्यादा का खर्च आ सकता है। प्रेग्नेंसी से जुड़ा इलाज और टेस्ट अगर सरकारी अस्पताल में किया जाए तो कम हो जाता है। इसके साथ ही अगर नर्सिंग होम में इलाज किया जाए तो भी कम हो जाता है।
बच्चे के स्कूल जाने तक भी लाख रुपये तक का खर्च आ जाता है। इनमें दूध, कपड़े, वैक्सीन, बेसिक चेकअप इत्यादि शामिल हैं। वहीं आपकी जरूरत और पसंद पर भी ये खर्च निर्भर करता है।
पढ़ाई से जुड़ा खर्च
मौजूदा समय में प्राइवेट स्कूल की सलाना फीस 1 लाख या इससे ज्यादा हो सकती है। वही सरकारी स्कूल में 8वीं कक्षा तक फीस माफ होती है। स्कूल की उच्च कक्षा में भी बेहद कम पैसे लगते हैं। इसलिए स्कूल से जुड़ा खर्चा व्यक्तिगत चयन पर निर्भर करता है।
इसका अलावा प्राइवेट कॉलेज की फीस 10 लाख से लेकर करोड़ तक जा सकती है। ये कोर्स, कॉलेज और यूनिवर्सिटी पर तय होता है।
शादी से जुड़ा खर्च
ये खर्च इस पर निर्भर करता है कि आप किस तरह से शादी का आयोजन करना चाहते हैं। शादी में 5 से 7 लाख रुपये का खर्च लग ही जाता है। वहीं ये दाम शादी से जुड़े कार्यक्रम पर निर्भर रकता है।
खर्चों के लिए कैसे जुटाएं फंड
म्यूचुअल फंड में करें निवेश
अगर बच्चे के पैदा होने पर कोई व्यक्ति 5000 रुपये निवेश करता है, तो आज से 20 साल बाद 12 फीसदी अनुमानित रिटर्न के हिसाब से आपको मैच्योरिटी में 45,99,287 रुपये मिलते हैं। आप एसआईपी में निवेश रकम को Set-Up SIP से बढ़ा भी सकते हैं।
इमरजेंसी फंड और हेल्थ इंश्योरेंस
लगातार बढ़ रहे मेडिकल खर्चों को देखते हुए हमें परिवार के सभी सदस्यों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम लेना चाहिए। इसके साथ ही सैलरी का कुछ हिस्सा इमरजेंसी फंड के लिए बचाकर रखें। ताकि भविष्य में होने वाली किसी भी तरह की वित्तीय परेशानी का आप सामना कर पाएं।
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