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    Budget 2024: पिछले वर्ष के बराबर ही रह सकती है केंद्र सरकार की उधारी, रिपोर्ट में हुआ खुलासा

    Updated: Thu, 25 Jan 2024 07:40 PM (IST)

    31 मार्च को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष के लिए सरकार ने 15.43 लाख करोड़ रुपये उधारी का लक्ष्य रखा था और इसमें से सरकार ने लगभग 14.08 लाख करोड़ या 91 प्रतिशत जुटा लिए हैं। यह आंकड़ा 2019-20 में लिए गए 7.1 लाख करोड़ रुपये की उधारी से लगभग दोगुना है। आइए पूरी खबर के बारे में जान लेते हैं।

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    पिछले वर्ष के बराबर ही रह सकती है केंद्र सरकार की उधारी।

    रायटर,नई दिल्ली। सरकार अपने कर्ज को किसी भी कीमत पर बढ़ाना नहीं चाहती है और यही वजह है कि अगले वित्त वर्ष में भी वह चालू वित्त वर्ष के बराबर ही उधार लेने की योजना बनाकर चल रही है। इस पूरे घटनाक्रम से परिचित दो अधिकारियों ने बताया कि अगले वित्त वर्ष के लिए सरकार उधारी लक्ष्य को 15 से 15.5 लाख करोड़ रुपये के आसपास रख सकती है।

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    15.43 लाख करोड़ रुपये उधारी का लक्ष्य

    31 मार्च को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष के लिए सरकार ने 15.43 लाख करोड़ रुपये उधारी का लक्ष्य रखा था और इसमें से सरकार ने लगभग 14.08 लाख करोड़ या 91 प्रतिशत जुटा लिए हैं। यह आंकड़ा 2019-20 में लिए गए 7.1 लाख करोड़ रुपये की उधारी से लगभग दोगुना है।

    कोविड में बढ़ी उधारी 

    महामारी के दौरान अधिक खर्च के चलते सरकार की उधारी बढ़कर लगभग दोगुना हो गई है। एक अधिकारी ने बताया कि चुनाव वाला साल होने के बावजूद सरकार कल्याणकारी योजनाओं और सब्सिडी पर अपने खर्च को सीमित करके अपने राजकोषीय घाटे को कम से कम 50 आधार अंक (0.5 प्रतिशत) तक कम करना चाहती है।

    अगले वर्ष कम होगा राजकोषीय घाटा 

    रायटर द्वारा कराए गए एक सर्वे से यह भी पता चलता है कि अर्थशास्त्रियों को उम्मीद है कि सरकार अगले वित्त वर्ष में अपने राजकोषीय घाटे को इस साल के 5.9 प्रतिशत से घटाकर सकल घरेलू उत्पाद का 5.3 प्रतिशत करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।

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