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    CCD Stock: गिरावट वाले बाजार में भी उछला ये कॉफी स्टॉक, 20 फीसदी का लगा अपर सर्किट

    कैफे कॉफी डे (Coffee Day Enterprises) के शेयरों में 20% का अपर सर्किट लगा क्योंकि NCLAT ने कंपनी के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया रद्द कर दी। पहले NCLT ने ₹228.45 करोड़ के कर्ज में डिफॉल्ट के कारण दिवाला प्रक्रिया शुरू की थी। कंपनी के खिलाफ केस सुप्रीम कोर्ट तक गया लेकिन अब उसे राहत मिली है। बाजार ने इस खबर को सकारात्मक रूप में लिया जिससे शेयरों में जबरदस्त तेजी आई।

    By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Mon, 03 Mar 2025 12:48 PM (IST)
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    CDEL कैफे कॉफी डे चेन की पैरेंट कंपनी है।

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। कैफे कॉफी डे (CCD) की मालिक कंपनी Coffee Day Enterprises (CDEL) के शेयरों में सोमवार को जबरदस्त उछाल देखने को मिला। नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्राइब्यूनल (NCLAT) ने कंपनी के खिलाफ चल रही दिवाला प्रक्रिया (Insolvency Proceedings) को रद्द करने का फैसला दिया है। इसके बाद कंपनी के शेयरों में 20 फीसदी का अपर सर्किट लगा है।

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    BSE और NSE पर कंपनी के शेयर 19.97% उछलकर क्रमशः ₹25.65 और ₹25.53 पर पहुंच गए। यह Coffee Day Enterprises के शेयरों का 52 हफ्तों का उच्चतम स्तर है। इससे पहले लगातार चार सत्रों तक CDEL के शेयर 5% लोअर सर्किट में फंसे हुए थे।

    बाजार में गिरावट के बीच CDEL में तेजी

    जहां एक तरफ संवेदी सूचकांक (Sensex) और निफ्टी (Nifty) लाल निशान में कारोबार कर रहे थे, वहीं Coffee Day Enterprises ने इस नकारात्मक बाजार के बीच शानदार प्रदर्शन किया। BSE सेंसेक्स 360.20 अंक गिरकर 72,837.90 पर पहुंच गया। NSE निफ्टी 103.05 अंक फिसलकर 22,021.65 पर कारोबार कर रहा था।

    कंपनी की कैसे बदली तकदीर?

    गुरुवार को NCLAT की चेन्नई पीठ ने बेंगलुरु NCLT के उस आदेश को रद्द कर दिया, जिसके तहत CDEL के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया शुरू की गई थी। हालांकि, इस फैसले का विस्तृत आदेश आना अभी बाकी है।

    कंपनी पर कर्ज और कानूनी लड़ाई

    CDEL कैफे कॉफी डे चेन की पैरेंट कंपनी है। यह पिछले कुछ साल से गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रही है। कंपनी ने रिजॉर्ट्स, कंसल्टेंसी सर्विसेज और कॉफी बीन्स के व्यापार में भी हाथ आजमाया है। लेकिन फाउंडर वीजी सिद्धार्थ की जुलाई 2019 में दुखद मौत के बाद कंपनी की वित्तीय स्थिति और खराब हो गई।

    कर्ज और अदालत का खेल

    अगस्त 2023 में, बेंगलुरु NCLT ने IDBI ट्रस्टीशिप सर्विसेज लिमिटेड (IDBITSL) द्वारा दायर याचिका को स्वीकार किया था। IDBITSL ने ₹228.45 करोड़ के कर्ज में डिफॉल्ट का दावा किया था। इसके बाद NCLT ने एक अंतरिम समाधान पेशेवर (IRP) नियुक्त किया, जिसने कंपनी के संचालन को अपने हाथ में ले लिया। लेकिन CDEL के निलंबित बोर्ड ने NCLAT में इस फैसले को चुनौती दी, और 14 अगस्त 2024 को NCLAT ने दिवाला प्रक्रिया पर रोक लगा दी। IDBITSL ने NCLAT के इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी।

    31 जनवरी 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि अगर NCLAT 21 फरवरी 2025 तक CDEL की अपील पर फैसला नहीं करता, तो NCLAT द्वारा दी गई स्टे ऑटोमैटिकली खत्म हो जाएगी। NCLAT ने सुनवाई तो पूरी कर ली, लेकिन सुप्रीम कोर्ट की तय समयसीमा में आदेश नहीं दे पाया। नतीजतन, दिवाला प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई थी।

    अब क्या होगा?

    अब जब NCLAT ने CDEL के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया को खत्म कर दिया है, तो यह कंपनी के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। बाजार भी इस खबर को सकारात्मक रूप से ले रहा है, जिससे कंपनी के शेयर में भारी खरीदारी देखने को मिल रही है। फाउडंर सिद्धार्थ की दुखद मौत के बाद CDEL ने अपने कई एसेट्स बेचकर कर्ज चुकाने की कोशिश की। हालांकि, कंपनी को पूरी तरह से उबरने में अभी भी समय लगेगा।

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