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    Bonus Share Vs Stock Split: बोनस शेयर और स्टॉक स्प्लिट में क्या होता है अंतर, किसमें ज्यादा फायदा, यहां जानें

    बोनस शेयर (Bonus Share) में आपको कंपनी बिना अतिरिक्त पैसे दिए आपके पास मौजूद शेयरों के हिसाब से उसी के रेशियो में और शेयर जारी करती हैं। वहीं स्टॉक स्प्लिट (Stock Split) में आपके शेयर के हिस्से हो जाते हैं। एक शेयर को कंपनी दो तीन या फिर फेस वैल्यू के अनुसार कई हिस्सों में तोड़ सकती है।

    By Gyanendra Tiwari Edited By: Gyanendra Tiwari Updated: Wed, 02 Jul 2025 01:28 PM (IST)
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    बोनस शेयर और स्टॉक स्प्लिट में क्या होता है अंतर, किसमें ज्यादा फायदा

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगर आप शेयर मार्केट में निवेश करते हैं तो आप दो शब्दों बोनस इश्यू या स्टॉक स्प्लिट से भली भांति परिचित होंगे। ये दोनों शब्द  कॉर्पोरेट एक्शन हैं, जो सीधे तौर पर निवेशकों को फायदा पहुंचाते हैं। जब भी कंपनी इन दोनों में से किसी एक या फिर दोनों का ऐलान करती हैं तो शेयरधारकों को सीधे तौर पर फायदा होता है। लेकिन इन दोनों में अंतर (Bonus Share vs Stock) क्या है और किसमें ज्यादा मुनाफा होता है? आइए इसके बारे में जानते हैं।

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    बोनस इश्यू या स्टॉक स्प्लिट आम कॉर्पोरेट क्रियाएं हैं जो आपके पास मौजूद शेयरों की संख्या और उन शेयरों की कीमत को बदल सकती हैं।

    क्या होता है बोनस इश्यू । What is Bonus Issue

    मान लीजिए आपने किसी A नाम की कंपनी में निवेश किया है। कंपनी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है। प्रदर्शन इतना अच्छा है कि कंपनी के पास अतिरिक्त नकदी हो गई है। लेकिन वह आपको डिविडेंड देने की बजाए आपको मुफ्त मे शेयर देने का फैसला करती है तो इसी एक्शन को बोनस इश्यू (Bonus Issue) कहा जाता है।

    Bonus Issue में क्या है खास

    1. आपको बिना किसी अतिरिक्त भुगतान के कंपनी आपको अतिरिक्त शेयर देती है।
    2. आपको मिलने वाले शेयरों की संख्या इस बात पर निर्भर करती है कि आपके पास पहले से कितने शेयर हैं और कंपनी ने किस रेशियो में बोनस शेयर जारी किया। 
    3. आपकी इन्वेस्टमेंट राशि वही रहती है। बस शेयरों की संख्या बढ़ जाती है। जिस अनुपात में आपको बोनस शेयर मिलेंगे उसी अनुपात में प्रति शेयर का मूल्य कम हो जाएगा।

    इसको उदाहरण से समझें तो मान लीजिए A कंपनी के आपके पास  200 शेयर हैं। और प्रति शेयर इसकी वैल्यू 2 रुपये है। और इसकी फेस वैल्यू 1 रुपये है।

    यानी आपके शेयर की वैल्यू 400 रुपये हुई कंपनी ने 1 अनुपात 1 में बोनस शेयर जारी किया तो आपको शेयरों की संख्या 200 + 200 होकर 400 हो जाएगी। यहां भी आपके शेयर की वैल्यू 400 रुपये ही रहेगी। लेकिन यहां एक शेयर की वैल्यू 2 रुपये से घटकर 1 रुपये हो जाएगी। लेकिन यहां कंपनी की फेस वैल्यू नहीं बदलेगी।

    क्या होता है स्टॉक स्प्लिट । What is Stock Split

    स्टॉक स्प्लिट में की बात करें तो जिस तरीके से बोनस में कंपनी आपको अलग से शेयर दे रही थी और उसके प्रति शेयर की वैल्यू कम हो रही थी। यहां पर ठीक उसी का उल्टा होता है। एक स्टॉक को दो हिस्से या फिर और अधिक में तोड़ देना स्टॉक स्प्लिट कहलाता है।

    उदाहरण से समझें तो - जैसे एक किलो का एक केक है। कंपनी ने उसके पांच हिस्से कर दिए। यानी आपके एक शेयर को पांच शेयर में बदल दिया। लेकिन केक की कीमत वही है। अब केके के पांच हिस्सों की कीमत बराबर बराबर हो गई। जो कीमत अब तक एक किलो पूरे केक की थी अब केक के कटे हुए पांच हिस्सों को मिलाकर है। यानी अगर केक 500 का था तो एक हिस्सा 100 रुपये का हो गया।

    इसी तरह अगर कोई कंपनी स्टॉक स्प्लिट करती है और उसके पांच हिस्से करती है। एक शेयर की वैल्यू 500 रुपये है तो पांच हिस्से होने के बाद एक शेर की कीमत 100 रुपये हो जाएगी। इसके साथ प्रति शेयर की फेस वैल्यू भी बदल जाएगी। मान लीजिए एक शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये थी तो 5 हिस्सों में स्टॉक स्प्लिट होने के बाद इसकी फेस वैल्यू 2 रुपये हो जाएगी।

    बोनस शेयर और स्टॉक स्प्लिट में क्या होता है अंतर?

    स्टॉक स्प्लिट और बोनस इश्यू में कंपनी की वैल्यूएशन पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। बस शेयरों की संख्या बढ़ जाति है और प्रति शेयर की वैल्यू उसी के अनुपात में कम हो जाती है। स्टॉक स्प्लिट में फेस वैल्यू की कीमत भी कम हो जाती है लेकिन बोनस इश्यू में फेस वैल्यू की कीमत ज्यों की त्यों रहती है।

    दोनों में मुख्य अंतर यही होता है कि बोनस शेयर में कंपनी बिना कोई पैसे लिए आपको मौजूदा शेयरों पर और फ्री में शेयर देती हैं। वहीं, स्प्लिट में कंपनी आपके एक शेयर को कई हिस्सों में बांट देती है। दोनों में शेयरों की संख्या बढ़ती है। कंपनी की वैल्यूएशन वही रहती है। स्टॉक स्प्लिट में फेस वैल्यू भी कम हो जाती है।

    "शेयर से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"

    (डिस्क्लेमर: यहां शेयरों को लेकर दी गई जानकारी निवेश की राय नहीं है। चूंकि, स्टॉक मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है इसलिए निवेश करने से पहले किसी सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से परामर्श जरूर करें।)