Fake Reviews: आनलाइन फर्जी समीक्षाओं पर रोक के लिए BIS लाया नया मानक, फर्जी समीक्षाएं पोस्ट करने पर लगेगी रोक
पिछले कुछ वर्षों में ई-कामर्स प्लेटफार्म के जरिये खरीदारी बढ़ने से कई उत्पादों को लेकर फर्जी समीक्षाएं पोस्ट करने का चलन भी तेजी से बढ़ा है। इन फर्जी समीक्षाओें के जरिये उपभोक्ताओं को उत्पाद के बारे में गलत तरीके से प्रभावित करने की कोशिश की जाती है।

नई दिल्ली, पीटीआई। भारतीय मानक ब्यूरो (बीआइएस) ने आनलाइन प्लेटफार्म्स पर आने वाली फर्जी समीक्षाओं पर रोक लगाने के मकसद से उपभोक्ताओं की समीक्षाएं पोस्ट करने वाले संगठनों के लिए एक नया मानक जारी किया है। नए मानक ई-कामर्स कंपनियों, यात्रा पोर्टल और खाद्य उत्पादों की आपूर्ति करने वाले मंचों समेत उन सभी संगठनों पर लागू होंगे, जो उपभोक्ताओं की आनलाइन समीक्षाएं प्रकाशित करते हैं।
एक बयान में कहा गया है कि नए मानक आनलाइन उपभोक्ता समीक्षाओं के संकलन, संयमन एवं प्रकाशन के दौरान समीक्षा प्रशासकों पर लागू होने वाले सिद्धांतों एवं पद्धतियों से जुड़ी अनुशंसाएं करते हैं। यह मानक समीक्षा लिखने वाले व्यक्ति और उस समीक्षा का प्रशासन करने वाले के लिए विशेष दायित्वों को निर्धारित करता है। बीआइएस ने इस मानक के जरिये उपभोक्ता समीक्षाएं प्रकाशित करने वालीं वेबसाइट के लिए कुछ प्रक्रियाएं निर्धारित की हैं ताकि इन मंचों पर उपभोक्ताओं की विश्वसनीय समीक्षाएं प्रकाशित की जा सकें।
पिछले कुछ वर्षों में ई-कामर्स प्लेटफार्म के जरिये खरीदारी बढ़ने से कई उत्पादों को लेकर फर्जी समीक्षाएं पोस्ट करने का चलन भी तेजी से बढ़ा है। इन फर्जी समीक्षाओें के जरिये उपभोक्ताओं को उत्पाद के बारे में गलत तरीके से प्रभावित करने की कोशिश की जाती है। उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने गत दिनों कहा था कि नया मानक स्वैच्छिक ढंग से ही लागू होगा लेकिन सरकार फर्जी समीक्षाओं पर लगाम न लग पाने की स्थिति में इसे अनिवार्य करने के बारे में भी सोच सकती है।
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