Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बिहार समेत इन राज्यों को रेलवे प्रोजेक्ट की मंजूरी, 12328 करोड़ होंगे खर्च; भागलपुर-जमालपुर के बीच बिछेगी तीसरी लाइन

    केंद्रीय कैबिनेट ने 12328 करोड़ रुपए की 5 रेलवे परियोजनाओं को हरी झंडी दी। बिहार में भागलपुर-जमालपुर तीसरी लाइन बनेगी। तीन साल में पूरा होने वाला यह प्रोजेक्ट लोगों की यात्रा आसान करेगा और रोजगार के मौके भी बढ़ाएगा। साथ ही असम कर्नाटक तेलंगाना और गुजरात के लाखों लोगों को भी सीधा लाभ होगा।

    By Ankit Kumar Katiyar Edited By: Ankit Kumar Katiyar Updated: Wed, 27 Aug 2025 11:21 PM (IST)
    Hero Image
    केंद्रीय कैबिनेट ने 12,328 करोड़ रुपए की लागत से चार नई रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है।

    नई दिल्ली| बिहार समेत देश के कई राज्यों के लिए रेलवे से बड़ी खुशखबरी आई है। केंद्रीय कैबिनेट ने 12,328 करोड़ रुपए की लागत से चार नई रेलवे परियोजनाओं (railway projects) को मंजूरी दे दी है। इन प्रोजेक्ट्स से लोगों को कनेक्टिविटी आसान होगी। लॉजिस्टिक खर्च कम होगा और रेलवे की तेल आयात पर निर्भरता भी घटेगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इन परियोजनाओं के तहत करीब 3,108 गांवों को जोड़ा जाएगा। इससे 47.34 लाख की आबादी को सीधा फायदा पहुंचेगा। इन राज्यों में कर्नाटक, तेलंगाना, बिहार और असम शामिल हैं। बिहार के लिए इसमें खास योजना भागलपुर से जमालपुर तक तीसरी रेलवे लाइन है।

    भागलपुर-जमालपुर सेक्शन (Bhagalpur-Jamalpur Section) पर 53 किमी लंबी यह तीसरी लाइन 1,156 करोड़ रुपए की लागत से बनेगी। प्रोजेक्ट तीन साल में पूरा होगा। इसके बाद भागलपुर और आसपास के लोगों की ट्रेन यात्रा और आसान हो जाएगी। यहां ट्रेनों की लेट-लतीफी कम होगी और माल ढुलाई की क्षमता भी बढ़ेगी।

    यह भी पढ़ें- PM Kisan 21st Installment: अब समय पर आएगी किस्त, बैंक नहीं रोक पाएंगे पैसा; जानें सरकार ने दिए क्या निर्देश?

    असम में डबल होगी 194 किमी लंबी लाइन

    इसी तरह असम में 194 किमी लंबी फुरकाटिंग-न्यू टिनसुकिया लाइन को डबल किया जाएगा। इस पर 3,634 करोड़ रुपए खर्च होंगे और चार साल में काम पूरा होगा। इससे उत्तर-पूर्वी राज्यों को कनेक्टिविटी का बड़ा फायदा होगा।

    गुजरात के कच्छ क्षेत्र में देशलपर-हाजीपीर-लूना और वायोर-लखपत के बीच नई रेल लाइन बनाई जाएगी। इस प्रोजेक्ट की लागत 2,526 करोड़ रुपए होगी। इसके साथ 13 नए रेलवे स्टेशन जोड़े जाएंगे।

    इससे ढोलावीरा का हड़प्पा स्थल, कोटेश्वर मंदिर, नारायण सरोवर और लखपत किला रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाएंगे। लगभग 866 गांव और 16 लाख की आबादी को सीधे लाभ मिलेगा।

    तेलंगाना और कर्नाटक के लिए सिकंदराबाद (सनथनगर)-वाडी के बीच तीसरी और चौथी लाइन बनेगी। इससे यहां मालगाड़ियों और पैसेंजर ट्रेनों की आवाजाही तेज होगी।

    यह भी पढ़ें- PM SVANidhi योजना 2030 तक बढ़ी, बदलेगी लाखों रेहड़ी-पटरी वालों की किस्मत; जानें पीएम मोदी ने किए क्या-क्या एलान?

    माल ढुलाई होगी सस्ती और घटेगा यात्रा का समय

    सरकार का मानना है कि ये प्रोजेक्ट्स रोजगार भी बढ़ाएंगे। निर्माण के दौरान हजारों लोगों को काम मिलेगा। साथ ही माल ढुलाई सस्ती होगी और यात्रा का समय भी घटेगा।

    बिहार में भागलपुर-जमालपुर तीसरी लाइन पूरे क्षेत्र की रेलवे कनेक्टिविटी को नई रफ्तार देगी। इससे बिहार की अर्थव्यवस्था और स्थानीय लोगों की जिंदगी दोनों में तेजी आएगी।