Maruti Suzuki: थोक यात्री वाहन बाजार का सबसे बेहतर प्रदर्शन, मारुति सुजुकी ने 19.66 लाख गाड़ियां बेची
वित्त वर्ष 2022-23 में मारुति सुजुकी हुंडई और टाटा मोटर्स ने अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा वाहनों की थोक बिक्री की है। इसके चलते घरेलू यात्री वाहन बाजार ने पिछले वित्त वर्ष में अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। फाइल फोटो।

नई दिल्ली, पीटीआई। वित्त वर्ष 2022-23 में मारुति सुजुकी, हुंडई और टाटा मोटर्स ने अब तक के इतिहास में सबसे ज्यादा वाहनों की थोक बिक्री की है। इसके चलते घरेलू यात्री वाहन बाजार ने पिछले वित्त वर्ष में अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। देश की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने बीते वित्त वर्ष में कुल 19,66,164 यात्री वाहनों की थोक बिक्री की, जो वित्त वर्ष 2021-22 के 16,52,653 वाहनों से 19 प्रतिशत ज्यादा है।
टाटा मोटर्स ने पिछले वित्त वर्ष में की 5,38,640 यात्री वाहनों की थोक बिक्री
कंपनी ने घरेलू बाजार में 17,06,831 इकाइयों की थोक बिक्री की। इसमें 21 प्रतिशत की वृद्धि रही है। इसी प्रकार हुंडई मोटर इंडिया ने बीते वित्त वर्ष में कुल 7,20,565 यात्री वाहनों की थोक बिक्री की, जो 2021-22 की 6,10,760 वाहनों के मुकाबले 18 प्रतिशत ज्यादा है। कंपनी ने घरेलू बाजार में 5,67,546 वाहनों की थोक बिक्री की, जो 2021-22 के 4,81,500 इकाइयों से 18 प्रतिशत ज्यादा है। इसी तरह टाटा मोटर्स ने पिछले वित्त वर्ष में 5,38,640 यात्री वाहनों की थोक बिक्री की।
वित्त वर्ष 2022 की 3,70,372 इकाइयों के मुकाबले 2023 में थोक बिक्री में 45 प्रतिशत की वृद्धि रही है। बिक्री और संख्या के लिहाज से टाटा मोटर्स का यह घरेलू बाजार में किसी एक वित्त वर्ष में अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन रहा है।
कुल 38.89 लाख यात्री वाहनों की बिक्री
मारुति सुजुकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक विपणन एवं बिक्री शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि चिप की कमी से उत्पादन प्रभावित होने के बावजूद कंपनी ने एक वित्त वर्ष में अब तक की सबसे ज्यादा बिक्री की है। उन्होंने बताया कि बीते वित्त वर्ष में उद्योग की कुल बिक्री 38.89 लाख इकाई रही है, जो 2021-22 की 30.69 लाख इकाई से 27 प्रतिशत ज्यादा है।
उन्होंने कहा कि बीते वित्त वर्ष में थोक और खुदरा दोनों मामलों में उद्योग ने सबसे ज्यादा बिक्री दर्ज की है। शशांक ने उम्मीद जताई कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 में कुल बिक्री 40 से 41 लाख इकाई पर पहुंच सकती है और उद्योग की वृद्धि दर 5-7 प्रतिशत के बीच रह सकती है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।