क्या 24 साल बाद अलग होंगे Bajaj Finserv और Allianz? शेयरों पर दिखेगा असर
Bajaj Finserv and Allianz split बजाज फिनसर्व और एलियांज 24 साल बाद अलग होने जा रहा है। इस फैसले का शेयरों पर भी असर देखने को मिल सकता है। पीटीआई के रिपोर्ट के मुताबिक बजाज ग्रुप की इंश्योरेंस ज्वाइंट वेंचर्स बजाज एलियांज जनरल इंश्योरेंस और बजाज एलियांज लाइफ इंश्योरेंस कंपनी से एलियांज बाहर हो जाएगी। इसे लेकर शेयर पर्चेज एग्रीमेंट में हस्ताक्षर हो चुका है।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। एलियांज के लाइफ और जनरल इंश्योरेंस जल्द ही अपनी पूरी हिस्सेदारी बजाज फिनसर्व को बेचने जा रही है। पीटीआई के मुताबिक शेयर पर्चेज एग्रीमेंट में हस्ताक्षर भी हो चुका है। ये एग्रीमेंट करीब 24,180 करोड़ रुपये का है।
अगर ये खरीदारी होती है तो बजाज ग्रुप की बजाज एलियांज जनरल इंश्योरेंस और बजाज एलियांज लाइफ इंश्योरेंस में हिस्सेदारी 74 फीसदी से बढ़कर 100 फीसदी हो जाएगी। इस फैसले से बजाज फिनसर्व के शेयर पर पॉजिटिव असर देखने को मिल सकता है।
पीटीआई की रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक बजाज फिनसर्व ने बजाज एलियांज जनरल इंश्योरेंस को 13,780 करोड़ रुपये और बजाज एलियांज लाइफ इंश्योरेंस को 10,400 करोड़ रुपये में खरीद सकते हैं। कुल मिलाकर ये पर्चेज एग्रीमेंट 24,180 करोड़ रुपये का होने वाला है।
क्या हो सकता है शेयर पर असर?
ऐसा माना जा रहा है कि इस फैसले से शेयरों में करेक्शन देखने को मिल सकती है। अभी फिलहाल बजाज फिनसर्व बीएसई सेंसेक्स में 1.32 फीसदी गिरकर 1847 रुपये प्रति शेयर चल रहा है। वहीं एक साल में ये शेयर जून 2024 को सबसे निचले स्तर पर रहा। इसके अलावा 27 सितंबर 2024 को इस शेयर ने हाई रिकॉर्ड बनाया था। इस समय इसके शेयर की कीमत 2029 रुपये प्रति शेयर थी।
केडिया फिनकॉर्प के फाउंडर नितिन केड़िया ने बताया ग्लोबल कंपनी एलियांज हटने से बजाज फिनसर्व पर निवेशकों का भरोसा कम हो सकता है। इसके साथ ही कंपनी के शेयर में 5 फीसदी से 8 फीसदी तक करेक्शन देखने को मिल सकती है।
क्या होगा इस फैसले का कंपनी पर प्रभाव?
पीटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक अगर ये खरीदारी होती है, तो एलियांज अब बजाज से पूरी तरह से बाहर हो जाएगा। वहीं बजाज फिनसर्व को इससे बड़ा फायदा मिल सकता है। वे अब बेहतर तरीके से अपने इंश्योरेंस सेक्टर के लिए रणनीतियां तैयार कर सकती है।
इसके साथ ही एलियांज और बजाज फिनसर्व के अलग होने का असर ग्राहकों या पॉलिसीधारकों पर देखने को नहीं मिलेगा। वे अपनी सेवाओं का लाभ आसानी से उठा सकते हैं। ये दोनों ही कंपनी 24 साल से साथ मिलकर काम कर रही थी। इस फैसले से पहले एलियांज का बजाज फिनसर्व के इंश्योरेंस सेक्टर में 26 फीसदी हिस्सेदारी थी।
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