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    2026 में 6.3 फीसदी रहेगी भारत की विकास दर, वर्ल्ड बैंक ने क्यों की GDP में कटौती?

    Updated: Wed, 23 Apr 2025 04:53 PM (IST)

    World Bank Cuts Projected Growth Rate विश्व बैंक की हाल फिलहाल में साउथ एशिया डेवलपमेंट रिपोर्ट Taxing Times के अनुसार भारत के आर्थिक विकास में गिरावट आई है। क्योंकि हम सार्वजनिक पूंजी निवेश नीतिगत अनिश्चितता और ग्लोबल आर्थिक कमजोर में उम्मीद से कम विकास कर पाए है। जिसके कारण अनुमानित विकास दर में गिरावट आई है। चलिए इसके बारे में डिटेल में जानते हैं।

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    World Bank Cuts Growth Rate: वर्ल्ड बैंक ने क्यों की GDP में कटौती?

     बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। आईएमएफ के बाद अब वर्ल्ड बैंक ने भारत का अनुमानित ग्रोथ रेट घटा दिया है। वर्ल्ड बैंक ने भारत का अनुमानित ग्रोथ रेट 6.7 फीसदी से घटाकर 6.3 फीसदी कर दिया है। ये ग्रोथ रेट वित्त वर्ष 2025-26 की रहने वाली है।

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    इस ग्रोथ रेट के बारे में साउथ एशिया डेवलपमेंट रिपोर्ट Taxing Times में बताया गया है। इस रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि वित्त वर्ष 2024-25 में भारत का ग्रोथ रेट 6.5 फीसदी माना गया था। वहीं इस वित्त वर्ष पहले ये ग्रोथ रेट 6.7 फीसदी माना गया था। जिसे अब रिपोर्ट में घटा दिया गया है।

    इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत का नया अनुमानित ग्रोथ रेट 6.3 फीसदी होने वाला है। ये ध्यान देने वाली है कि ये विकास अनुमान ऐसे समय में घटाया गया है, जब पूरे विश्व में अमेरिका और चीन के बीच हो रहे विवाद के कारण अनिश्चितता बनी हुई है।

    इन दोनों के बीच लंबे समय से टैरिफ वार चल रही है। अप्रैल 2 की रात अमेरिका भारत सहित 60 देशों पर टैरिफ लगाने की घोषणा करी थी। जिसका मतलब अब अमेरिका में सामान या वस्तु निर्यात करने के लिए टैरिफ के रूप में टैक्स दिया जाएगा।

    हालांकि ये टैरिफ अब 90 दिनों के लिए रोक दिया गया है। इसमें चीन शामिल नहीं है। जिसके बाद से चीन और अमेरिका के बीच विवाद बना हुआ है।

    क्यों घटाई अनुमानित ग्रोथ रेट?

    साउथ एशिया डेवलपमेंट रिपोर्ट Taxing Times के अनुसार भारत के आर्थिक विकास में गिरावट आई है। क्योंकि हम सार्वजनिक पूंजी निवेश, नीतिगत अनिश्चितता और ग्लोबल आर्थिक कमजोर में उम्मीद से कम विकास कर पाए है। जिसके कारण अनुमानित विकास दर में गिरावट आई है।

    इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF ने भी भारत का अनुमानित विकास दर 6.5 फीसदी से घटाकर 6.2 फीसदी कर दिया है।