Export-Import Data: अगस्त के महीने में घटा निर्यात, व्यापारिक घाटा 45 फीसद बढ़ा
अगस्त में भारत का व्यापारिक घाटा बढ़कर 28.68 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है। व्यापारिक घाटे में बढ़त के पीछे का कारण पेट्रोलियम और कोयले के आयात में लगातार हो रही वृद्धि को बताया गया है। विदेशी कंपनियों से भारत को मिलने वाले ऑर्डर में कमी आई है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारत का निर्यात इस साल अगस्त में सालाना आधार पर 1.15 फीसद गिरकर 33 बिलियन डॉलर हो गया है, जबकि पेट्रोलियम और कोयले के आयात में लगातार हो रही वृद्धि के कारण आयात लगातार छठे महीने 60 बिलियन डॉलर से अधिक रहा। निर्यात में हल्की गिरावट की वजह गेहूं, स्टील और आयरन पेलेट्स के निर्यात पर रोक के अलावा विकसित देशों की अर्थव्यवस्था में आ रही मंदी को बताया जा रहा है।
जुलाई में हुए निर्यात के आधार पर देखें तो अगस्त में 9 फीसदी की गिरावट आई है। इस वित्त वर्ष के पहले 5 महीनों की तुलना की जाए तो पिछले वर्ष के मुकाबले अप्रैल-अगस्त के बीच वस्तुओं का निर्यात 17.1 फीसदी बढ़कर 192 बिलियन डॉलर पहुंच गया है।
व्यापारिक घाटा 45 फीसद बढ़ा
आयात और निर्यात होने वाली वस्तुओं की कीमत में बड़ा अंतर होने के कारण अगस्त में भारत का व्यापारिक घाटा बढ़कर 28.68 बिलियन डॉलर पर पहुंच गया है। इस दौरान देश में वस्तुओं का आयात 61.68 बिलियन डॉलर रहा, जो कि पिछले साल के मुकाबले 45.09 फीसदी अधिक है।
भारत के निर्यात में होगा इजाफा
कॉमर्स सेक्रेटरी बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा कि मौजूदा ट्रेंड को देखते हुए वित्त वर्ष 2022-23 में भारत का निर्यात 750 बिलियन डॉलर को पार कर सकता है। वित्तव र्ष 2021-22 में निर्यात 676 बिलियन डॉलर रहा। उन्होंने आगे कहा कि वस्तुओं के निर्यात के लिए 450 बिलियन डॉलर का लक्ष्य रखा गया है लेकिन विभाग ने 470 बिलियन डॉलर की वस्तुओं के निर्यात का आंतरिक लक्ष्य रखा है।।
इन वस्तुओं का निर्यात घटा
पश्चिमी देशों में मंदी की आशंका के चलते पिछले कुछ समय में विदेशी कंपनियों से भारत को मिलने वाले ऑर्डर में कमी आई है, जिस कारण अगस्त में भारत से होने वाले वस्तुओं के निर्यात जैसे इंजीनियरिंग गुड्स में 14.59 फीसदी, आभूषण में 4.08 फीसदी और कॉटन यार्न में 32.32 फीसदी की गिरावट हुई है।
इन वस्तुओं का निर्यात बढ़ा
अगस्त माह में पेट्रोलियम उत्पादों का 9.18 फीसदी, केमिकल का 8.03 फीसदी, इलेक्ट्रॉनिक सामानों का 46.09 फीसदी और चावल का 30.88 फीसदी निर्यात बढ़ा है।