Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अरुंधती भट्टाचार्य बन सकती है RBI की पहली महिला गवर्नर

    By Sanjeev TiwariEdited By:
    Updated: Mon, 13 Jun 2016 05:25 PM (IST)

    एसबीआई प्रमुख अरुंधती भट्टाचार्य को देश का पहली महिला अारबीअाई गवर्नर बनाए जाने की संभावना है।

    नई दिल्ली(जेएनएन)। इस साल रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन और स्टेट बैंक की चेयरपर्सन अरुंधती भट्टाचार्य का कार्यकाल लगभग एक ही समय पर समाप्त हो रहा है। दोनों का कार्यकाल सितंबर में समाप्त हो जाएगा। सूत्रों के अनुसार एसबीआई प्रमुख अरुंधती भट्टाचार्य को देश का पहली महिला अारबीअाई गवर्नर बनाए जाने की संभावना है।

    अरुंधती भट्टाचार्य ने बतौर एसबीआई की पहली महिला प्रमुख कार्यभार संभाला था। हाल ही में अमेरिकी बिजनेस पत्रिका फो‌र्ब्स की वित्तीय क्षेत्र की पांच शक्तिशाली महिलाओं की सूची में अरुंधती भट्टाचार्य को वित्तीय दुनिया की पांचवी सबसे ताकतवर महिला की जगह दी गई।अरुंधति ने फो‌र्ब्स की 100 सबसे ताकतवर महिलाओं की सूची में भी 25वां स्थान हासिल किया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पढ़ेंः राजन फिर से पठन-पाठन की दुनिया में लौटने के इच्छुक

    भट्टाचार्य ने देश के करीब 200 साल पुराने बैंक को टेक्नोलॉजी आधारित बैंकिंग में अग्रणी बनाने में अहम योगदान दिया है। उन्होंने डिजिटल बैंकिंग आउटलेट एसबीआइएनटच, मोबाइल वॉलेट स्टेट बैंक बडी, रिटेल इंटरनेट बैंकिंग एप स्टेट बैंक एनीवेयर, एसबीआइ टेक लर्निग सेंटर, एसबीआइ ई-पे की शुरुआत करवाई है।

    अरुंधति की अगुआई में एसबीआइ का नेटवर्क बढ़कर 17,000 ब्रांचों वाला हो गया। भारतीय स्टेट बैंक की दुनिया के 36 देशों में मौजूदगी है। इसके ग्राहकों की संख्या भी 33 करोड़ से ज्यादा है। लेकिन भट्टाचार्य 60 साल की उम्र में एसबीआई की अभी तक की सबसे चुनौतीपूर्ण परीक्षण से गुजर रही हैं। इस चुनौती में एसबीआई से भारी भरकम ऋण की रकम लेकर भाग जाने वाले मामले शामिल है। बता दें कि ये ऋण दिसंबर तक 11 अरब डॉलर पर पहुंच गए हैं।

    अारबीअाई का अगला गवर्नर बनने की दौड़ में कई और चेहरे भी शामिल हैं। जिनमें रघुराम राजन खुद एक बड़ा चेहरा हैं, क्योंकि फाइनेंस मिनिस्ट्री का एक बड़ा तबका उनके सपोर्ट में है। उनके अवाला चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर अरविंद सुब्रमण्यम भी एक नाम हैं। सेबी चेयरमैन यूके सिन्हा भी इस रेस में माने जा रहे हैं।

    पढ़ेंः RBI ने नहीं किया मौद्रिक नीति में कोई बदलाव, बाजार को भी थी इसी की उम्मीद