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सर्वसम्मति से पारित हो जाएगा GST, नहीं तो मतविभाजन है रास्ता: अरुण जेटली

जापान दौरे में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा जीएसटी के पारित हो जाने के बाद भारत का बाजार एकीकृत बाजार में बदल जाएगा। जीएसटी का फायदा न केवल राज्यों को मिलेगा बल्कि विदेशी निवेशक भी फायदा उठा सकेंगे।

By Lalit RaiEdited By: Published: Wed, 01 Jun 2016 01:57 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jun 2016 02:57 PM (IST)
सर्वसम्मति से पारित हो जाएगा GST, नहीं तो मतविभाजन है रास्ता: अरुण जेटली

टोक्यो(पीटीआई)। जापान की यात्रा पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मॉनसून सत्र में जीएसटी बिल पारित हो जाएगा। कांग्रेस की तरफ से इस बिल पर सकारात्मक रुख है। लेकिन इस बिल में अड़चन आने पर केंद्र सरकार के पास मतविभाजन के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचेगा। उन्होंने जापानी निवेशकों से कहा कि इस बिल के पारित हो जाने के बाद पूरा भारत एक एकीकृत बाजार में बदल जाएगा। दोहरे कराधान से राहत मिल जाएगी। देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में व्यापार करने में सहुलियत होगी।

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कांग्रेस ने नहीं, मोदी ने लगाया जीएसटी पर अड़ंगा-प्रियंका

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 2006 में इनकी सरकार ने जीएसटी बिल को लोकसभा में पेश किया जिसे भाजपा ने स्वीकार कर लिया। लेकिन ये लोग अब इसमें संशोधन की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को छोड़कर देश के सभी क्षेत्रीय दल जीएसटी का समर्थन कर रहे हैं। जेटली ने कहा कि लोकसभा में सरकार पहले ही इस विधेयक को पारित करा चुकी है। लेकिन राज्यभा में बहुमत न होने की वजह से सरकार को दिक्कत आ रही है।

वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस को तीन मुद्दों पर आपत्ति है। वो चाहते हैं कि सरकार जीएसटी रेट को 18 फीसद पर फिक्स कर दे। एडिश्नल 1 फीसद लेवी को समाप्त कर दे। इसके अलावा एक स्वतंत्र व्यापार निवारण आयोग बने। सरकार ने मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम की अगुवाई में एक समिति का गठन किया था। सरकार उन सिफारिशों को मानने के लिए तैयार है। लिहाजा इस बिल के पास होने में किसी तरह की दिक्कत नहीं होनी चाहिए।

तेजी से आगे बढ़ रही भारतीय अर्थव्यवस्था

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। ज्यादा मुनाफा चाहने वाले निवेशकों को अपना धन बुनियादी ढांचा और विनिर्माण क्षेत्र में लगाना चाहिए। वित्त वर्ष 2015-16 में आर्थिक वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत और मुख्य बुनियादी ढांचा क्षेत्र का उत्पादन 8.4 प्रतिशत के चार साल के उच्चतम स्तर पर रहने के बीच जेटली ने कहा कि ये छिट-पुट आंकड़े नहीं है। इन आंकड़ों के विश्लेषण से ये साफ है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत हो रही है।

वित्त मंत्री ने जापान-इंडिया व्यापार सहयोग सम्मेलन समिति द्वारा आयोजित एक बैठक के दौरान कहा कि विश्व में वृद्धि का पैटर्न लौटने पर उपभोक्ता व्यय बढ़ेगा। उम्मीद है मानसून भी बेहतर होगा और भारत में जो रुझान दिख रहा है। वह और बेहतर हो सकता है। हम तेजी की ओर से अग्रसर है। ये साफ-साफ दिखता है। जेटली ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने वैश्विक अर्थव्यवस्था की प्रतिकूल हालात और लगातार दो साल कमजोर मानसून के बावजूद पिछले वित्त वर्ष की हर तिमाही में सात प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की है।

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