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    भारतीय अर्थव्यवस्था की मुरीद हुई अमेरिकी रेटिंग एजेंसी S&P, कहा- दक्षिण एशिया में भारत के मुकाबले कोई नहीं

    Updated: Tue, 06 Aug 2024 06:16 PM (IST)

    अमेरिकी रेटिंग एजेंसी SP का का कहना है कि वैश्विक आर्थिक विकास का दृष्टिकोण भले ही कुछ हद तक चुनौतीपूर्ण है लेकिन भारत की जीडीपी ग्रोथ में अपार संभावनाएं हैं। दक्षिण एशिया के भूगोल में भारत वृद्धि और दूसरे मोर्चों पर सबसे आगे है। अगर राजकोषीय घाटे में बड़ी कमी आती है तो SP ने भारत की रेटिंग बढ़ाने की बात भी कही है।

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    भारत की जीडीपी ग्रोथ लगातार तेजी से बढ़ रही है।

    बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। पिछली कई तिमाहियों से भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही है। यह सिलसिला आगे भी जारी रह सकता है। S&P ग्लोबल रेटिंग्स का कहना है कि भारत ग्रोथ के मामले में दक्षिण एशियाई देशों में सबसे बेहतर है। अमेरिकी रेटिंग एजेंसी का कहना है कि भारत आगे आर्थिक मोर्चे पर कैसा प्रदर्शन करता है, यह काफी हद तक राजकोषीय घाटे की दिशा पर तय करेगा।

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    वैश्विक आर्थिक विकास का दृष्टिकोण भले ही कुछ हद तक चुनौतीपूर्ण है, लेकिन भारत की जीडीपी ग्रोथ में अपार संभावनाएं हैं। दक्षिण एशिया के भूगोल में भारत वृद्धि और दूसरे मोर्चों पर सबसे आगे है। अगर राजकोषीय घाटे में बड़ी कमी आती है, तो भारत की रेटिंग भी बढ़ा सकते हैं।

    एंड्रयू वुड, S&P में सॉवरेन एंड इंटरनेशनल पब्लिक फाइनेंस रेटिंग (एशिया-पैसिफिक) के डायरेक्टर

    राजकोषीय घाटा कम करने पर जोर

    2024-25 के बजट में केंद्र सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 4.9 प्रतिशत पर लाने का लक्ष्य रखा है। पहले यह 5.1 प्रतिशत था यानी सरकार राजकोषीय घाटे को कम करने के लिए पूरी ताकत लगा रही है।

    एंड्रयू वुड, S&P में सॉवरेन एंड इंटरनेशनल पब्लिक फाइनेंस रेटिंग (एशिया-पैसिफिक) के डायरेक्टर का कहना है, "यह मार्जिन पर अच्छी खबर है, लेकिन स्थानीय सरकार के घाटे के साथ सामान्य सरकारी घाटा कम से कम चालू वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद के 7 प्रतिशत से ऊपर रहने की संभावना है। इसलिए अगले कुछ वर्षों में यह भारत की रेटिंग तय करने में अहम भूमिका निभाएगा।'

    मई में बढ़ाई थी सॉवरेन रेटिंग

    मई में एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने अगले तीन वर्षों के लिए मजबूत विकास संभावनाओं और सार्वजनिक खर्च पर भारत की सॉवरेन रेटिंग आउटलुक को स्थिर से सकारात्मक कर दिया था। उसने दो वर्षों में अपग्रेड की उम्मीद जताई थी, बशर्ते सरकार राजकोषीय घाटे को नियंत्रण में रखने के लिए सुधार और नीतियां जारी रखे।

    भारत की सॉवरेन रेटिंग को निम्नतम निवेश ग्रेड 'बीबीबी-' पर बरकरार रखते हुए एसएंडपी ने कहा कि उसे चुनाव परिणाम के बावजूद आर्थिक सुधारों और राजकोषीय नीतियों में व्यापक निरंतरता की उम्मीद है।

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