अलीबाबा के संस्थापक Jack Ma जापान यूनिवर्सिटी में बने प्रोफेसर, चीनी सरकार के साथ हुआ था विवाद
टोक्यो यूनिवर्सिटी ने Jack Ma को गेस्ट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त किया है। वे छात्रों को रिसर्च पेपर पर सलाह देने और मैनेजमेंट एवं बिजनेस स्टार्ट-अप पर लेक्चर देंगे। उन्हें ये जिम्मेदारी अक्टूबर तक के लिए सौंपी गई है। (जागरण फाइल फोटो)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। चीन के बड़े कारोबारी समूह अलीबाबा ग्रुप के संस्थापक जैक मा (Jack Ma) को जापान की टोक्यो यूनिवर्सिटी की ओर से गेस्ट प्रोफेसर बनाया गया है। इसकी जानकारी यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से सोमवार दी गई।
जानकारी के अनुसार, जैक मा को यूनिवर्सिटी के टोक्यो कॉलेज में गेस्ट प्रोफेसर बनाया गया है और उनका कार्यकाल अक्टूबर में खत्म होगा। उनके साथ यूनिवर्सिटी की ओर से किए गए कॉन्ट्रैक्ट में वार्षिक आधार पर इसे रिन्यू करने का प्रावधान है।
बिजनेस और मैनेजमेंट पढ़ाएंगे जैक मा
जैक मा को टोक्यो कॉलेज में रिसर्च पेपर पर सलाह देने और मैनेजमेंट एवं बिजनेस स्टार्ट-अप पर छात्रों के लेक्चर देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बता दें, ये खबर ऐसे समय पर आई है, जब एक साल से अधिक समय के बाद जैक मा मार्च में चीन वापस आए हैं।
बता दें, टोक्यो कॉलेज की स्थापना 2019 में की गई थी। यह टोक्यो यूनिवर्सिटी और ओवरसीज रिसचर्स और रिचर्स इंस्टीट्यूट के बीच एक पुल का काम करता है।
2021 में गायब हो गए थे जैक मा
2020 के अक्टूबर में चीनी सरकार की आलोचना के बाद एशिया के सबसे अमीर शख्स में शुमार जैक मा गायब हो गए हैं और वे कुछ महीनों तक किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नहीं दिखे थे।
बता दें, जैक मा ने शंघाई में दिए भाषण में चीन के वित्तीय नियामकों और सरकारी बैंकों की आलोचना की थी और सरकार से कहा था कि वे इस सिस्टम बदलाव करें और नवाचार को बढ़ावा दें। उनकी इस आलोचना के बाद उनकी कंपनी एंट ग्रुप के आईपीओ को भी कैंसिल कर दिया गया था। उनसे पहले भी कई कारोबारियों के चीन में गायब होने के मामले सामने आ चुके हैं।