अदाणी ग्रीन एनर्जी ने छुआ नया कीर्तिमान, रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता पहुंची 15500 मेगावाट के पार; जानें शेयरों का हाल
अदाणी ग्रीन एनर्जी ने रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में 15539.9 मेगावाट क्षमता हासिल कर इतिहास रचा है। कंपनी की सहायक कंपनियों ने गुजरात के खवड़ा में 1011.5 मेगावाट की सौर व पवन परियोजनाएं शुरू की हैं। अदाणी ग्रीन 15000 मेगावाट से अधिक परिचालन क्षमता वाली पहली भारतीय कंपनी है। कंपनी का लक्ष्य 2030 तक 50000 मेगावाट क्षमता तक पहुंचना है।
नई दिल्ली। अदाणी समूह की कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) ने भारत के रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में नया इतिहास रचा है। कंपनी की टोटल रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी अब 15,539.9 मेगावाट (MW) तक पहुंच गई है। यह अब तक का सबसे बड़ा और सबसे तेज विस्तार है। इस खबर के बाद सोमवार को कंपनी के शेयरों में हल्की बढ़त देखी गई और स्टॉक 1.37% चढ़कर ₹1,029.75 तक पहुंच गया। अंत में यह करीब 1 फीसदी उछलर 1,026 रुपये बंद हुआ।
खवड़ा में नए प्रोजेक्ट चालू
कंपनी ने बताया कि इसके विभिन्न स्टेप डाउन सब्सिडियरीज ने गुजरात के खवड़ा में 1,011.5 मेगावाट की नई सौर व पवन परियोजनाओं को चालू किया है। इसी के साथ अदाणी ग्रीन की कुल रिन्यूएबल क्षमता में बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
कंपनी का पोर्टफोलियो
- सौर ऊर्जा: 11,005.5 MW
- पवन ऊर्जा: 1,977.8 MW
- हाइब्रिड (सौर + पवन): 2,556.6 MW
भारत की पहली कंपनी बनी अडानी ग्रीन
अडानी ग्रीन एनर्जी देश की पहली और एकमात्र कंपनी बन गई है जिसने 15,000 मेगावाट से अधिक की परिचालन क्षमता हासिल की है। यह उपलब्धि अधिकतर ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट्स के जरिए है।
कंपनी के CEO आशीष खन्ना ने कहा कि "हमारा टारगेट 2030 तक 50,000 मेगावाट की क्षमता तक पहुंचना है। भारत और दुनिया को स्वच्छ ऊर्जा देने की हमारी प्रतिबद्धता अडिग है।"
Adani Green Gujarat के खवड़ा में 30,000 मेगावाट क्षमता वाला दुनिया का सबसे बड़ा अक्षय ऊर्जा प्लांट विकसित कर रही है। यह प्लांट 538 वर्ग किलोमीटर में फैला होगा, जो पेरिस शहर से पांच गुना बड़ा होगा और अंतरिक्ष से भी दिखाई देगा। कंपनी अब तक 5,355.9 मेगावाट की क्षमता खवड़ा में चालू कर चुकी है।
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