शेयरधारकों को नहीं है अपनी कंपनी पर भरोसा
शेयर बाजार की उठापठक कंपनियों में खुद के शेयरधारकों का भरोसा भी कम कर रही है। बाजार में निवेशकों के साथ- साथ कंपनियों के मौजूदा शेयरधारक भी उनमें और निवेश करने से बच रहे हैं। इसी का नतीजा है कि साल 2011-12 में कंपनियों के राइट्स इश्यू को शेयरधारकों का समर्थन नहीं मिल पाया। इसकी वजह से कंपनियां 75 प्रतिशत कम रकम जुटा पाई। लेकिन मौजूदा वित्त वर्ष 2012-13 में इस स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है।
नई दिल्ली, [जागरण ब्यूरो]। शेयर बाजार की उठापठक कंपनियों में खुद के शेयरधारकों का भरोसा भी कम कर रही है। बाजार में निवेशकों के साथ- साथ कंपनियों के मौजूदा शेयरधारक भी उनमें और निवेश करने से बच रहे हैं। इसी का नतीजा है कि साल 2011-12 में कंपनियों के राइट्स इश्यू को शेयरधारकों का समर्थन नहीं मिल पाया। इसकी वजह से कंपनियां 75 प्रतिशत कम रकम जुटा पाई। लेकिन मौजूदा वित्त वर्ष 2012-13 में इस स्थिति में सुधार की उम्मीद की जा रही है।
ग्लोबल मंदी के चलते बाजार में मची उथल-पुथल में बीते वित्त वर्ष 2011-12 में राइट इश्यू लाने वाली कंपनियों की संख्या भी बेहद सीमित रही। इश्यू बाजार पर नजर रखने वाली फर्म प्राइम डाटाबेस के मुताबिक इस अवधि में सिर्फ 16 कंपनियां राइट्स इश्यू लेकर बाजार में उतरीं। इनके जरिए कंपनियां सिर्फ 2,375 करोड़ रुपये ही जुटा पाईं। वहीं, वर्ष 2010-11 में 24 राइट्स इश्यू के जरिए कंपनियां बाजार से 9,594 करोड़ रुपये इकट्ठा करने में सफल रही थीं। वर्ष 2003-04 के बाद यह पहला मौका है, जब इतनी कम संख्या में बाजार में राइट्स इश्यू आए हैं। उस साल 22 कंपनियां राइट्स इश्यू लेकर बाजार में उतरी थीं।
जानकारों का मानना है कि बीते वित्त वर्ष में कंपनियों ने संसाधन जुटाने के लिए पब्लिक और राइट्स इश्यू के बजाय प्राइवेट प्लेसमेंट और पात्र संस्थागत निवेशकों [क्यूआइपी] का रास्ता अपनाया। राइट्स इश्यू लाने में चीनी उद्योग सबसे आगे रहा। चीनी कंपनियों ने बीते वित्त वर्ष में 1,644 करोड़ रुपये इन इश्यू के जरिए जुटाए, जो कुल राशि का 69 प्रतिशत है।
प्राइम डाटाबेस के पृथ्वी हल्दिया का मानना है कि मौजूदा वित्त वर्ष बीते साल के मुकाबले राइट्स इश्यू के मामले में बेहतर रहेगा। इस साल करीब 26 कंपनियां राइट्स इश्यू लाने की तैयारी कर रही हैं। लेकिन ये कंपनियां अपने मौजूदा शेयरधारकों का भरोसा खुद में कायम रख पाती हैं, इसका अंदाज इन कंपनियों के राइट्स इश्यू आने के बाद ही लग पाएगा। इन कंपनियों की योजना राइट्स इश्यू के जरिए 7,775 करोड़ रुपये जुटाने की है।
क्या है राइट्स इश्यू
राइट्स इश्यू के तहत कंपनियां अपने मौजूदा शेयरधारकों को शेयर खरीदने का प्रस्ताव करती हैं। ऐसे प्रस्ताव बाजार कीमत से कम पर दिए जाते हैं।
कौन-कौन लाएंगी इश्यू
कई कंपनियां राइट्स इश्यू लाने की तैयारी कर रही हैं। इनमें ईआइएच एसोसिएटेड होटल्स, भूषण स्टील और नेटवर्क 18 जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं।
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