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काला धन मामलाः फर्जी निकला 59 कंपनियों का पता

बैंक ऑफ बड़ौदा से छह हजार करोड़ रुपये हांगकांग भेजने के मामले में सीबीआइ की छापेमारी दूसरे दिन भी जारी रही। जांच एजेंसी ने रविवार को 50 और स्थानों पर छापा मारा। जिन 59 कंपनियों के नाम से पैसे भेजे गए, उनका पता गलत निकला है। इस बीच, सीबीआइ ने

By Shashi Bhushan KumarEdited By: Published: Sun, 11 Oct 2015 09:12 PM (IST)Updated: Sun, 11 Oct 2015 09:16 PM (IST)

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बैंक ऑफ बड़ौदा से छह हजार करोड़ रुपये हांगकांग भेजने के मामले में सीबीआइ की छापेमारी दूसरे दिन भी जारी रही। जांच एजेंसी ने रविवार को 50 और स्थानों पर छापा मारा। जिन 59 कंपनियों के नाम से पैसे भेजे गए, उनका पता गलत निकला है। इस बीच, सीबीआइ ने घोटाले में शामिल अहम लोगों की पहचान हो जाने का दावा किया है। उनमें कई से पूछताछ की जा रही है। शनिवार को एफआइआर दर्ज करने के बाद सीबीआइ ने तीन स्थानों पर छापा मारा था।

सीबीआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सभी 59 कंपनियों और उनसे जुड़े लोगों की तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा कि पूरे मामले में अहम भूमिका निभाने वालों की पहचान हो गई है। उनसे पूछताछ के आधार पर फर्जी कंपनियों के असली कर्ताधर्ता तक पहुंचने की कोशिश जारी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही सभी आरोपियों की पहचान कर ली जाएगी।

जांच से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि काले धन को विदेश भेजने के लिए बड़ी सफाई से योजना बनाई गई थी। इसके तहत पहले फर्जी पते पर 59 कंपनियां खोली गई। इन कंपनियों के बैंक ऑफ बड़ौदा में खाते खुलवाए गए। फिर इन खातों में नगद पैसा जमा करने का काम शुरू किया गया। साथ ही खाते से काजू, चावल और दाल जैसी चीजों के आयात के नाम पर हांगकांग पैसे भेजे जाने लगे। एजेंसियों की नजर से बचने के लिए हमेशा एक लाख डॉलर से कम ही भेजे जाते थे। लेकिन बैंक की आंतरिक आडिट के दौरान इनकी चालबाजी पकड़ी गई।

वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दिल्ली में आरोपियों की पहचान होने के बाद हांगकांग को जल्द ही लेटर रोगेटरी (एलआर) भेजा जाएगा। इसके साथ ही सीबीआइ और ईडी की संयुक्त भी जांच के लिए हांगकांग भेजी जा सकती है।

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