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स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में आप खोल सकते हैं पांच तरह के खाते, जानिए इनके बारे में

आपको एसबीआई में हर वो प्रोडक्ट मिलेगा जो कि आपकी जरूरतों को पूरा करता है

By Praveen DwivediEdited By: Published: Wed, 28 Nov 2018 05:56 PM (IST)Updated: Sun, 16 Dec 2018 01:08 PM (IST)
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में आप खोल सकते हैं पांच तरह के खाते, जानिए इनके बारे में
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में आप खोल सकते हैं पांच तरह के खाते, जानिए इनके बारे में

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया अपनी पर्सनल बैंकिंग के अंतर्गत तमाम तरह की सेवाएं उपलब्ध करवाता है। एसबीआई में सेविंग अकाउंट से लेकर स्मॉल अकाउंट तक खोलने की सुविधा दी जाती है। बैंक ग्राहकों की जरूरत के अनुसार उन्हें तमाम तरह के विकल्प उपलब्ध करवाती है।

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एसबीआई ने अपने आधिकारिक पोर्टल पर जानकारी दे रखी है कि चाहे आपको अपने सरप्लस अमाउंट को निवेश करने की जरूरत हो या फिर एक ऐसा फंड तैयार करने की जो आपके बच्चे की शादी और उसकी पढ़ाई के खर्चों को वहन कर सके। आपको एसबीआई में हर वो प्रोडक्ट मिलेगा जो कि आपकी जरूरतों को पूरा करता है। इसके लिए आपको एसबीआई की नजदीकी शाखा में जाना होगा। जानिए आप एसबीआई में कितने तरह के अकाउंट खोल सकते हैं...

SBI सेविंग बैंक अकाउंट: एसबीआई का सेविंग बैंक अकाउंट एक बेसिक अकाउंट होता है जो कि ग्राहकों के पैसों को सुरक्षा प्रदान करता है। एसबीआई इस खाते में 1 करोड़ रुपये तक की जमा पर 3.5 फीसद की सालान दर से ब्याज दर मुहैया करवाता है। वहीं 1 करोड़ से ऊपर की सेविंग डिपॉजिट पर आपको 4 फीसद की दर से ब्याज दर उपलब्ध करवाई जाती है। 

SBI सेविंग प्लस अकाउंट: एसबीआई का सेविंग प्लस अकाउंट एक ऐसा सेविंग बैंक अकाउंट होता है जो कि मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट स्कीम से लिंक्ड होता है। यहां पर खाते में जमा सरप्लस फंड अपने आप टर्म डिपॉजिट में ट्रांसफर कर दिया जाता है जो कि 1000 के गुणकों में होता है। एसबीआई के सेविंग प्लस अकाउंट में मिनिमम एवरेज बैलेंस (एमएबी) के नियम लागू होते हैं।

SBI करंट अकाउंट: एसबीआई फर्म, कंपनियों, पब्लिक एंटरप्राइजेज, बिजनेस मैन इत्यादि को करंट बैंक अकाउंट खोलने की सुविधा देता है। एसबीआई के मुताबिक करंट बैंक अकाउंट डिमांड डिपॉजिट का ही एक रुप होता है, जहां पर कितनी भी बार निकासी की सुविधा दी जाती है। यह आपके खाते में जमा पैसों पर निर्भर करता है। दिन प्रतिदिन के लेनदेन के लिए करंट अकउंट आमतौर पर सबसे बेहतर माना जाता है। इस खाते पर भी मिनिमम बैलेंस की शर्त लागू होती है। पर्सनल बैंकिंग ब्रांच में न्यूनतम 10,000 रुपये का बैलेंस रखना होता है, जबकि नॉन रुरल में यह 5,000 रुपये और रुरल ब्रांच में 2,500 रुपये निर्धारित है।

SBI स्मॉल अकाउंट: एसबीआई ऐसे कस्टमर्स को स्मॉल अकाउंट खोलने की सुविधा देता है जिनके पास केवाईसी (नो योर कस्टमर) के दस्तावेज नहीं होते हैं। एसबीआई का स्मॉल अकाउंट 18 वर्ष के ऊपर का कोई भी व्यक्ति खोल सकता है। हालांकि इसके संचालन से संबंधित काफी प्रतिबंध लागू होते हैं। इसको रेगुलर सेविंग अकाउंट में भी बदलवाया जा सकता है। लेकिन इसके लिए आपको केवाईसी दस्तावेज देने होंगे।

SBI बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट: एसबीआई का यह खास तरह का सेविंग बैंक अकाउंट है। इसे जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट भी कहा जाता है। इसमें मंथली मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की जरुरत नहीं होती है। यह खाता विशेषतौर पर समाज के गरीब वर्ग को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है, ताकि वो बिना किसी शुल्क के दबाव में आए सेविंग की आदत डाल पाएं।


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