बैंक में खोलना चाहते हैं BSBD अकाउंट तो आपको ये 10 बातें पता होनी चाहिए
बीएसबीडी अकाउंट में ग्राहकों को मंथली एवरेज बैलेंस को मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारत में भारतीय स्टेट बैंक और एचडीएफसी बैंक समेत कई बैंकों में बेसिक सेविंग्स बैंक डिपॉजिट (BSBD) अकाउंट खोले जाते हैं। इस अकाउंट के नाम से ही पता चलता है कि बीएसबीडी अकाउंट बुनियादी बचत अकाउंट है, जिसमें ग्राहकों को मंथली एवरेज बैलेंस को मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती है। बैंक इस अकाउंट के साथ बुनियादी बैंकिंग सुविधा जैसे कि डेबिट कार्ड, एटीएम सुविधा और इंटरनेट बैंकिंग सुविधा देते हैं। बीएसबीडी अकाउंट एक प्रकार का जीरो बैलेंस अकाउंट है, जिसे कोई केवाईसी प्रक्रिया के बाद ही खुलवा सकता है।
अगर आप बीएसबीडी अकाउंट खुलवाने का प्लान कर रहे हैं तो इन 10 बातों को आपको जरूर जानना चाहिए:
- बीएसबीडी अकाउंट को एकल या संयुक्त रूप से खुलवाया जा सकता है। इसे सिर्फ केवाईसी दस्वावेजों के साथ ही खुलवा सकते हैं। इस अकाउंट को खुलवाने की प्रक्रिया सामान्य अकाउंट जैसी ही है।
- खाता धारक को इस अकाउंट में न्यूनतम राशि बनाए रखने की जरूरत नहीं है। ये एक जीरो बैलेंस अकाउंट है।
- खाता धारक फ्री में Rupay ATM/ डेबिट कार्ड का लाभ उठा सकते हैं।
- ग्राहकों पर बीएसबीडी अकाउंट के तहत कोई वार्षिक सेवा शुल्क नहीं लगाया जाता है।
- एनईएफटी / आरटीजीएस जैसे इलेक्ट्रॉनिक भुगतानों से पैसे के लेन-देन पर कोई सेवा शुल्क नहीं लगता है।
- केंद्र / राज्य सरकार द्वारा तैयार किए गए चेक का संग्रह या जमा भी फ्री है। खाताधारकों को खाता बंद करने पर भी किसी शुल्क का भुगतान नहीं करना है।
- इसके अलावा गैर-ऑपरेटिव या गैर-सक्रिय बुनियादी बचत बैंक जमा खाते के मामले में कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।
- खाता धारक प्रति माह बैंक शाखा या एटीएम से अधिकतम 4 बार निकासी कर सकते हैं।
- अगर आपके पास पहले से ही एक बैंक में सेविंग अकाउंट है तो बीएसबीडी अकाउंट खोलने के 30 दिनों के अंदर ही अपना सेविंग अकाउंट बंद करना होगा।
- एक खाताधारक बैंक में सिर्फ एक बीएसबीडी अकाउंट ही खोल सकता है। आप एक बैंक में एक से अधिक बीएसबीडी अकाउंट नहीं खोल सकते हैं।
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