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    SBI सैलरी अकाउंट में मिलती हैं ये खास सुविधाएं, जानिए हर अहम जानकारी

    By Sajan ChauhanEdited By:
    Updated: Wed, 17 Apr 2019 08:47 AM (IST)

    सैलरी पैकेज अकाउंट एक जीरो बैलेंस अकाउंट है जिसमें मासिक औसत बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती है। सैलरी अकाउंट के साथ एटीएम-डेबिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग जैसी सर्विस भी मिलती हैं।

    SBI सैलरी अकाउंट में मिलती हैं ये खास सुविधाएं, जानिए हर अहम जानकारी

    नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ग्राहकों को सैलरी पैकेज अकाउंट खोलने की सेवा भी देता है। एसबीआई का ये अकाउंट सैलरी पाने वाले ग्राहकों को दिया जाने वाला खास सेविंग अकाउंट है। एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार, सैलरी पैकेज अकाउंट एक जीरो बैलेंस अकाउंट है, जिसमें मासिक औसत बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती है। ग्राहकों को सैलरी अकाउंट के साथ एटीएम-डेबिट कार्ड और इंटरनेट बैंकिंग जैसी सर्विस भी दी जाती हैं।

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    एसबीआई सैलरी अकाउंट के बारे में जानें ये 8 जरूरी बातें:

    1. भारतीय स्टेट बैंक केंद्र सरकार, राज्य सरकार, रक्षा बल, अर्धसैनिक बल, पुलिस और निजी संस्थान आदि के लिए सैलरी अकाउंट पैकेज की पेशकश करता है।

    2 एसबीआई में सैलरी अकाउंट खोलने के लिए 2 पासपोर्ट साइज फोटो, पहचान पत्र, पते का प्रमाण, नौकरी का प्रमाण और नई सैलरी स्लिप होना जरूरी है। ज्वाइंट अकाउंट खोलने के लिए दोनों आवेदकों का पहचान पत्र और पते का प्रमाण होना जरूरी है।

    3. कर्मचारी की सैलरी या पोस्ट के आधार पर सैलरी अकाउंट सिल्वर, गोल्ड, डायमंड और प्लेटिनम जैसे 4 वेरिएंट ऑप्शन में उपलब्ध हैं। एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार, इन चारों अकाउंट वेरिएंट में अलग-अलग फीचर्स मिलते हैं।

    4. एसबीआई में मौजूदा सेविंग अकाउंट को भी सैलरी अकाउंट में बदला जा सकता है।

    5. एसबीआई सैलरी अकाउंट में एटीएम-डेबिट कार्ड मुफ्त जारी किए जाते हैं और मेंटेनेंस फीस भी नहीं होती है। एटीएम-डेबिट कार्ड सैलरी अकाउंट के प्रकार पर निर्भर करता है।

    6.सैलरी पैकेज अकाउंट के साथ एनपीएस और पीपीएफ सर्विस भी उपलब्ध हैं।

    7. अगर लगातार 3 महीनों तक सैलरी अकाउंट में सैलरी नहीं आती है तो सैलरी पैकेज अकाउंट के तहत मिलने वाली खास सुविधाएं वापिस ले ली जाती हैं। ऐसे में सैलरी अकाउंट सामान्य सेविंग अकाउंट की तरह चलता है और उसी प्रकार से चार्ज लगते हैं।

    8. नौकरी बदलने पर भी अकाउंट से सैलरी निकालना जारी रख सकते हैं। ऐसी स्थिति में बैंक अकाउंट की जानकारी के बारे में नए नियोक्ता को सूचित करना होगा। इसके लिए कर्मचारी को शाखा में जाकर नए नियोक्ता के बारे में जानकारी देनी होगी।