Move to Jagran APP

Loan Balance Transfer: पर्सनल लोन का बैलेंस ट्रांसफर करने से पहले जानें लें ये बातें, EMI का बोझ हो जाएगा कम

Personal Loan Balance Transfer अगर लोन का बोझ बढ़ रहा है तो इसे कम करने के लिए बैलेंस लोन का ट्रांसफर करना अच्छा विकल्प है। लेकिन इसके लिए कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है। तो चलिए इसके बारे में जानते हैं। (फाइल फोटो)

By Sonali SinghEdited By: Sonali SinghFri, 17 Feb 2023 09:00 PM (IST)
Loan Balance Transfer: पर्सनल लोन का बैलेंस ट्रांसफर करने से पहले जानें लें ये बातें, EMI का बोझ हो जाएगा कम
Personal Loan Balance Transfer EMI Interest Benefits, See Details

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अगर अपने पहले से लोन ले रखा है, लेकिन इसकी EMI भरने में आपको अब दिक्कत हो रही है तो ऐसी स्थिति आपको बहुत परेशान कर सकती है। पर इससे बचने का एक तरीका भी है, जिसमें आप कम ब्याज दर के साथ अपने पर्सनल लोन बैलेंस को ट्रांसफर कर सकते हैं। यह एक तरह का वित्तीय समाधान है, जिसमें कर्जदाता का बोझ कम हो जाता है। पर सच में क्या बैलेंस को ट्रांसफर करना सही होता है या इसके कुछ नुकसान भी है। चलिए इसके बारे में जानते हैं।

क्या होता है पर्सनल लोन बैलेंस को ट्रांसफर

पर्सनल लोन बैलेंस ट्रांसफर के फायदे और नुकसान के बारे में जानने से पहले यह क्या होता है, इसे जानना जरूरी है। अपने नाम की तरह ही यह आपको कम ब्याज दरों के साथ अपने बकाया लोन को किसी अन्य लोन में ट्रांसफर होने में सक्षम बनाता है। इससे लोन का बोझ कम हो जाता है। साथ ही लोन प्रदाता बकाया लोन की राशि के ऊपर एक अतिरिक्त रकम देते हैं।

कौन कर सकते हैं ट्रांसफर

पर्सनल लोन बैलेंस को ट्रांसफर करने के लिए कुछ जरूरी मानदंड को पूरा करना होता है।

  • आवेदक की आयु 21 से 61 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • आवेदक को सार्वजनिक या निजी कंपनी का वेतनभोगी कर्मचारी होना चाहिए, जिसका न्यूनतम टर्नओवर मानदंडों को पूरा करता हो। 
  • आपके पास उस कंपनी में कम से कम 6 महीने का कार्य अनुभव होना चाहिए जिसके लिए आप वर्तमान में काम कर रहे हैं, और कम से कम 1 साल का काम करने का अनुभव होना चाहिए।
  • 750 और उससे अधिक का सिबिल स्कोर बिना किसी परेशानी के ट्रांसफर प्राप्त करने में मदद कर सकता है।

लोन बैलेंस ट्रांसफर के फायदे

इसमें कोई शक नहीं है कि लोन बैलेंस को ट्रांसफर करने के बहुत फायदे मिलते हैं, जो कुछ इस तरह से हैं-

  • सबसे पहला लाभ कम EMI के रूप में मिलता है। बैंकों द्वारा दी जाने वाली ब्याज में कमी ईएमआई को कम करती है।
  • कम ब्याज वाले लोन प्रदाता का चयन करना, प्रोसेसिंग शुल्क, संक्रमण शुल्क आदि जैसे खर्चों में पारदर्शिता बनाए रखता है।
  • टॉप-अप लोन की सुविधा से लोगों को वित्तीय बाधाओं का सामना नहीं करना पड़ता है चुकौती अवधि बढ़ाने का विकल्प मिलता है। इससे बिना किसी समझौते के छोटी किश्तों का भुगतान करने में मदद मिलती है।

ट्रांसफर करते समय इन बातों का ध्यान जरूरी

अगर आप लोन बैलेंस को ट्रांसफर करने जा रहे हैं तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना जरूरी है। कभी-कभी लोन बैलेंस ट्रांसफर का विकल्प चुनने वाले लेनदार ब्याज की कम दर का विकल्प चुनते हैं, लेकिन लंबी अवधि के साथ समाप्त हो जाते हैं। इसके अलावा, कई बार बैंक केवल कम ब्याज दर पर फोकस करते हैं। इसलिए, आप नियमों और शर्तों को अच्छी तरह से नहीं पढ़ लें। इस सभी बातों को ध्यान में रखकर अगर आप लोन बैलेंस ट्रांसफर का विकल्प चुनते हैं तो इससे आपको फायदा मिल सकता है।

ये भी पढ़ें-

Bank Account हो गया है बंद और नहीं निकाल पा रहे पैसा, जान लीजिए ये तरीका; आसानी से मिल जाएगी पूरी रकम

ITR Form: 1 अप्रैल से आ रहे हैं नए इनकम टैक्स रिटर्न फॉर्म, करदाता ऐसे उठा सकते हैं फायदा