SBI बनाम IPPB: जानिए किसके जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट में मिलेगा ज्यादा फायदा
एक जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस या मंथली एवरेज बैलेंस को मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। इंडिया पोस्ट का पेमेंट बैंक जिसने बीते 1 सितंबर से ही संचालन शुरू किया है वो बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट या बीएसबीडी अकाउंट खोलने की सुविधा देता है जो कि एक जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट है। इस तरह का ही अकाउंट खोलने की सुविधा देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) भी देता है।
एक जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस या मंथली एवरेज बैलेंस को मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती है। हालांकि एसबीआई और इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक पर मिलने वाली ब्याज दर इसके रेगुलर सेविंग अकाउंट पर मिलने वाली ब्याज दर के समान ही होती है। हालांकि एसबीआई और आईपीपीबी के जीरो बैलेंस अकाउंट में निकासी के संबंध में कुछ बाध्यताएं जरूर होती हैं। हम एसबीआई और इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के बीत तुलना कर रहे हैं ताकि आपको समझने में आसानी रहे कि आपके लिए कौन सा खाता खुलवाना बेहतर रहेगा।
एसबीआई का जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट:
खाता खुलवाने की योग्यता: एसबीआई का जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट कोई भी व्यक्ति केवाईसी शर्तों को पूरा कर खोल सकता है। यह जानकारी एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट sbi.co.in पर उपलब्ध है।
कितने लोग कर सकते हैं संचालन: एसबीआई के जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट का संचालन एक व्यक्ति या फिर संयुक्त रुप से किया जा सकता है।
मिनिमम बैलेंस अमाउंट: एसबीआई के जीरो बैलेंस अकाउंट में ग्राहकों को किसी विशिष्ट मिनिमम बैलेंस को मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती है। अधिकतम बैलेंस: एसबीआई ने इस तरह के खाते में अधिकतम बैलेंस पर कोई सीमा का निर्धारण नहीं किया है जिसे जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट मे मेंटेन किया जा सकता है।
ब्याज दर: एसबीआई के जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट में 1 करोड़ रुपये तक की जमा पर 3.5 फीसद की दर से ब्याज मिलता है। वहीं 1 करोड़ रुपये से ऊपर की जमा पर इसमें 4 फीसद की दर से ब्याज मिलता है।
कैसे होता है संचालन: एसबीआई के जीरो बैलेंस अकाउंट से निकासी के लिए ग्राहक विदड्रॉल फॉर्म भरकर बैंक शाखा में जमा करा सकते हैं या फिर वे एटीएम के जरिए निकासी कर सकते हैं। एसबीआई के जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट होल्डर्स को एक बेसिक रुपे एटीएम-कब डेबिट कार्ज उपलब्ध करवाया जाता है।
सर्विस चार्ज: एसबीआई की ओर से बेसिक रूपे एटीएम कम डेबिट कार्ड मुफ्त में जारी किया जाता है और इसमें एनुअल मेंटेंनेंस चार्ज भी नहीं लगाया जाता है। एनईएफटी एवं आरटीजीएस के जरिए पैसे ट्रांसफर करने पर भी कोई शुल्क नहीं लगता है। वहीं निष्क्रिय खातों को फिर से चालू करवाने और खाते को बंद करवाने के लिए भी कोई शुल्क नहीं देना होता है।
नियम व शर्तें: अगर ग्राहकों के पास एसबीआई में बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट है तो उनका कोई अन्य सेविंग अकाउंट नहीं हो सकता है। अगर ग्राहक का पहले से ही कोई सेविंग अकाउंट चल रहा है तो उसे अगले 30 दिनों के भीतर (बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट को खुलवाने के) बंद करवाना होगा।
एटीएम से निकासी की छूट: इस तरह के खातों में एटीएम से महीने में चार बार मुफ्त निकासी की सुविधा मिलती है जो कि खुद की बैंक शाखा से ही होनी चाहिए या फिर किसी अन्य ब्रांच से। एक महीने के दौरान अन्य निकासी की सुविधा नहीं मिलती है।
इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक का जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट (आईपीपीबी):
खाता खुलवाने की योग्यता: 10 वर्ष से ऊपर की उम्र का कोई भी भारतीय अपनी केवाईसी डिटेल को वेरिफाई करवाकर इस खाते को खुलवा सकता है। यह जानकारी इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की आधाकारिक वेबसाइट ippbonline.com पर उपलब्ध है।
शुरुआती मिनिमम डिपॉजिट: ग्राहकों को इस खाते में शुरुआती तौर पर किसी भी प्रकार का मिनिमम डिपॉजिट रखने की जरूरत नहीं है।
मिनिमम अकाउंट बैलेंस: इस खाते में ग्राहकों को मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की आवश्यकता नहीं होती है।
दिन के आखिर में अधिकतम बैलेंस: इंडिया पोस्ट के पेमेंट बैंक के जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट में खाताधारक अधिकतम 1,00,000 रुपये तक रख सकता है।
नॉमिनेशन सुविधा: इंडिया पोस्ट के जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट में खाताधारकों को नॉमिनेशन की सुविधा मिलती है।
पोसा अकाउंट से लिंक करने की सुविधा: ग्राहक अपने इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट को पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट (पोसा) से लिंक करा सकते हैं। अगर वो दो खातों को लिंक कराते हैं तो एक लाख से ज्यादा का एक दिन का अमाउंट अपने आप लिंक्ड पोसा अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाता है।
मंथली एवरेज बैलेंस: ग्राहकों को इस खाते में मंथली एवरेज बैलेंस मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती है। लिहाजा इस हिसाब से मंथली एवरेज बैलेंस मेंटेन न करने की सूरत में कोई भी शुल्क नहीं वसूला जाता है।
ब्याज दर: इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट में 4 फीसद की दर से ब्याज दर मुहैया करवाई जाती है जिसका भुगतान तिमाही आधार पर किया जाता है।
एसएमएस अलर्ट की सुविधा: इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के जीरो बैलेंस सेविंग अकाउंट पर एसएमएस अलर्ट की सुविधा मुफ्त में उपलब्ध करवाई जाती है।
अकाउंट स्टेटमेंट: एक तिमाही ई-स्टेटमेंट या फिजिकल स्टेटमेंट ग्राहकों को मुफ्त में उपलब्ध करवाया जाएगा। हालांकि अतिरिक्त फिजिकल स्टेटमेंट पर 50 रुपये का शुल्क वसूला जाता है।
क्यूआर कार्ड: इंडिया पोस्ट का पेमेंट बैंक ग्राहकों को फ्री क्यूआर कार्ड मुहैया करवाता है। क्यूआर कार्ड को फिर से शुरू करवाने के लिए 25 रुपये का शुल्क देना होता है।
अकाउंट को बंद करवाने का शुल्क: इंडिया पोस्ट के पेमेंट बैंक में अगर कोई खाताधारक अपना अकाउंट बंद करवाना चाहेगा तो भी उसे कोई भी शुल्क अदा नहीं करना होगा।
चेक बाउंस होने की सूरत में शुल्क: अगर चेक बाउंस होता है तो इंडिया पोस्ट का पेमेंट बैंक ग्राहकों से 50 रुपये का शुल्क वसूलता है।
कैश विदड्रॉल शुल्क: ग्राहक इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के जीरो बैलेंस अकाउंट से महीने में चार बार मुफ्त निकासी कर सकते हैं। घर से प्राप्त की जाने वाली कोई भी सुविधा पर बैंकिंग चार्ज लागू हैं। सभी शुल्कों पर जीएसटी देय होगा।