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    पूरे साल स्वस्थ रहें, विटामिन C से अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं

    संतरे नींबू आंवला जैसे खट्टे फल और शिमला मिर्च ब्रोकली और फूलगोभी जैसी सब्जियां विटामिन C के अच्छे स्रोत हैं 28। हालांकि हमारे आसपास ऐसे कई लोग हैं जिनके अंदर विटामिन C की कमी देखी जा सकती है। इनमें बुजुर्ग शराब और नशीली दवाओं का ज्यादा सेवन करने वाले धूम्रपान करने वाले ट्रेंडी डाइट्स को फॉलो करने वाले और कुपोषण या कुछ एक्यूट और क्रॉनिक बीमारियों वाले लोग शामिल हैं

    By Jagran News Edited By: Amit Singh Updated: Fri, 02 May 2025 06:40 PM (IST)
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    विटामिन C से अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विटामिन C, जिसे एस्कॉर्बिक एसिड भी कहा जाता है, आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों में से एक है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है 1-3। शोध से पता चलता है कि विटामिन C की उचित मात्रा सर्दी और फ्लू के लक्षणों को 85% तक कम कर सकती है और बीमारी के दिनों को 30% तक घटा सकती है 4,5। हालांकि, हमारा शरीर स्वाभाविक रूप से विटामिन C का उत्पादन नहीं करता है, ऐसे में हम इसे आहार या सप्लीमेंट के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।

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    मुंबई के Suchak Hospital के सीनियर कन्सल्टिंग फिजिशियन, Prof. Dr Ketan Mehta कहते हैं, "प्रदूषण और आधुनिक जीवनशैली हमारी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती है और हमारी इम्युनिटी को कमजोर कर सकती है। विटामिन C एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाता है, जिससे इंफ्लेमेशन कम होती है और शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।"

    पर्याप्त मात्रा में विटामिन C कैसे प्राप्त करें?

    विटामिन C से भरपूर फल और सब्जियां आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करती हैं। संतरे, नींबू, टमाटर, अमरूद, आंवला जैसे खट्टे फल और शिमला मिर्च, ब्रोकली और फूलगोभी जैसी सब्जियां विटामिन C के अच्छे स्रोत हैं 2,8। हालांकि, हमारे आसपास ऐसे कई लोग हैं, जिनके अंदर विटामिन C की कमी देखी जा सकती है। इनमें बुजुर्ग, शराब और नशीली दवाओं का ज्यादा सेवन करने वाले, धूम्रपान करने वाले, ट्रेंडी डाइट्स को फॉलो करने वाले और कुपोषण या कुछ एक्यूट और क्रॉनिक बीमारियों वाले लोग शामिल हैं। अगर आप अपने डॉक्टर द्वारा सुझाए गए विटामिन C वाले आहार और सप्लीमेंट लेते हैं तो स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है।

    IPSOS और एबॉट द्वारा किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 50% कंज्यूमर्स बीमारी की रोकथाम के लिए विटामिन सप्लीमेंट पर विचार करते हैं, खासकर महिलाएं (56%) और 36-45 वर्ष की आयु के युवा वयस्क (59%) 1। भारत में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि उत्तर भारत में 74% और दक्षिण भारत में 46% बुजुर्ग वयस्कों में विटामिन C की कमी है 6। विटामिन C की कमी के लक्षणों को अक्सर स्कर्वी, संक्रमण, एनीमिया, घावों के धीमे भरने और मसूड़ों से खून बहने से जोड़ा जाता है। 7

    एबॉट इंडिया के रीजनल डायरेक्टर, मेडिकल एंड रेगुलेटरी अफेयर्स, Dr. Parag Sheth ने कहा," विटामिन C एक जरूरी पोषक तत्व है जो कई तरह के स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। यह सर्दी और फ्लू जैसे सीजनल इंफेक्शन के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। इम्युनिटी को बढ़ावा देने में मदद करने के अलावा, विटामिन C के अन्य लाभ भी हैं, जैसे स्वस्थ त्वचा के लिए कोलेजन का निर्माण करना, आयरन अवशोषण को बढ़ाना और घावों व मसूड़ों से खून बहने को कम करना। इसके महत्व को देखते हुए भी कई लोगों को पर्याप्त विटामिन C नहीं मिल पाता है।

    अगर आप अपने आहार में इस सूक्ष्म पोषक तत्व को शामिल करते हैं और इसका नियमित सेवन करते हैं या विशिष्ट स्वास्थ्य स्थितियों के दौरान अनुशंसित मात्रा में इसका सेवन करते हैं, तो आप अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। किसी भी सप्लीमेंट को शुरू करने से पहले कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लें, खासकर, यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है।

    1. IPSOS Survey
    2. National Institutes of Health (NIH). Vitamin C. Fact Sheet for Health Professionals.
    3. Carr AC, Maggini S. Vitamin C and Immune Function. Nutrients. 2017 Nov 3;9(11):1211. doi: 10.3390/nu9111211. PMID: 29099763; PMCID:PMC5707683
    4. Gorton, Kelly Jarvis, The effectiveness of vitamin C in preventing and relieving the symptoms of virus-induced respiratory infections, Journal of Manipulative and Physiological Therapeutics, Volume 22, Issue 8,1999.
    5. Anderson TW, Reid DB, Beaton GH. Vitamin C and the common cold: a double-blind trial. Can Med Assoc J. 1972 Sep 23;107(6):503-8. PMID: 5057006; PMCID: PMC1940935.
    6. Ravindran, R.D.; Vashist, P.; Gupta, S.K.; Young, I.S.; Maraini, G.; Camparini, M.; Jayanthi, R.; John, N.; Fitzpatrick, K.E.; Chakravarthy, U.; et al. Prevalence and risk factors for vitamin C deficiency in north and south India: A two centre population based study in people aged 60 years and over. PLoS ONE 2011, 6, e28588.
    7. Chambial, S., Dwivedi, S., Shukla, K. K., John, P. J., & Sharma, P. (2013). Vitamin C in disease prevention and cure: an overview. Indian journal of clinical biochemistry: IJCB, 28(4), 314–328. https://doi.org/10.1007/s12291-013-0375-3
    8. Combs, G. F. “Vitamin C.” The Vitamins: Fundamental Aspects in Nutrition and Health, 4th ed., Elsevier Academic Press, Burlington (MA), 2008, pp. 246–253.

    डिस्क्लेमर: यह लेख एबॉट द्वारा सार्वजनिक हित में सामान्य जागरूकता के लिए जारी किया गया है, जिसके लिए लेखक को एबॉट द्वारा नियुक्त किया गया है। जानकारी लेखक के पेशेवर अनुभव और वैज्ञानिक संदर्भों पर आधारित है और यह डॉक्टर की सलाह या एबॉट की सिफारिश नहीं है। अधिक जानकारी और सलाह के लिए कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श करें।