फूड प्रोसेसिंग का सिंगल प्वाइंट और सबसे बड़ी यूनिट बनेगा ‘पतंजलि मेगा फूड एंड हर्बल पार्क’ नागपुर - आचार्य बालकृष्ण, एमडी, पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड
पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के एमडी आचार्य बालकृष्ण ने आज नागपुर में प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि मिहान में स्थापित पतंजलि मेगा फूड एंड हर्बल पार्क संतरे को प्रोसेस करने वाला एशिया का सबसे बड़ा प्लांट होगा। यह प्लांट ज़ीरो वेस्टेज सिस्टम के तहत बाय-प्रोडक्ट्स पर भी काम करेगा। आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि इस प्लांट की दैनिक प्रोसेसिंग क्षमता 800 टन है।

ब्रांड डेस्क, नई दिल्ली। पतंजलि द्वारा नागपुर के मिहान क्षेत्र में स्थापित 'पतंजलि मेगा फूड एंड हर्बल पार्क' में एशिया का सबसे बड़ा संतरा प्रोसेसिंग प्लांट होगा। पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के एमडी आचार्य बालकृष्ण ने आज प्रेसवार्ता के दौरान यह जानकारी देते हुए सर्वप्रथम नागपुर की धरती को नमन किया। उन्होंने कहा कि नागपुर की यह धरती अध्यात्म और क्रांति की भूमि है, जिसने देश और संविधान को मूर्त रूप प्रदान किया है। अब इस भूमि से पतंजलि की नवकृषि क्रांति के माध्यम से किसानों की समृद्धि के द्वार खोले जाएंगे।
उन्होंने आगे बताया कि यह प्लांट फूड प्रोसेसिंग का सिंगल प्वाइंट और एशिया की सबसे बड़ी यूनिट है। इसे स्थापित करना हमारे लिए गर्व की बात है। हालाँकि, इस प्लांट को शुरू करने में कई बाधाएँ आईं, कोरोना काल भी एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन अंततः वह दिन आ गया जिसका विदर्भ के किसान वर्षों से इंतजार कर रहे थे। आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि इस प्लांट का विधिवत उद्घाटन माननीय केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी तथा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस 9 मार्च को करेंगे।
उन्होंने कहा कि विदर्भ का नाम आते ही किसानों की आत्महत्याएँ और उनकी दुर्दशा की छवि उभरने लगती है। लेकिन हमें पूर्ण विश्वास है कि इस संतरा प्रोसेसिंग प्लांट से जल्द ही इस स्थिति में बदलाव आएगा। इसके लिए हमें सभी का सहयोग चाहिए। विदर्भ, किसानों और कृषि व्यवस्था की वर्तमान स्थिति को हम बदलकर रहेंगे—यह हमारा संकल्प है।
आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि इस प्लांट की दैनिक प्रोसेसिंग क्षमता 800 टन है। इसमें A ग्रेड के साथ-साथ B और C ग्रेड के संतरे, अपरिपक्व फल और आंधी से टूटकर गिरने वाले संतरे भी प्रोसेस किए जाएंगे। इस प्लांट की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह ज़ीरो वेस्टेज सिस्टम पर काम करता है। यहाँ संतरे के छिलकों से शुरुआत होती है, जिससे वॉलिटाइल और फ्रेगरेंस ऑयल निकाला जाता है। इसके लिए हमने विदेशी तकनीक और रिसर्च-बेस्ड सिस्टम अपनाया है, क्योंकि इतने बड़े प्लांट को सिर्फ जूस के भरोसे नहीं चलाया जा सकता। हमने बाय-प्रोडक्ट्स पर भी विशेष ध्यान दिया है। इस प्लांट को धरातल पर लाने में हमें काफी समय और परिश्रम लगा है।
आज इस क्षेत्र के लगभग हर गाँव के किसान हमारे संपर्क में हैं, साथ ही कई प्रतिभाशाली लोग भी हमारे साथ काम कर रहे हैं। हमारी प्राथमिकता स्थानीय लोगों को रोजगार देना और किसानों को समृद्ध बनाना है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि स्किल ट्रेनिंग प्रोग्राम के माध्यम से देश में कुशल मैनपावर तैयार की जाए, और पतंजलि इसमें अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
आचार्य बालकृष्ण ने आगे बताया कि इस प्लांट में आधुनिक मापदंडों के आधार पर एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है। इसमें पैकेजिंग लाइन, टैक्नोपैक और एडवांस रिसर्च लैब्स शामिल हैं। हमारे उत्पादों की गुणवत्ता टॉप क्लास है, और हमारे लिए ग्लोबल मार्केट भी खुला है। लेकिन हमारी प्राथमिकता देशवासियों को एक्सपोर्ट क्वालिटी के बेहतरीन उत्पाद उपलब्ध कराना है।
उन्होंने यह भी बताया कि कच्चे माल की उपलब्धता के आधार पर यहाँ संतरा, लाइम, आंवला, अनार, अमरूद, अंगूर, लौकी, गाजर का जूस, आम और संतरे का पल्प, साथ ही प्याज और टमाटर का पेस्ट भी बनाया जाएगा।
'पतंजलि मेगा फूड एंड हर्बल पार्क' सिर्फ एक संतरा प्रोसेसिंग प्लांट नहीं बल्कि विदर्भ के किसानों के लिए एक नई आशा है। यह प्लांट स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती देगा, रोजगार के अवसर पैदा करेगा और भारतीय कृषि को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाने में मदद करेगा।
Note:- यह आर्टिकल ब्रांड डेस्क द्वारा लिखा गया है।
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