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    पतंजलि दंत कांति नेचुरल टूथपेस्ट, प्राकृतिक रूप से मुंह की देखभाल करने वाली हर्बल क्रांति

    Updated: Fri, 23 May 2025 02:38 PM (IST)

    दंत कांति केवल एक टूथपेस्ट नहीं बल्कि प्राकृतिक रूप से दांतों की देखभाल की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है। यह आयुर्वेदिक ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का मिश्रण है। इस टूथपेस्ट में नीम बबूल लौंग जैसे हर्बल तत्व हैं जो दांतों की कई समस्याओं से राहत दिलाते हैं। क्लीनिकल रिसर्च में भी यह सुरक्षित और प्रभावी साबित हुआ है। इसका नियमित उपयोग दांतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

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    पतंजलि दंत कांति प्राकृतिक रूप से मुंह की देखभाल करने वाली हर्बल क्रांति

    डिजिटल डेस्क, हरिद्वार। पतंजलि का उत्पाद दंत कांति केवल एक टूथपेस्ट नहीं, बल्कि प्राकृतिक दांतों की देखभाल की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है। सालों से भारत में लोग दांत साफ करने के लिए नीम और बबूल की दातुन का इस्तेमाल करते आ रहे हैं, जो कि दातों को साफ़ करने का एक पारंपरिक प्राकृतिक तरीका है। लेकिन समय के साथ लोगों ने दंतमंजन और केमिकल वाले टूथपेस्ट का रुख किया जो दाँतों को चमकाते तो थे, लेकिन ओरल हेल्थ समस्याओं जैसे दांत में दर्द, मसूड़ों से खून आना और सेंसिटिविटी आदि पर कम असर करते थे। इसी कमी को पहचानते हुए बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण के मार्गदर्शन में पतंजलि ने दंत कांति हर्बल टूथपेस्ट का निर्माण किया, जो आयुर्वेदिक ज्ञान और आधुनिक सुविधा का मिश्रण है। इस के बारे में और जानने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

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    मुख्य सामग्री और निर्माण प्रक्रिया

    दन्त कांति में निम्न हर्बल चीजों से बनाया जाता है:

    • नीम – मसूड़ों की सूजन और प्लाक को कम करता है।
    • बबूल – दांतों को मजबूत करता है।
    • लौंग – दांत दर्द और मुँह के छालों में राहत देता है।
    • अकरकरा – कैविटी पैदा करने वाले कीटाणुओं को खत्म करता है।
    • तोमर – साँस की दुर्गंध और दांत सड़ने से बचाता है।
    • वज्रदंती व बकुल – बैक्टीरिया को पनपने से रोकते हैं और मसूड़ों को स्वस्थ रखते हैं।

    इस टूथपेस्ट को प्राचीन आयुर्वेद के अनुसार सामग्री का चयन, लेबोरेटरी परीक्षणों के ज़रिए सभी सामग्रियों कि सही डोज तय करने और आयुष विभाग से लाइसेंस प्राप्त कर के बड़े पैमाने पर तैयार किया जाता है।

    क्लीनिकल प्रमाण और रिसर्च

    दंत कांति को बाजार में लाने से पहले इस पर गहराई से रिसर्च, क्लीनिकल ट्रायल और उपभोक्ताओं की प्रतिक्रिया के आधार पर परीक्षण किए गए। इन परीक्षणों के बाद पाया गया कि यह उत्पाद केवल दांतों की सफाई ही नहीं करता, बल्कि प्लाक, सांस की दुर्गंध, सेंसिटिविटी और मसूड़ों की समस्याओं जैसी दाँतों की परेशानियों को भी कम करता है।

    एक स्टडी "तीन टूथपेस्ट के घर्षण की तुलना" पर आधारित थी, जिसमें यह पाया गया कि दंत कांति तीनों में से दूसरा सबसे कम घर्षण (खरोंच घर्षण अथवा रगड़ से होने वाली क्षति) वाला टूथपेस्ट है। इसके लगातार इस्तेमाल से इनेमल के कटाव की संभावना कम हो जाती है।

    एक और स्टडी में राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में उपभोक्ताओं के व्यवहार को जांचा गया। यहाँ पाया गया कि 18 प्रतिशत लोग दंत कांति का उपयोग करते हैं, जबकि 82 प्रतिशत लोग दूसरे ब्रांड्स के टूथपेस्ट को उसे करना पसंद करते हैं। लेकिन बात अगर ब्रांड लॉयलिटी की हो तो दूसरे टूथपेस्ट ब्रांड्स की तुलना में दंत कांति के यूज़र्स में 89% ब्रांड लॉयल्टी पाई गई, जिसका मुख्य कारण इसके आयुर्वेदिक गुण हैं।

    दंत कांति को ‘ट्रुथपेस्ट’ भी कहा जाता है क्योंकि यह अपनी पारदर्शिता और असरदार रिजल्ट्स के लिए जाना जाता है। यह सिर्फ दांतों की सफाई नहीं करता, बल्कि साँस की बदबू, दांत दर्द, मसूड़ों से खून और पायरिया जैसी समस्याओं से बचाव भी करता है। कई रिसर्च में यह क्लिनिकली सुरक्षित और प्रभावी साबित हो चुका है।

    दंत कांति नेचुरल टूथपेस्ट का सही उपयोग

    • इस टूथपेस्ट को दिन में दो बार, सुबह और रात में मुलायम ब्रश के साथ प्रयोग करें
    • 6 साल से कम उम्र के बच्चे इसे सीमित मात्रा में और बड़ों की निगरानी में इस्तेमाल करें
    • इस टूथपेस्ट को निगलें नहीं
    • इसमें आयुर्वेदिक हर्ब्स होने की वजह से समय के साथ इसका रंग थोड़ा बदल सकता है, लेकिन इससे इसकी गुणवत्ता पर कोई असर नहीं पड़ता

    दंत कांति नेचुरल टूथपेस्ट आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान का एक बेहतरीन संगम है। इसे हर्बल चीज़ो से बनाया गया हैं जो कि पूरी तरह सुरक्षित होती हैं और अधिकतम लाभ देती हैं। उपभोक्ताओं का इस पर बढ़ता भरोसा यह दिखाता है कि यह उत्पाद लाखों भारतीयों के लिए ओरल हेल्थ में बदलाव ला चुका है।