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    MBA की तैयारी से वायु सेना अधिकारी बनने तक शानदार रहा अतुल दहिया का सफर

    कभी-कभी हम जिस मंजिल की तलाश में निकलते हैं रास्ते हमें उससे भी बेहतर मुकाम तक पहुंचा देते हैं। ऐसी ही कहानी है हरियाणा के सोनीपत जिले के रोहट गांव के रहने वाले अतुल दहिया की। अतुल की यात्रा दर्शाती है कि सच्ची लगन दृढ़ संकल्प और सही मार्गदर्शन मिल जाए तो सफलता निश्चित है भले ही शुरुआत अनजाने में हुई हो।

    By Brand Desk Edited By: Gaurav Tiwari Updated: Thu, 21 Aug 2025 02:58 PM (IST)
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    दिलचस्प बात यह है कि रक्षा बलों में शामिल होना अतुल की पहली योजना नहीं थी।

    ब्रांड टीम। कभी-कभी हम जिस मंजिल की तलाश में निकलते हैं, रास्ते हमें उससे भी बेहतर मुकाम तक पहुंचा देते हैं। ऐसी ही कहानी है हरियाणा के सोनीपत जिले के रोहट गांव के रहने वाले अतुल दहिया की। अतुल की यात्रा दर्शाती है कि सच्ची लगन, दृढ़ संकल्प और सही मार्गदर्शन मिल जाए, तो सफलता निश्चित है, भले ही शुरुआत अनजाने में हुई हो। दून डिफेंस ड्रीमर्स (Doon Defence Dreamers - DDD) के मार्गदर्शन में अतुल ने भारतीय वायु सेना (IAF) के लिए अपनी सिफारिश (Recommendation) अर्जित की है।

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    अतुल की यह शानदार जीत दून डिफेंस ड्रीमर्स के उस ऐतिहासिक प्रदर्शन का हिस्सा है, जहाँ संस्थान ने हाल ही में एक महीने में 35 रिकॉर्ड चयन (Selections) दिए हैं, जो DDD को भारत में रक्षा कोचिंग के क्षेत्र में अग्रणी बनाता है।

    शिक्षा और अनुशासन की मजबूत नींव

    अतुल एक ऐसे परिवार से आते हैं जहाँ शिक्षा का माहौल हमेशा बना रहा। उनके माता-पिता दोनों समर्पित शिक्षक हैं, जिन्होंने उनमें अनुशासन, शिक्षा और ईमानदारी के मूल्यों को गहराई से स्थापित किया। इस परवरिश ने उनके चरित्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

    एक अप्रत्याशित मोड़: MBA से AFCAT तक

    दिलचस्प बात यह है कि रक्षा बलों में शामिल होना अतुल की पहली योजना नहीं थी। वह पूरी लगन से अपनी MBA प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान, उन्होंने केवल अभ्यास के लिए, बिना किसी गंभीर इरादे के AFCAT का फॉर्म भर दिया। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। जब उन्होंने AFCAT की लिखित परीक्षा पास कर ली, तब उनका परिचय SSB साक्षात्कार की दुनिया से हुआ, जिसने उनकी जिज्ञासा को जगा दिया।

    असफलताओं से जन्मी सफलता की जिद

    अतुल ने अपना पहला प्रयास 3 AFSB गांधीनगर में दिया, जहाँ उन्हें 'कॉन्फ्रेंस आउट' का सामना करना पड़ा। हालांकि, इस अनुभव ने उन्हें निराश करने के बजाय, भारतीय वायु सेना के प्रति एक वास्तविक रुचि और जुनून पैदा कर दिया। उन्होंने हार नहीं मानी और फिर से परीक्षा दी, लेकिन 4 AFSB वाराणसी से उन्हें दूसरी बार 'कॉन्फ्रेंस आउट' का सामना करना पड़ा।

    दो असफलताओं के बाद भी अतुल का हौसला नहीं टूटा। उन्होंने महसूस किया कि उन्हें अपनी तैयारी के लिए एक विशेषज्ञ और संरचित मार्गदर्शन (Structured Guidance) की आवश्यकता है।

    टर्निंग पॉइंट: दून डिफेंस ड्रीमर्स का साथ

    यहीं पर 'ड्रीमर्स एसएसबी' (Dreamers SSB) की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई। देहरादून में सर्वश्रेष्ठ SSB coaching in Dehradun के रूप में प्रसिद्ध DDD में, अतुल ने अपने व्यक्तित्व, नेतृत्व गुणों और SSB तकनीकों को निखारा। विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में उन्होंने अपनी कमजोरियों को समझा और उन्हें अपनी ताकत में बदला। नए आत्मविश्वास और रणनीतिक तैयारी से लैस होकर, वह अपने तीसरे प्रयास के लिए 1 AFSB देहरादून में उपस्थित हुए और अंततः अपनी बहुप्रतीक्षित सिफारिश (Recommendation) अर्जित की।

    दून डिफेंस ड्रीमर्स: भारत का सर्वश्रेष्ठ रक्षा कोचिंग संस्थान क्यों?

    अतुल दहिया की यात्रा इस बात का उदाहरण है कि सही मार्गदर्शन कितना महत्वपूर्ण है। यदि आप NDA coaching in Dehradun, CDS coaching in Dehradun या भारत में सर्वश्रेष्ठ NDA coaching in India की तलाश कर रहे हैं, तो DDD आपकी मंजिल है।

    1. भारत में सबसे ज्यादा सिलेक्शन देने वाला संस्थान

    DDD लगातार उच्चतम चयन दर के साथ भारत का नंबर 1 संस्थान है। हाल ही में एक महीने में 35 रिकॉर्ड सिलेक्शन देकर संस्थान ने इतिहास रचा है। हमें गर्व है कि इस सफलता में 6 प्रतिभाशाली लड़कियाँ भी शामिल हैं।

    2. विशेषज्ञ SSB टीम और बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर

    हमारे पास अनुभवी सैन्य अधिकारियों और मनोवैज्ञानिकों की सर्वश्रेष्ठ टीम है जो व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्रदान करती है। हमारा अत्याधुनिक GTO ग्राउंड उम्मीदवारों को वास्तविक SSB जैसा अनुभव प्रदान करता है, जो सफलता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

    3. दूरदर्शी नेतृत्व और राष्ट्रीय सम्मान

    संस्थान के सीईओ (CEO), श्री हरिओम सर के नेतृत्व में, DDD रक्षा अभ्यर्थियों के सपनों को साकार कर रहा है। हाल की इस अभूतपूर्व उपलब्धि (35 सिलेक्शन) के लिए, माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी ने स्वयं हरिओम सर को सम्मानित किया है। यह सम्मान संस्थान की उत्कृष्टता, विश्वसनीयता और राष्ट्र निर्माण में उसके योगदान का प्रमाण है।

    अतुल दहिया की कहानी हमें सिखाती है कि कभी हार नहीं माननी चाहिए और असफलताओं को सीखने के अवसर के रूप में लेना चाहिए। यह यह भी दर्शाती है कि जीवन में रास्ते बदल सकते हैं, लेकिन अगर आप दृढ़ संकल्पित हैं, तो आप अपने सच्चे लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। दून डिफेंस ड्रीमर्स ऐसे ही दृढ़ निश्चयी उम्मीदवारों को तराशने के लिए प्रतिबद्ध है।

    हम अतुल को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हार्दिक बधाई देते हैं। यदि आप भी रक्षा बलों में शामिल होने का सपना देखते हैं, तो दून डिफेंस ड्रीमर्स से जुड़ें और अपनी सफलता की कहानी लिखें।