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    Osho - जीवन क्या है? मैं मृत्यु सीखाता हूं आदि पुस्तकें जिनसे मन के साथ मस्तिष्क की भी इंद्रियों का होगा विकास

    Updated: Mon, 08 Jan 2024 06:45 PM (IST)

    Best Books By OSHO Rajneesh - ओशो रजनीश का जन्म 11 दिसंबर 1931 को मध्यप्रदेश में हुआ था उन्हें जबलपुर में 21 वर्ष की आयु में 21 मार्च 1953 मौलवी वृक्ष के नीचे संबोधि की प्राप्ति हुई। 19 जनवरी 1990 को पूना स्थित अपने आश्रम में सायं 5 बजे के लगभग अपनी देह त्याग दी। उनके जन्म का नाम चंद्रमोहन जैन था। जानते है उनके द्वारा लिखी गई पुस्तकें।

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    Best Books By OSHO Rajneesh in Hindi Inspirational And Motivational Teaching By The Spiritual Guru

    Best Books By OSHO Rajneesh in Hindi: ओशो जिनका मूल नाम रजनीश है, उनका जन्म 11 दिसंबर 1931 को हुआ, जिन्हें भगवान श्री रजनीश, ओशो या केवल रजनीश के नाम से भी जाना जाता है, एक भारतीय , विचारक, धर्मगुरु और रजनीश आंदोलन के प्रणेता-नेता माने जाते है। अपने संपूर्ण जीवनकाल में आचार्य रजनीश को एक विवादास्पद रहस्यदर्शी, गुरु और आध्यात्मिक शिक्षक के रूप में देखा गया।

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    उन्होंने अलग-अलग धर्म और विचारधारा पर देश भर में प्रवचन देना शुरू किया। प्रवचन के साथ ध्यान शिविर भी आयोजित करना शुरू कर दिया। शुरुआती दौर में उन्हें आचार्य रजनीश के तौर पर जाना जाता था। नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने नवसंन्यास आंदोलन की शुरुआत की. इसके बाद उन्होंने खुद को ओशो कहना शुरू कर दिया।

    यह भी पढ़ें - Shri Ram Books in Hindi ‘राम फिर लौटे’ अयोध्या राम मंदिर के उद्घाटन से पहले पढ़ें श्रीराम पर लिखी पुस्तकें, बोलो सियावर रामचंद्र की जय

    Best Books By OSHO Rajneesh in Hindi: कीमत, फीचर्स और स्पेसिफिकेशन

    ओशो रजनीश का जन्म 11 दिसंबर 1931 को मध्यप्रदेश में हुआ था, उन्हें जबलपुर में 21 वर्ष की आयु में 21 मार्च 1953 मौलवी वृक्ष के नीचे संबोधि की प्राप्ति हुई। 19 जनवरी 1990 को पूना स्थित अपने आश्रम में सायं 5 बजे के लगभग अपनी देह त्याग दी। उनके जन्म का नाम चंद्रमोहन जैन था। आईए जानते है उनके द्वारा लिखी गई पुस्तकों की जानकारी।

    1. Book OSHO Dhyan Sutra + Jeevan Jine Ki Kala Best Books To Read

    ओशो के प्रखर विचारों ने, ओजस्वी वाणी ने मनुष्यता के दुश्मनों पर, संप्रदायों पर, मठाधीशों पर, अंधे राजनेताओं पर, जोरदार प्रहार किया। लेकिन पत्र-पत्रिकाओं ने छापीं या तो ओशो पर चटपटी मनगढंत खबरें या उनकी निंदा की, भ्रम के बादल फैलाए। ये भ्रम के बादल आड़े आ गये ओशो और लोगों के। जैसे सूरज के आगे बादल आ जाते हैं। इससे देर हुई। इससे देर हो रही है मनुष्य के सौभाग्य को मनुष्य तक पहुंचने में। इसलिए ओशो रजनीश जी की ये दो किताबें पढ़ें जरुर।

    “जीवन की कला” से मेरा यही प्रयोजन है कि हमारी संवेदनशीलता, हमारी पात्रता, हमारी ग्राहकता, हमारी रिसेप्टिविटी इतनी विकसित हो कि जीवन में जो सुंदर है, जीवन में जो सत्य है, जीवन में जो शिव है, वह सब-वह सब हमारे हृदय तक पहुंच सके। उस सबको हम अनुभव कर सकें, लेकिन हम जीवन के साथ जो व्यवहार करते हैं, उससे हमारे हृदय का दर्पण न तो निखरता, न निर्मल होता, न साफ होता; और गंदा होता, और धूल से भर जाता है। उसमें प्रतिबिंब पड़ने और भी कठिन हो जाते हैं। दूसरी पुस्तक “ध्यान सूत्र” महाबलेश्वर के प्राकृतिक वातावरण में ओशो द्वारा संचालित ध्यान शिविर के दौरान हुए प्रवचनों व प्रायोगिक ध्यान प्रयोगों का संकलन है यह पुस्तक। शरीर, विचारों और भावों की एक-एक परत से ग्रंथियों को विलीन करने की कला समझते हुए, ओशो हमें समग्र स्वास्थ्य और संतुलन की ओर लिए चलते हैं। OSHO Book Price: Rs 300.

    2. Book OSHO Sambhog Se Samadhi Ki Aur+Main Mrityu Sikhata Hoon Best Books To Read

    “संभोग से समाधि की ओर” हंस बनने का अर्थ है- मोतियों की पहचान आंख में हो, मोती की आकांक्षा हृदय में हो। हंसा तो मोती चुगे! कुछ और से राजी मत हो जाना। क्षुद्र से जो राजी हो गया, वह विराट को पाने में असमर्थ हो जाता है। नदी-नालों का पानी पीने से जो तृप्त हो गया, वह मानसरोवरों तक नहीं पहुंच पाता, जरूरत ही नहीं रह जाती। मीरा की इस झील में तुम्हें निमंत्रण देता हूं। मीरा नाव बन सकती है। मीरा के शब्द तुम्हें डूबने से बचा सकते हैं। उनके सहारे पर उस पार जा सकते हो।

    ओशो कहते हैं – ‘मैं मृत्‍यु सिखाता हूं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मैं जीवन का विरोधी हूं।’ उनके लिए जीवन और मृत्‍यु के भय से त्रस्‍त लोगों ने भाग-भागकर जीवन के पलड़े में घुसना और उसी में सवार हो जाना अपना लक्ष्‍य बना लिया। नतीजा यह हुआ कि जीवन का पल फिर निसर्ग को उस संतुलन को ठीक करने के लिए आगे आना होता है इससे आपको मृत्‍यु और अधिक भयकारी लगने लगती है। मृत्‍यु रहस्‍यमय हो जाती है। मृत्‍यु के इसी रहस्‍य को यदि मनुष्‍य समझ ले तो जीवन सफल हो जाए। OSHO Book Price: Rs 595.

    3. Book OSHO Jeevan Ki Khoj (जीवन की खोज) Best Books To Read

    जीवन क्या है? उस जीवन के प्रति प्यास तभी पैदा हो सकती है, जब हमें यह स्पष्ट बोध हो जाए, हमारी चेतना इस बात को ग्रहण कर ले कि जिसे हम जीवन जान रहे हैं, वह जीवन नहीं है । जीवन को जीवन मान कर कोई व्यक्ति वास्तविक जीवन की तरफ कैसे जाएगा? जीवन जब मृत्यु की भांति दिखाई पड़ता है, तो अचानक हमारे भीतर कोई प्यास, जो जन्म-जन्म से सोई हुई है, जाग कर खड़ी हो जाती है।

    हम दूसरे आदमी हो जाते हैं। आप वही हैं, जो आपकी प्यास है। अगर आपकी प्यास धन के लिए है, मन के लिए है, अगर आपकी प्यास पद के लिए है, तो आप वही हैं, उसी कोटि के व्यक्ति हैं। अगर आपकी प्यास जीवन के लिए है, तो आप दूसरे व्यक्ति हो जाएंगे। आपका पुनर्जन्म हो जाएगा। पढ़ें ओशो की ये पुस्तक OSHO Book Price: Rs 140.

    4. Book OSHO Jeevan Kya Hai/जीवन क्या है? Best Books To Read

    ओशो की ये पुस्तक बताती है - जीवन ‘लोभ’ से शुरू होता है जिसके उत्तर में ओशो कहते हैं कि साधना के मार्ग पर ‘लोभ’ जैसे शब्द का प्रवेश ही वर्जित है क्योंकि यहीं पर बुनियादी भूल होने का डर है। फिर तनाव की परिभाषा करते हुए ओशो कहते हैं कि "सब तनाव गहरे में कहीं पहुंचने का तनाव है और जिस वक्त आपने कहा, कहीं नहीं जाना तो मन के अस्तित्व की सारी आधारशिला हट गई।

    यदि आप जीवन, मृत्यु और माया से जुड़ी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपके लिए जीवन क्या है ये पुस्तक एक बेहतर समाधान हो सकता है, क्योंकि इसमें वे सभी सवालों के जवाब गहराई से और सरल भाषा के साथ लिखे गए है, जो आपको समझने में आसान लगेंगे। OSHO Book Price: Rs 178.

    5. Book OSHO Dhyan-Sutra (ध्यान-सूत्र) Best Books To Read

    ध्यान सूत्र की ये पुस्तक बताती है कि- महाबलेश्वर के प्राकृतिक वातावरण में ओशो द्वारा संचालित ध्यान शिविर के दौरान हुए प्रवचनों व प्रायोगिक ध्यान प्रयोगों का संकलन है यह पुस्तक। शरीर, विचारों और भावों की एक-एक परत से ग्रंथियों को विलीन करने की कला समझते हुए, ओशो हमें समग्र स्वास्थ्य और संतुलन की ओर लिए चलते हैं।


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    पुस्तक में कुछ अन्य विषय पर भी खास जानकारी दी गई है, जिसमें - उर्जा का सृजनात्मक उपयोग कैसे करें? क्रोध् क्या है? क्या है उसकी शक्ति? अहंकार को किस शक्ति में बदलें? वैज्ञानिक युग में अध्यात्म का क्या स्थान है? आदि पर विचार साझा किए गए है। आपकी हर समस्या का समाधान आपको यहां मिल जाएगा। OSHO Book Price: Rs 125.

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