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    पश्चिम चंपारण में कोहरे-ठंड का डबल अटैक, OPD में पहुंचे 1700 मरीज

    Updated: Tue, 04 Nov 2025 04:51 PM (IST)

    पश्चिम चंपारण में मौसम बदलने से कोहरा और ठंड बढ़ गई है, जिससे दृश्यता कम हुई और यातायात प्रभावित हुआ। ठंड के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है, खासकर सर्दी, खांसी और बुखार के मामले बढ़े हैं। किसान धूप न निकलने से चिंतित हैं, क्योंकि इससे धान की कटाई में दिक्कत आ रही है। बाजारों में गर्म कपड़ों की बिक्री बढ़ गई है।

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    अचानक बदला मौसम का मिजाज

    जागरण संवाददाता, बेतिया। पश्चिम चंपारण जिले में मौसम का मिजाज बदलना शुरू हो गया है। सोमवार रात से घना कोहरा छा जाने से ठंड में इजाफा हो गया। जिसके चलते मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे तक कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता बेहद कम हो गई। नतीजतन, वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया और शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक यातायात की रफ्तार सुस्त पड़ गई। 

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    सुबह में राहगीरों और स्कूली बच्चों को ठंड का सामना करना पड़ा। ठंड का एहसास होने पर बच्चों को अभिभावकों ने गर्म कपड़ों स्कूल भेजना शुरू कर दिया। मौसम विभाग के वेबसाइट के अनुसार मंगलवार को अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

    जीएमसीएच के ओपीडी में पहुंचे 1700 मरीज

    इस अचानक बदले मौसम ने लोगों के स्वास्थ्य पर भी असर डाला है। बेतिया जीएमसीएच के ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। अस्पताल प्रबंधक कुमार विशाल ने बताया कि मंगलवार को ओपीडी में करीब 1700 मरीजों ने इलाज कराया। 

    इनमें से लगभग 350 मरीज सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित थे। चिकित्सकों के अनुसार, ठंड और नमी में अचानक वृद्धि से मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ी है। सामान्य दिनों की तुलना में लगभग 500 अधिक मरीज अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने लोगों को सुबह-शाम ठंड से बचाव के उपाय अपनाने और बच्चों तथा बुजुर्गों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है।

    तेज धूप नहीं निकलने से किसान चिंतित

    दूसरी ओर, यह मौसम किसानों के लिए चिंता का विषय बन गया है। पिछले दिनों हुई लगातार बारिश से खेतों में पानी भरा हुआ है और अब धूप न निकलने के कारण नमी बनी हुई है। इससे धान की कटाई में काफी कठिनाई हो रही है। 

    माधोपुर कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है, इसलिए किसान जल्दबाजी न करें। खेतों से पानी निकलने और पर्याप्त धूप निकलने के बाद ही धान की कटाई करें, ताकि फसल की गुणवत्ता पर असर न पड़े।

    बाजारों में सर्दी का असर

    मंगलवार को बाजारों में सर्दी का असर साफ दिखने लगा है। मीना बाजार, लाल बाजार और स्टेशन रोड के दुकानों में गर्म कपड़ों की सजावट शुरू हो गई है। दुकानदारों ने जैकेट, स्वेटर, मफलर, दस्ताने, टोपी और बच्चों के लिए ऊनी कपड़ों की नई खेप मंगाई है। बढ़ती ठंड के कारण लोगों की खरीदारी भी बढ़ गई है। दुकानदारों ने बताया कि पिछले चार दिनों की ठंडी हवाओं ने गर्म कपड़ों की बिक्री को रफ्तार दे दी है। आगे इसकी बिक्री बढ़ सकती हैं।