Bihar New Rail Line: छितौनी से मधुबनी तक बिछेगी नई ब्रॉड गेज रेलवे लाइन, सर्वे का काम तेजी से जारी
पनियाहवा-तमकुही रोड पर छितौनी से मधुबनी तक नई ब्रॉड गेज रेल लाइन के लिए सर्वे तेजी से चल रहा है। जटहा बाजार में अधिग्रहित जमीन पर पेड़ों का मूल्यांकन किया गया। वाल्मीकि नगर और कुशीनगर के सांसदों के प्रयास से दोबारा शुरू हुई इस परियोजना से पिपरासी मधुबनी समेत कई प्रखंडों को रेल सुविधा मिलेगी। छितौनी संघर्ष समिति ने भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

संवाद सूत्र, पिपरासी। पनियहवा-तमकुही रोड के मध्य छितौनी से मधुबनी तक फेज वन के तहत नई ब्रॉड गेज रेल लाइन निर्माण के लिए सर्वे कार्य तेज कर दिया गया है। मंगलवार को जटहा बाजार क्षेत्र में अधिग्रहित भूमि में पड़ने वाले पेड़ों जैसे सागौन, आम, कटहल, पकड़ी, पीपल आदि का मूल्यांकन किया गया।
सर्वे का कार्य नवीन प्रकाश एंड एसोसिएट, गोरखपुर की टीम द्वारा किया जा रहा है। टीम में सर्वेयर राहुल चौधरी, अविनाश यादव और अनिल कुमार शामिल हैं।
टीम के सदस्यों ने बताया कि यह सर्वे कार्य सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। सर्वे के दौरान कई किसान जैसे प्रमोद गुप्ता, ललन गुप्ता, सोनू रौनियार, सुग्रीव यादव आदि उपस्थित रहे। यह परियोजना लंबे समय से बंद पड़ी थी, जिसे वाल्मीकि नगर सांसद सुनील कुमार और कुशीनगर सांसद विजय दूबे के प्रयासों से पुनः शुरू किया गया है। टेंडर भी जारी कर दिया गया है।
छितौनी संघर्ष समिति के लंबे संघर्ष के बाद यह परियोजना गति पकड़ रही है। समिति ने प्रधानमंत्री और रेल मंत्री को मांग पत्र सौंपकर इसका दोबारा संचालन सुनिश्चित किया।
पिपरासी, मधुबनी, भितहा और ठकराहा प्रखंड अब रेल सुविधा से जुड़ने जा रहे हैं। भूमि अधिग्रहण का कार्य पिपरासी प्रखंड में पूरा हो चुका है, और पुल-पुलिया निर्माण के लिए मिट्टी जांच भी की जा चुकी है। हालांकि, पिपरासी का प्रवेश द्वार रेल परियोजना के जद में आ रहा है, जिसे बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र के बनाया गया है।
करीब छह माह से बंद है आदर्श स्टेशन का निर्माण कार्य
दूसरी ओर, रेलवे की सूची में बगहा को आदर्श स्टेशन में शामिल किया गया है। इसकी घोषणा प्रधानमंत्री द्वारा विगत वर्ष मंच से की गई थी। इसके निमित्त फंड जारी कर स्टेशन पर निर्माण कार्य भी शुरू हो गया, लेकिन आदर्श स्टेशन भ्रष्टाचार से लेकर लेटलतिफी तक के सभी मामलों में आदर्श स्थापित करने की और अग्रसर हो चूका है।
प्रारंभ में जब निर्माण कार्य शुरू हुआ तो विभागीय अभियंता व निर्माण कंपनी की मिलीभगत से अबतक के भ्रष्टाचार के सारे कीर्तिमान को ध्वस्त करते हुए सबसे पहले पायदान पर अपना अधिपत्य जमाते हुए सरेआम 70 साल पुराने इंट से निर्माण कार्य शुरू हो गया। स्थानीय लोगों की कानाफुसी पर जब स्टेशन स्टाफ के तरफ से पूछताछ शुरू हुआ तो उसके हरा रंग के जाली से ढकने का प्रयास किया गया।
आननफानन में बात डीआरएम स्तर पर पहुंची तो उनके द्वारा मामले का संज्ञान लेते हुए निर्माण तोड़ने का आदेश जारी करते हुए संबंधित अभियंता दिनेश मंडल को निलंबित कर दिया गया। स्टेशन पर कार्यरत रेलकर्मियों के अनुसार यह उनका 16 वां निलंबन साबित हुआ। विभिन्न लोगों द्वारा आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा गया कि इतना के बाद भी विभाग ऐसे कर्मियों को बर्दास्त कर रही है।
लोगों ने रेल महकमा को इस नेक व आदर्शवादी काम के लिए भी महान बताया। यह भी एक आदर्श कायम करना ही माना जाएगा कि जो व्यक्ति इतना महान है उसके जिम्मे आदर्श स्टेशन के निर्माण की जिम्मेदारी दी गई है। बाहरहाल तोड़फोड़ की घटना के बाद करीब दो माह बीत गया तो एक दिन निर्माण कंपनी के लोग स्टेशन पर अवतरित होते हुए निर्माण कार्य आगे बढ़ाने की बात कहते पाए गए।
उनके द्वारा कुछ दिन निर्माण कार्य जारी रहा, लेकिन करीब छह माह बीतने को आया अबतक काम बंद है। ठेकेदार का कोई कर्मचारी या इंजीनियर दिखाई नहीं देता है। बंद कार्य शुरू करने के संबंध में अभियंता दिनेश मंडल ने बताया कि विभाग से नक्शा उपलब्ध नहीं होने के कारण आगे का काम बंद है। उन्होंने कहा कि पत्राचार किया गया है जैसे ही नक्शा मिलेगा अगला काम शुरू कर दिया जाएगा।
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