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    Bihar: हड़बड़ी में चिट्ठी पढ़ प्रधानाध्यापिका ने कर दी छुट्टी, शिक्षकों ने ताला तोड़ किया टाइमपास

    Updated: Fri, 18 Jul 2025 04:08 PM (IST)

    पश्चिम चंपारण के लौरिया में एक प्रधानाध्यापिका डीएम के आदेश को गलत समझकर मुश्किल में पड़ गईं। उन्होंने 17 जुलाई को स्कूल बंद करने की घोषणा कर दी जबकि आदेश केवल बेतिया अनुमंडल के लिए था। शिक्षक तो आए पर छात्र नहीं। बीईओ ने जांच के आदेश दिए हैं। प्रधानाध्यापिका ने अपनी गलती स्वीकार की है।

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    हड़बड़ी में चिट्ठी पढ़ प्रधानाध्यापिका ने कर दी छुट्टी, शिक्षकों ने ताला तोड़ किया टाइमपास

    संवाद सूत्र, लौरिया। सरकारी आदेश को हड़बड़ी में पढ़ने की गड़बड़ी कर एक प्रधानाध्यापिका बुरी तरह से फंस गई हैं। स्कूल बंद होने का ग्रामीणों ने विरोध कराया है। बीईओ से इसकी शिकायत भी की है। मामला , लौरिया प्रखंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय वृतिटोला मठिया का है।

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    दरअसल, मोतिहारी के प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर सड़क मार्गों पर वाहनों की भीड़ बढ़ने की संभावना को देखते हुए डीएम ने 18 जुलाई (शुक्रवार) को जिले के सिर्फ बेतिया अनुमंडल के स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया था। यह चिट्ठी विभिन्न वाट्सएप ग्रुपों में प्रसारित हुईं।

    प्रसारित चिट्ठी को हड़बड़ी में पढ़कर प्रधानाध्यापिका रेखा कुमारी ने बीते 17 जुलाई (गुरुवार)को प्रार्थना सभा में यह घोषणा कर दी कि डीएम के आदेश के आलोक में शुक्रवार को बच्चे स्कूल नहीं आएंगे। शिक्षकों की उपस्थिति पूर्ववत होगी। हुआ भी ऐसा हीं।

    शिक्षक आए और बच्चे नहीं। चूंकि प्रधानाध्यापिका बेतिया में आवासन करती हैं, तो उन्हें स्कूल आने के लिए कोई परिवहन सुविधा नहीं मिली। इस वजह से वे भी स्कूल नहीं पहुंच पाईं। इस बीच, स्कूल के अन्य चार शिक्षक आ गए।

    दरअसल, झोपड़ी में संचालित स्कूल में छह शिक्षकों की पदस्थापना है। जिसमें चार शिक्षक आए थे और बच्चे एक भी नहीं। स्कूल में 119 छात्र नामांकित हैं।

    विद्यालय की शिक्षिका सेहरुन नेशा, देशराज विश्वकर्मा, स्नेहा कुमारी व दिव्या कुमारी ने बताया कि गुरुवार को प्रार्थना मे ही प्रधान शिक्षिका ने बच्चों को बताया था कि कल विद्यालय बंद रहेगा, लेकिन शिक्षक आएंगे। मजबूरी में एक रूम का ताला तोड़कर बैठकर टाइमपास कर रहे हैं।

    मौके पर मुखिया प्रतिनिधि अविनाश शेखर भी पहुंचे। मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मनीष कर ने बताया कि विद्यालय बंद होने की जानकारी मिली है। जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

    उधर, प्रधानाध्यापिका रेखा कुमारी का कहना है कि चिट्ठी पढ़ने में मुझसे भूल हुई थी। सुबह में जानकारी मिली तो अभिभावकों को फोन कर बच्चों को स्कूल भेजने का आग्रह भी की, लेकिन पता चला है कि एक भी बच्चे स्कूल नहीं आए।