West Champaran News: पीपी तटबंध को मिलेगी मजबूती, 41 करोड़ से कटाव निरोधक कार्यों की तैयारी
पश्चिम चंपारण में पीपी तटबंध को मजबूती मिलेगी। कटाव निरोधक कार्यों के लिए 41 करोड़ रुपये की तैयारी की जा रही है। इस परियोजना से क्षेत्र में कटाव की सम ...और पढ़ें

सुमंत कुमार, पिपरासी। जल संसाधन विभाग द्वारा आगामी बाढ़ को देखते हुए पीपी तटबंध पर बड़े पैमाने पर कटाव निरोधक कार्य कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल संख्या एक एवं दो के अंतर्गत कुल 41 करोड़ 38 लाख रुपये की लागत से बाढ़ पूर्व सुरक्षा कार्य कराए जाएंगे। कार्यपालक अभियंता राजेश कुमार एवं विजय कुमार पाल द्वारा निविदा जारी करने की अनुशंसा की गई है। दोनों प्रमंडलों में 13 दिसंबर से निविदा प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल संख्या दो के अंतर्गत पीपी तटबंध के शून्य किलोमीटर से 23.30 किलोमीटर के बीच एजेंडा संख्या 6, 7, 8, 9 एवं 10/2026 के तहत नौ करोड़ 59 लाख रुपये की लागत से कटाव निरोधक कार्य कराए जाएंगे।
वहीं, पीपी तटबंध के 22 किलोमीटर से 28 किलोमीटर के बीच एजेंडा संख्या 11, 12 एवं 13/2026 के तहत नौ करोड़ 10 लाख रुपये की लागत से कार्य कराया जाएगा। इस प्रमंडल में कुल 18 करोड़ 69 लाख रुपये की लागत से बाढ़ से क्षतिग्रस्त स्थलों पर कटाव निरोधक कार्य होगा, जिसकी निविदा जारी कर दी गई है।
तटबंध की सुरक्षा होगी मजबूत
बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल संख्या एक, शिविर पडरौना के अंतर्गत पीपी तटबंध के 28 किलोमीटर से 35 किलोमीटर के बीच वर्ष 2026 की बाढ़ से पहले एजेंडा संख्या 1, 2 एवं 3/2026 के तहत 14 करोड़ रुपये की लागत से कटाव निरोधक कार्य कराया जाएगा।
इसके साथ ही जीएच प्रभाग के शून्य किलोमीटर से 6.62 किलोमीटर के बीच एजेंडा संख्या 4 एवं 5/2026 के तहत आठ करोड़ 59 लाख रुपये की लागत से क्षतिग्रस्त स्थलों की मरम्मत की जाएगी। इस प्रकार बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल संख्या एक में कुल 22 करोड़ 59 लाख रुपये की लागत से बाढ़ पूर्व सुरक्षा कार्य किए जाएंगे।
विभागीय जानकारी के अनुसार दोनों प्रमंडलों की निविदा का टेक्निकल बीड 31 दिसंबर को खोला जाएगा, जबकि वित्तीय बीड की तिथि अभी घोषित नहीं की गई है।
गोपालगंज के मुख्य अभियंता प्रमोद कुमार ने बताया कि निविदा प्रक्रिया जारी है और इच्छुक संवेदक समय पर टेंडर में भाग ले सकते हैं। सभी कार्यों को 15 मई तक पूरा करना अनिवार्य होगा। समय सीमा में कार्य पूरा नहीं करने वाले संवेदकों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
इन कार्यों की पहल वाल्मीकि नगर के पूर्व विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह द्वारा विभागीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री से की गई थी, जिसके बाद सभी योजनाओं को स्वीकृति मिली है। इन कार्यों के पूर्ण होने से पीपी तटबंध की सुरक्षा मजबूत होगी और बाढ़ के खतरे से क्षेत्र को राहत मिलने की उम्मीद है।

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