अविश्वसनीय! खेत से घर लौट रहे युवक को पता भी नहीं चला और अचानक आई बाढ़ बहा ले गई, दो दिन बाद मिला शव
बगहा के नौरंगिया दरदरी गांव में बाढ़ से भारी नुकसान हुआ। एक घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और कई परिवार प्रभावित हुए। सीओ रवि प्रकाश चौधरी ने तुरंत मौके पर पहुंचकर पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की जिसमें सूखा राशन चूड़ा और गुड़ शामिल थे। प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान की गई और स्थिति को सामान्य करने के प्रयास किए गए।

संवाद सूत्र, •बगहा (पश्चिम चंपारण)। West Champaran News: लौकरिया थाना क्षेत्र के भड़छी गांव निवासी धर्मेंद्र राम के 22 वर्षीय पुत्र शैलेश राम की मौत पहाड़ी झिकरी नदी में डूबने से हो गई। यह हादसा बुधवार को उस वक्त हुआ। जब शैलेश खेत से घर लौट रहा था और अचानक आई बाढ़ की चपेट में आ गया।
घटना की सूचना पर पुलिस ने तुरंत एसडीआरएफ की टीम को मौके पर बुलाया। दो दिनों की तलाश के बाद गुरुवार को नदी से शैलेश का शव बरामद किया गया। घटना से गांव में शोक की लहर है।
स्वजन का रो-रो कर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
बाढ़ से दरदरी गांव का बुरा हाल
बगहा: पानी के तेज बहाव व बरसात से बगहा दो के नौरंगिया दरदरी पंचायत का दरदरी गांव बुरी तरह प्रभावित हो गया। तेज बहाव में एक घर पूरी तरह से व तीन घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। इसके अलावा 133 परिवार भी इसमें प्रभावित हुआ है।
सूचना पर पीड़ितों के बीच राहत सेवा पहुंचने के लिए बगहा दो सीओ व उनके कर्मी स्थल पर पहुंच कर लोगों की सुध लेने के साथ देर रात तक उनके बीच डटे रहे। इस बीच प्रभावित लोगों को राहत सामग्री यथा सूखा राशन गुड़, चूड़ा आदि भी सीओ रवि प्रकाश चौधरी के द्वारा वितरित किया गया।
ग्रामीणों व प्रशासन के लिए विशेष बात यह रही कि रात के अंधेरे में भी सीओ श्री चौधरी के साथ अंचल कर्मी ड्यूटी करते रहे। उन्होंने बताया कि गुड़ चूड़ा का इंतजाम किया गया है। रास्ता खराब होने के कारण सामग्री पहुंचने में देर हुई लेकिन हर पीड़ित को राहत सामग्री दिया गया।
सीओ व अंचल कर्मियों के साथ मुखिया सुनील महतो व उप मुखिया करणदेव कुमार भी मौके पर उपस्थित रहे। सीओ ने बताया कि दरदरी मौजा के एक सौ 33 परिवार व डुमरी मौजा के 19 परिवारों के बीच ढ़ाई किलोग्राम चूड़ा, पांच सौ ग्राम गुड़ व एक किलोग्राम चना वितरित किया गया।
उन्होंने बताया कि एक महिला का घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था उन्हें 20 किलोग्राम चूड़ा, चार किलोग्राम चना व दो किलोग्राम गुड़ दिया गया। मौके पर व्यवस्था सामान्य करने का प्रयास किया गया। देर रात जब स्थिति सामान्य हो गई और पानी का दबाव भी कम होने लगा तो अंचल की टीम वापस आई।
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