Navratri 2025: 22 सितंबर से नवरात्र प्रारंभ, कलश स्थापना के साथ होगा अखंड पाठ
बगहा में इस वर्ष 22 सितंबर को कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त है। आचार्य प्रभुनाथ तिवारी के अनुसार माता का आगमन हाथी पर और प्रस्थान डोली से हो रहा है जो शुभ है। नवरात्र में फलों की मांग को देखते हुए फल व्यवसायियों ने भंडारण शुरू कर दिया है। नगर से ग्रामीण क्षेत्रों तक पंडाल सजने लगे हैं और देवालयों को भी सजाया जा रहा है।

संवाद सूत्र, बगहा। इस बार 22 सितंबर को कलश स्थापना होगा। नगर के मलकौली निवासी आचार्य प्रभुनाथ तिवारी ने बताया कि इस वर्ष माता की पूजा के लिए भक्तों को 22 सितंबर सोमवार को कलश स्थापना करना होगा। इसके लिए सुबह 10:30 से दोपहर 12:05 तक उत्तम मुहूर्त है। इस बीच कलश स्थापना जातक व समाज के लिए हितकारी होगा।
आचार्य ने बताया कि सोमवार को उत्तम मुहूर्त में कलश स्थापना कर माता का पूजा व अखंड पाठ शुरू हो जाएगा। महा निशा पूजा 30 सितंबर सोमवार को व कुवारी पूजन एवं हवन एक अक्टूबर बुधवार को होगा। उस दिन सुबह से दोपहर के बीच हवन कर लेना शुभ व अत्यंत फलदायी है।
आचार्य ने बताया कि इस बार माता का आगमन हाथी व प्रस्थान डोली से हो रहा है। समाज व देश के लिए दोनों शुभ है। दशहरा दो अक्टूबर को मनाया जाएगा।
बाजार में शुरू हो गया फलों का भंडारण
त्योहार में फलों की मांग देखते हुए फल व्यवसायियों द्वारा सेव, केला, अनारस आदि का भंडारण कार्य प्रारंभ हो गया है। फल व्यापारी जयराम प्रसाद, गुड्डू चौरसिया, सोहन लाल आदि ने बताया कि नवरात्र में श्रद्धालु नौ दिनों तक अखंड उपवास रहकर माता का अनुष्ठान व पूजा आदि करते है। इस बीच उनका भोजन वर्जित होने के कारण सिर्फ फलाहार ही ग्रहण करते है।
व्रत के प्रति आस्था व भारी मांग को देखते हुए पहले से भंडारण कार्य प्रारंभ कर दिया गया है, ताकि मांग बढ़ने पर दुकानदारों को परेशानी व ग्राहकों को महंगाई का सामना नहीं करना पड़े। त्योहार को देखते हुए नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक चौक चौराहों पर पंडाल आदि बनाकर मूर्ति निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। क्षेत्र के विभिन्न छोटे बड़े देवालय आदि भी सजने लगे हैं।
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