Bihar: सीओ मैडम को रिश्वत देने की कोशिश, लिफाफे से 2000 रुपये बरामद; पूर्व वार्ड सदस्य गिरफ्तार
पश्चिम चंपारण के सिकटा में दाखिल खारिज के लिए सीओ को रिश्वत देने की कोशिश में पूर्व वार्ड सदस्य सिकंदर अहमद गिरफ्तार हुए। गिरफ्तारी के बाद उनकी तबीयत बिगड़ी और उन्हें अस्पताल ले जाया गया। सीओ प्रिया आर्याणी की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया है और पुलिस ने लिफाफे से रिश्वत की रकम बरामद की है।
संवाद सूत्र, सिकटा (पश्चिम चंपारण)। दाखिल खारिज (Bihar Land Mutation) के लिए अंचलाधिकारी प्रिया आर्याणी को रिश्वत देने के प्रयास के आरोप में सिकटा पंचायत के वार्ड 11 बर्दही गांव निवासी आसमोहम्मद मियां के पुत्र पूर्व वार्ड सदस्य सिकंदर अहमद को बुधवार की दोपहर दो बजे के आसपास गिरफ्तार किया गया। हालांकि, गिरफ्तार होते ही पूर्व वार्ड सदस्य की तबीयत बिगड़ गई।
उसे पुलिस अभिरक्षा में इलाज के लिए जीएमसीएच बेतिया भेजा गया। जहां उपचार के दौरान उसके परिजन ने मोतिहारी के एक प्राइवेट चिकित्सक से इलाज कराने की बात कही तो उसे मोतिहारी भेजा गया है। फिलहाल, वह स्वस्थ है।
थानाध्यक्ष राज रौशन ने बताया कि अंचलाधिकारी प्रिया आर्याणी के आवेदन के आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। लिफाफा जब्त किया गया है। लिफाफे से 500 का एक और 100 रुपये के 15 नोट बरामद किए गए हैं। घटना का सीसीटीवी फुटेज भी है। पुलिस अभिरक्षा में अभियुक्त का उपचार चल रहा है। स्वस्थ होने के बाद उसे न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा।
बताया गया कि पूर्व वार्ड सदस्य सिकंदर अहमद अपनी साली बर्दही गांव निवासी बिकाउ मियां की पत्नी मोतीना खातून की पांच कट्ठा दो धुर (57.46 डिस्मिल) भूमि की दाखिल खारिज कराने के लिए सीओ के कार्यालय कक्ष में पहुंचा था।
सीओ ने दाखिल खारिज वाद संख्या - 598/2024-25 के अभिलेखों का अवलोकन करने के बाद फोन कर राजस्व कर्मचारी जयप्रकाश राम को वाद को तुरंत निष्पादित करने का निर्देश दिया। उसके बाद पूर्व वार्ड पार्षद ने अपने पास रखे लिफाफे को सीओ की ओर बढ़ाया।
सीओ ने पूछा इसमें क्या है तो उसने बगल में बैठी महिला की ओर इशारा करते हुए कहा कि बहुत गरीब हैं, रख लिया जाए। सीओ के इनकार करने के बाद भी बारबार लिफाफा देने का जिद कर रहा था। कार्यालय कक्ष में हल्ला सुनकर अंचल गार्ड पहुंचे और उसे पकड़ लिया गया। हालांकि, तुंरत पुलिस भी पहुंच गई।
पुलिस को देखकर अचानक उसका बीपी और शुगर बढ़ गया और वह बेहोश हो गया। आनन-फानन में अस्पताल भेजा गया। सीओ ने बताया कि दाखिल खारिज करने का निर्देश दे दिया गया था, उसके बाद साजिश के तहत लिफाफा दे रहा था।
उधर, पूर्व वार्ड सदस्य के परिजनों ने बताया कि 18 जून 2024 को दाखिल खारिज के लिए आवेदन दिया गया था। तब से मोतीना खातून अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रही है और दाखिल खारिज नहीं किया गया है।
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