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    वीटीआर में इसी हफ्ते शुरू होगी बाघों की गणना, तीन महीने में पूरी होगी प्रक्रिया

    By Sunil Kumar Gupta Edited By: Ajit kumar
    Updated: Tue, 16 Dec 2025 07:22 PM (IST)

    वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बाघों की गणना दिसंबर से शुरू होगी। वन विभाग द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में वन कर्मियों को गणना की प्रक्रिया और तकनीको ...और पढ़ें

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    VTR tiger counting: बाघों की गणना देशभर में एक साथ शुरू की जाएगी। फाइल फोटो

    संवाद सूत्र, वाल्मीकिनगर (पश्चिम चंपारण)। Tiger census in Bihar: वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (VTR) में बाघों की गणना को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसी सप्ताह से बाघों की गणना शुरू होगी, जो करीब तीन महीने में पूरी की जाएगी। इसको लेकर वन विभाग की ओर से एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

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    सोमवार को वाल्मीकिनगर स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व, वन प्रमंडल-दो के ऑडियो-वीडियो हॉल में आयोजित प्रशिक्षण में रिजर्व की सभी पांच रेंज के वनकर्मियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण देने पहुंचे फील्ड डायरेक्टर सह मुख्य वन संरक्षक डॉ. नेशामणि ने बताया कि बाघों की गणना देशभर में एक साथ शुरू की जाएगी।

    उन्होंने बताया कि बाघों की गणना हर चार वर्ष में एक बार की जाती है। इससे पहले यह प्रक्रिया वर्ष 2022-23 में पूरी हुई थी। इस बार भी राष्ट्रीय स्तर पर एक समान पद्धति से आंकड़े जुटाए जाएंगे।

    कैमरा ट्रैप से होगी बाघों की पहचान

    डॉ. नेशामणि ने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य वनकर्मियों को बाघों की गणना की आधुनिक तकनीकों से अवगत कराना है। इसमें प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष संकेतों की पहचान, ट्रांजेक्ट लाइन सर्वे और कैमरा ट्रैप से आंकड़े संग्रह की जानकारी दी गई।

    उन्होंने बताया कि वीटीआर के चिन्हित वन क्षेत्रों में करीब 400 स्वचालित कैमरे लगाए जाएंगे। कैमरा ट्रैप से प्राप्त तस्वीरों में बाघ के शरीर पर मौजूद धारियों (Stripe Pattern) के आधार पर उनकी अलग-अलग पहचान की जाएगी, क्योंकि हर बाघ की धारियां अलग होती हैं।

    यह गणना मुख्य रूप से बाघ और तेंदुआ केंद्रित होगी, लेकिन इसके साथ ही शाकाहारी और अन्य मांसाहारी वन्यजीवों की स्थिति का भी आकलन किया जाएगा। देशभर की गणना पूरी होने के बाद बाघों की अद्यतन संख्या सार्वजनिक की जाएगी।

    इस मौके पर फील्ड बायोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ वर्मा, पंकज ओझा, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया के अहवर आलम, वनपाल आशीष कुमार सहित कई वनकर्मी मौजूद रहे।